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3551.

"अहं पुस्तकं पठामि" अस्य वाकस्य वाच्यपरिवर्तन भवति-1. अहं पुस्तकं पठ्यते2. मया पुस्तकं पठामि3. मया पुस्तकानि पठामि4. मया पुस्तकं पठ्यते5.

Answer» Correct Answer - Option 4 : मया पुस्तकं पठ्यते

प्रश्नानुवाद  "मैं पुस्तक पढता हूँ" इस वाक्य का वाच्यपरिवर्तन होता है -

स्पष्टीकरण  "मैं पुस्तक पढता हूँ" इस वाक्य का वाच्यपरिवर्तन होगा  मया पुस्तकं पठ्यते अर्थात् मेरेद्वारा पुस्तक पढा जा रहा है। 

"अहं पुस्तकं पठामि" यह कर्तृवाच्य वाक्य है। वाच्यपरिवर्तन करने पर "मया पुस्तकं पठ्यते" यह वाक्य कर्मवाच्य वाक्य होगा।

कर्तृवाच्यकर्मवाच्य​
1. कर्तृवाच्य वाक्य में क्रियापद द्वारा कर्तृपद का बोध होता है। 

1. कर्मवाच्य वाक्य में क्रियापद द्वारा कर्मपद का बोध होता है।

2. कर्तृवाच्य वाक्य में कर्तृपद प्रथमा विभक्ति में, कर्मपद द्वितीया विभक्ति में और क्रियापद कर्तृपद के अनुसार होता है अर्थात् यदि कर्तृपद परिवर्तित होता है तो क्रियापद में भी परिवर्तन किया जाता है। यथा  रामः पुस्तकं पठति, अहं पुस्तकं पठामि, त्वं पुस्तकं पठसि।

2. कर्मवाच्य वाक्य में कर्तृपद तृतीया विभक्ति में, कर्मपद प्रथमा विभक्ति में और क्रियापद कर्मपद के अनुसार होता है अर्थात् यदि कर्मपद परिवर्तित होता है तो क्रियापद में भी परिवर्तन किया जाता है। यथा  रामेण पुस्तकं पठ्यते, मया पुस्तकानि पठ्यन्ते, युवाभ्याम् पुस्तके पठ्येते।

3. कर्तृवाच्य वाक्य में क्रियापद सामान्य नियमानुसार बनता है, अर्थात् यदि धातु परस्मैपदी है तो परस्मैपदी प्रत्यय लगते है और यदि धातु आत्मनेपदी है तो आत्मनेपदी प्रत्यय लगते है। पुरुष और वचन कर्तृपद के अनुसार निश्चित होता है।3. कर्मवाच्य वाक्य में क्रियापद में धातु को नित्य आत्मनेपदी प्रत्यय जुडते है। प्रत्यय जुडने से पूर्व य विकरण लगता है। पुरुष और वचन कर्मपद के अनुसार निश्चित होता है।

उपरोक्त वाक्य का वाच्यपरिवर्तन 

 कर्तृवाच्यकर्मवाच्य​
कर्तृपद अहं (अस्मद् उत्तमपुरुषी सर्वनाम का प्रथमा विभक्ति एकवचन रूप) मया (अस्मद् उत्तमपुरुषी सर्वनाम का तृतीया विभक्ति एकवचन​)
कर्मपद पुस्तकं (पुस्तकम् नपुंसकलिंगी नाम का द्वितीया विभक्ति एकवचन रूप​) 

पुस्तकं (पुस्तकम् नपुंसकलिंगी नाम का प्रथमा विभक्ति एकवचन रूप)

क्रियापद पठति (पठ् + अ + ति <परस्मैपदी प्रथमपुरुषी एकवचनी प्रत्यय​>) 

पठ्यते (पठ् + य + ते <आत्मनेपदी प्रथमपुरुषी एकवचनी प्रत्यय​>)

अतः उपरोक्त तालिकाओं से स्पष्ट होता है, "मया पुस्तकं पठ्यते" यह उचित उत्तर है।

अन्य विकल्प → 

  • अहं पुस्तकं पठ्यते  इस वाक्य में कर्तृपद परिवर्तित नही किया है।
  • मया पुस्तकं पठामि  इस वाक्य में क्रियापद कर्मपद के अनुसार नही है।
  • मया पुस्तकानि पठामि  वाच्यपरिवर्तन करते समय जो वचन है कर्तृवाच्य वाक्य में है वही कर्मवाच्य वाक्य में होना चाहिए। प्रस्तुत वाक्य में कर्मपद बहुवचन में प्रयुक्त है, जो अनुचित है क्योंकि कर्तृवाच्य वाक्य में तो एकवचनी कर्मपद का प्रयोग किया है। इसके साथ - साथ क्रियापद भी कर्मवाच्य वाक्य के नियमानुसार नही है।
3552.

पठनकौशले भवति-1. सस्वर वाचनं मौनवाचनञ्च2. शुद्धलेखनं परिमार्जनञ्च3. अन्तयाक्षरी श्लोकलेखनञ्च4. भाषांशस्य लिपिरुपे अवतारणम्5.

Answer» Correct Answer - Option 1 : सस्वर वाचनं मौनवाचनञ्च

प्रश्नानुवाद → पठनकौशल में क्या होता है?

स्पष्टीकरण  पठनकौशल में सस्वर वाचन और मौनवाचन होता है।

  1. लिखित भाषा को पढने की क्रिया को ‘पठनकौशल’ कहा जाता है। यह भाषाकौशल का ग्रहणात्मक कौशल है। वाचन अथवा पठनकौशल यह ज्ञानोपार्जन का साधन है। पठनकौशल के भिन्न - भिन्न उद्देश्य है। यथा  १) वर्णों, शब्दों का शुद्ध उच्चारण करना। २) पाठ्यसामग्री का अर्थबोध एवं भावबोध करने की योग्यता विकसित करना। ३) उचित गति, यति, लय और स्वर में पठन करने का अभ्यास करना। ४) स्वाध्याय की प्रवृत्ति का विकास करना। इत्यादि।
  2. सस्वर वाचन  स्वर सहित पढ़ते हुए अर्थ ग्रहण करने को सस्वर वाचन कहा आता है। यह वाचन की प्रारंभिक अवस्था होती है। बच्चों में पढ़ने संबंधी झिझक को समाप्त करना, च्चारण को शुद्ध बनाना, वाचन में गति एवं प्रवाह का ध्यान रखना, भावों के अनुरूप पाठ वाचन करना, पढ़ते समय आनंद की अनुभूति करना आदि इसके उद्देश्य होते है।
  3. मौन पठन  इसके द्वारा छात्र गहराई से अर्थग्रहण करते हुए चिन्तन-मनन एवं तर्क शक्ति का विकास करते हैं। मौनपठन से विषयवस्तु पर ध्यान अधिक केंद्रित किया जाता है, ना कि उच्चारण पर​; इसीलिए मस्तिष्क की सारी ऊर्जा केवल अर्थबोध होने पर रहती है। उस समय हमारा सारा ध्यान पाठ्यवस्तु में निहित विचार पर ही होता है। अत: हम एकाग्रचित होकर उसका विश्लेषण करते हैं, मूल्यांकन करते हैं और उसके प्रति अपनी मानसिक प्रतिक्रिया भी करते रहते हैं। पुस्तकालय तथा सार्वजनिक स्थानों पर जहाँ जोर से बोलना वर्जित होता है, मौन पठन का व्यावहारिक महत्त्व और भी बढ़ जाता है।

अतः स्पष्ट होता है कि, पठनकौशल में सस्वर वाचन और मौनवाचन होता है।

अन्य विकल्पों का हिंदी अनुवाद 

  • शुद्धलेखनं परिमार्जनञ्च  शुद्धलेखन और परिमार्जन​।
  • अन्त्याक्षरी श्लोकलेखनञ्च  अंताक्षरी और श्लोकलेखन​।
  • भाषांशस्य लिपिरुपे अवतारणम्  भाषा के अंश को लिपिरुप में अवतरित करना।
3553.

लृतुलसानां ______ । रिक्तस्थानां पूरयत-1. दन्ताः2. जिह्वा3. कण्ठः4. मूर्धा5.

Answer» Correct Answer - Option 1 : दन्ताः

प्रश्नानुवाद  लृतुलसानां _________ रिक्तस्थान की पूर्ति करे।

स्पष्टीकरण  लृतुलसानां दन्ताः

संस्कृतभाषा में प्रत्येक वर्ण का एक विशिष्ट उच्चारणस्थान होता है। कंठ से निकली हवा का मनुष्य के मुखविवर में जिस अवयव के समीप घर्षण होता है वह एक "उच्चारस्थान" होता है। प्रस्तुत सूत्र "लृतुलसानां दन्ताः।" के अनुसार लृ, त - वर्ग​, ल​, स इनका उच्चारणस्थान "दंत" है।

 

स्थान​सूत्र​व्याख्या
कण्ठ्यअकुहविसर्जनीयानां कण्ठः।अ, क - वर्ग (क्, ख्, ग्, घ्), ह्​, विसर्ग का उच्चारणस्थान कंठ होता है।
तालव्यइचुयशानां तालु।इ, च - वर्ग (च्, छ्​, ज्, झ्), य्, श् का उच्चारणस्थान तालु होता है।
मूर्द्धन्यऋटुरषाणां मूर्धा।ऋ, ट - वर्ग (ट्, ठ्, ड्, ढ्), र्, ष् का उच्चारणस्थान मूर्धा होता है।
दन्त्यलृतुलसानां दन्ताः।लृ, त - वर्ग (त्, थ्, द्, ध्), ल्, स् का उच्चारणस्थान दंत होता है।
ओष्ठ्यउपूपध्मानीयानामोष्ठौ।उ, प - वर्ग और उपध्मानीय (उपध्मानीय अर्थात् "प​" वर्ग से पहले आनेवाला विसर्ग​) का उच्चारणस्थान ओष्ठ है।
नासिक्य​ञमङणनानां नासिका च।ञ्, म्, ङ्, ण्, न् का उच्चारणस्थान नासिका है।
कण्ठ और तालुएदैतोः कण्ठ तालु।ए और ऐ का उच्चारणस्थान कंठ और तालु है।
कण्ठ और ओष्ठ​ओदौतोः कण्ठोष्टम्।ओ और औ का उच्चारणस्थान कंठ और ओष्ठ है।
दन्त और ओष्ठ​वकारस्य दन्तोष्ठम्।व का उच्चारणस्थान दंत और ओष्ठ है।
जिह्वामूल​जिह्वामूलीयस्य जिह्वामूलम्।जिह्वामूलीय (जिह्वामूलीय अर्थात् "क" वर्ग से पहले आनेवाला विसर्ग) का उच्चारणस्थान जिह्वा के मूल में स्थित होता है।
नासिक्य​नासिका अनुस्वारस्य​।अनुस्वार का उच्चारणस्थान नासिका है।
अतः स्पष्ट होता है कि, रिक्तस्थान में दन्ताः यह उचित शब्दप्रयोग है।
3554.

निदानात्मकपरीक्षणोपरान्ते बालकस्य न्यूनतापरिष्काराय शिक्षकः विशिष्टं शिक्षणं कारयति, तस्य नाम किम् ?1. निदानात्मक शिक्षणम्2. सामान्य शिक्षणम्3. उपचारात्मक शिक्षणम्4. मिश्रित शिक्षणम्5.

Answer» Correct Answer - Option 3 : उपचारात्मक शिक्षणम्

प्रश्नानुवाद → निदानात्मक परीक्षण के बाद बालक की कमीयाँ दूर करने के लिए शिक्षक विशिष्ट शिक्षण देते है, उसका क्या नाम है?

स्पष्टीकरण  निदानात्मक परीक्षण के बाद बालक की कमीयाँ दूर करने के लिए शिक्षक विशिष्ट शिक्षण देते है, उसका नाम है  उपचारात्मक शिक्षण।

  1. आधुनिक शिक्षण में "निदानात्मक परीक्षण एवं उपचारात्मक शिक्षण" यह प्रयोग उन छात्रों के लिए लाभकारी है, जो अध्ययन में अपेक्षित प्रगति नही कर पाते है।
  2. निदानात्मक परीक्षणद्वारा बालकों की अधिगमसंबंधी के समस्याओं के विषय में पता चल जाता है।
  3. उपचारात्मक शिक्षण में समुचित शिक्षण प्रक्रियाद्वारा समस्याओं को दूर करने का प्रयास किया जाता है, जिससे छात्र अधिगमप्रक्रिया में प्रगति करने के लिए सुअवसर मिले।
  4. इससे छात्रों की हीनभावना दूर होती है, आगे बढने की प्रेरणा मिलती है एवं उनके व्यक्तित्व का विकास होने में सहायता प्राप्त होती है।
  5. शिक्षण की यह पद्धति शिक्षण प्रक्रिया को प्रभावशाली और प्रत्येक छात्र के लिए रुचिकर एवं अर्थपूर्ण बनाती है।

अतः स्पष्ट होता है कि, निदानात्मक परीक्षण के बाद बालक की कमीयाँ दूर करने के लिए शिक्षक विशिष्ट शिक्षण देते है, उसका नाम है उपचारात्मक शिक्षण।

अन्य विकल्प 

  • निदानात्मक शिक्षण  निदानात्मक शिक्षण एक ऐसी प्रक्रिया को संदर्भित करता है जो छात्रों को उनके काम में गलत धारणाओं का पता लगाने, समझने और उन्हें ठीक करने में सक्षम बनाता है।
  • सामान्य शिक्षण  सामान्य प्रकार का शिक्षण​
  • मिश्रित शिक्षण  दो या दो से अधिक भिन्न प्रकार के शिक्षणों का मिश्रण​।
3555.

वागरूपं भावप्रकटनं केन कौशलेन सम्भवति ?1. श्रवण कौशलेन2. भाषण कौशलेन3. पठन कौशलेन4. लेखन कौशलेन5.

Answer» Correct Answer - Option 2 : भाषण कौशलेन

प्रश्नानुवाद → वाणी - रूप भाव प्रकट करना कौन से कौशल से संबंधित है?

स्पष्टीकरण → वाणी - रूप भाव प्रकट करना भाषण कौशल से संबंधित है।

  • भाषा कौशलों में श्रवण​, भाषण​, पठन, लेखन इन चार कौशलों का अंतर्भाव होता है। इनमें से श्रवण एवं पठन भाषा के ग्रहणात्मक कौशल है तथा भाषण (वाचन, सम्भाषण) एवं लेखन ये भाषा के अभिव्यक्तात्मक कौशल है।
  • भाषण (वाचन) कौशल में अपनी वाणी द्वारा भावों/विचारों को व्यक्त या प्रकट किया जाता है अर्थात् भाषण कौशल द्वारा मौखिक अभिव्यक्ति होती है। किसी भी भाषा का ग्रहण पक्ष (अर्थात श्रवण तथा वाचन) जितना सरल होता है, अभिव्यक्ति पक्ष (अर्थात् भाषण तथा लेखन) उतना ही जटिल होता है।

भाषणकौशल का महत्त्व →

  1. दैनिक जीवन में सभी कार्य भाषण कौशल (वाचन कौशल) पर निर्भर करते हैं। व्यक्ति जितना वाक्पटु होता है, वह उतना ही सफल होता है।
  2. भाषण कौशल से मौखिक अभिव्यक्ति के द्वारा व्यक्ति के व्यक्तित्व की भी पहचान होती है, जैसे → आत्मविश्वास​, स्पष्टता, स्थिरता, मानसिक स्तर​, उसके स्वयं आचार तथा विचार इत्यादि। यदि योग्य अभ्यास करवाया जाए तो भाषण कौशल द्वारा छात्रों के व्यक्तित्व का विकास भी होता है।
  3. मौखिक अभिव्यक्ति का उद्देश्य है - अपने विचारों, भावों तथा अनुभवों को दूसरे व्यक्ति तक पहुँचाना। इसके साथ ही साथ उचित भाषा प्रयोग करना जिससे श्रोता को बात स्पष्ट​, सहज​, शुद्ध, स्वाभाविक माध्यम से समझ आये।
  4. भाषण कौशल के द्वारा अपनी बात श्रोताओं को समझ आये, इसलिये उनके मानसिक स्तर के अनुरूप विचारों का क्रमबद्ध होना भी आवश्यक है।
  5. भाषण कौशल द्वारा व्यक्ति अपने विचारों का, उचित भाषा शैली का प्रयोग करते हुये शांतिपूर्ण व प्रभावपूर्ण ढंग से प्रस्तुतीकरण कर सकता है। उसमें स्पष्ट उत्तर देने की क्षमता होती है।
  6. भाषण कौशल का विकास सुनने से और बोलने से होता है। व्यक्ति जितना दूसरों की बाते सुनता है, दूसरों की बातों का बोलने के समय निरीक्षण कर, उस कौशल को ग्रहण करता है, वैसे ही वह स्वयं बात करते समय अभिव्यक्त करता है, जो सुना हुआ है वह दूसरों के साथ बाँटता है। इससे व्यक्ति के शब्दभंडार में भी वृद्धि होती होती है क्योंकि दूसरों से सुने हुए न​ए शब्दों को बोलकर अपने व्यवहार में लाने का वह प्रयास करता है।

भाषण कौशल के उद्देश्य →

  1. अपने विचार तथा भावनाओं को प्रभावी तरीके से एवं सारगर्भित रूप से दूसरों के समक्ष प्रस्तुत करना।
  2. अपने विचार क्रमिक रूप से तथा उचित धारा प्रवाह में प्रस्तुत करना जिससे छात्र अपनी दक्षता का प्रदर्शन कर सके।
  3. छात्रों की झिझक दूर करके उनके मन में आत्मविश्वास की भावना जागृत करना, जिससे वह आत्मविश्वास के साथ दैनिक कार्यों में व्यवहार कर सके।
  4. छात्रों में प्रसंगानुसार मुहावरे एवं लोकोक्तियों के प्रयोग की क्षमता विकसित करना, जिससे वे अपने प्रस्तुतीकरण को प्रभावोत्पादक बना सकें|
  5. भाषण की सार्थकता शुद्ध उच्चारण पर भी निर्भर है। उच्चारण में भाषा की ध्वनियों, लय​, धाराप्रवाह, अनुतान​, स्वराघात​, बलाघात​, गति, विराम इनका भी अंतर्भाव होता है। इससे श्रोतागणों को अर्थग्रहण करने में सरलता प्राप्त होती है। इन्ही तत्वों पर व्यक्ति की भावाभिव्यक्ति भी अवलंबित होती है।

भाषणकौशल का विकास होने हेतु उपाय →

  1. सर्वप्रथम श्रवण तथा पठन कौशल का पर्याप्त अभ्यास कराना।
  2. सस्वर वाचन​, प्रश्नोत्तरविधि, चित्रवर्णन​, कवितावाचन​, कथाकथन​, घटनावर्णन ऐसी गतिविधियों में छात्रों की सक्रियता बढ़ाना।
  3. विविध नाटिका, व्याख्यान प्रतियोगिता, वाद-विवाद प्रतियोगिता, परिसंवाद तथा विचारविमर्श स्पर्धा आयोजित कराना।

 

अतः स्पष्ट होता है कि, वाणी - रूप भाव प्रकट करना भाषणकौशल से संबंधित है।

अन्य विकल्प →

  • श्रवण → श्रवण कौशल के अंतर्गत बच्चे सुनकर विषय को ग्रहण करते हैं और उसे समझने का प्रयास करते हैं।
  • पठन → पठन कौशल के अंतर्गत छात्र पढ़ने की क्षमता को विकसित करता है, जिससे वह भाषा के लिखित स्वरूप को समझ सके तथा ज्ञानार्जन कर सके।
  • लेखन → लेखन कौशल के अंतर्गत बच्चा लिखकर स्वयं के भावों एवं विचारों को अभिव्यक्त करता है।
3556.

The span of the bridge is said to be economical when1. the cost of supporting system of one span is equal to cost of one pier.2. the cost of supporting system of one span is equal to cost of one abutment.3. the cost of pier is equal to half the cost of abutment.4. the cost of supporting system of one span is equal to half the cost of pier

Answer» Correct Answer - Option 1 : the cost of supporting system of one span is equal to cost of one pier.

Concept:

The span of the bridge for which the total cost of the bridge is minimum is called economic span.

Let, the ratio of cost of one span ‘S’ to cost of one pier ‘P’ be R (i.e. R = S  /P).

Then,

The overall cost of the considered bridge be –

C = nS + (n - 1) ×  P

Putting S = RP

C = n (RP) + (n-1)P

Where,

n – Number of spans

(n - 1) – Number of piers

For C to be minimum,

dC / dn = 0,

⟹ PR + (-1) × P =0

⟹ R = 1

Hence,

S = P

Hence,

Economical span is one for which the cost of one span is equal to one pier.

In other words, Economical span is defined as that span for which the total cost of the substructure is equal to the total cost of superstructure.
3557.

Profit &amp; Loss account.

Answer»

A profit and loss statement (P&L), or income statement or statement of operations, is a financial report that provides a summary of a company’s revenues, expenses, and profits/losses over a given period of time. The P&L statement shows a company’s ability to generate sales, manage expenses, and create profits. It is prepared based on accounting principles that include revenue recognition, matching, and accruals, which makes it different from the cash flow statement.

3558.

The balance of Share Forfeiture A/c is transferred to _________ account after re-issue of these share.

Answer»

The balance of Share Forfeiture A/c is transferred to capital reserve account after re-issue of these share.

3559.

Ab ltd. was into manufacturing security cameras for household and commercial buildings. Their Research and development team came up with a new idea of manufacturing drones as security cameras which will give a 360-degree view of the entire building. They needed huge finance for the same. The company MD Sharath heard of this group of venture capitalists who are ready to invest in new ideas. He seeked an appointment with them and started preparation of a business plan to be presented before them. His plan was to make an informative power point presentation showing key graphs of financial trends. It was meant to trigger discussion among the members. Which format of business plan is Sharath using? A. Elevator Pitch B. A pitch deck with oral narrativeC. A written presentation for external stakeholders D. An internal operational plan

Answer»

B. A pitch deck with oral narrative

3560.

Examine the attributes of an effective team

Answer»

Key attributes of an effective team

  • clear understanding of individual roles.
  • awareness of shared goals.
  • ability to display resilience under stress.
  • ability to cooperate on a personal and professional level.
  • flexibility to handle whatever comes their way.
3561.

खालीलपैकली कोणता शब्द कर्मधारय समास नाही?1. सुसंस्कृत2. बाजीराव3. मुक्तद्वार4. दारोदार

Answer» Correct Answer - Option 4 : दारोदार

उत्तर: दारोदार

कर्मधारय समास: ज्या तत्पुरुष समासातील दोन्ही पदे प्रथमा विभक्तित असतात व त्या दोन्ही पदांचा संबंध विशेषण व विशेष्य या प्रकारचा असतो त्यालाच कर्मधारय तत्पुरुष समास म्हणतात.

उदा. नीलकमल - नील असे कमल, महादेव - महान असा देव, रक्तचंदन - रक्तासारखे चंदन

वरील पर्यायांमध्ये सुसंस्कृत, बाजीराव, आणि मुक्तद्वार ही कर्मधारय तत्पुरुष समासाची उदाहरण आहेत.

परंतु 'दारोदार' हा शब्द अव्ययीभाव तत्पुरुष समासाचे उदाहरण आहे.

अव्ययीभाव तत्पुरुष समास: ज्या समासात पहिला शब्द मुख्य असतो व त्या तयार झालेल्या सामासिक शब्दांचा उपयोग क्रियाविशेषणासारखा केला जातो त्यास अव्ययीभाव तत्पुरुष समास असे म्हणतात. 

उदा. घरोघरी, गल्लोगल्ली, गावोगाव

3562.

सत्य तोच धर्म करावा कायम। मानवा आराम । सर्व ठायी॥मानवाचा धर्म सत्य हीच नीती। बाकीची कुनीती। जोती म्हणे॥सदरची पंक्ती खालील लेखकाची आहे.1. संत जनाबाई2. संत बहिणाबई3. महात्मा जोतीराव फुले4. संत नामदेव

Answer» Correct Answer - Option 3 : महात्मा जोतीराव फुले

उत्तर: महात्मा जोतीराव फुले

सत्य तोच धर्म करावा कायम। मानवा आराम । सर्व ठायी॥

मानवाचा धर्म सत्य हीच नीती। बाकीची कुनीती। जोती म्हणे॥

वरील पंक्ती महात्मा जोतीराव फुले यांनी लिहिलेल्या आहेत ज्या आजही जगाला प्रेरणा देतात.

3563.

‘थेंब थेंब तळे साचे’ या म्हणची अर्थ काय?1. थेंब थेंब पाणी साडून तळे तयार होते2. पावसाचे थेंब थेंब पडून तळे बनते3. तळ्यात थेंब साठवितात4. कोणतीही गोष्ट थोडी थोडी साठविल्याने तिचा मोठा संचय होतो

Answer» Correct Answer - Option 4 : कोणतीही गोष्ट थोडी थोडी साठविल्याने तिचा मोठा संचय होतो

उत्तर: कोणतीही गोष्ट थोडी थोडी साठविल्याने तिचा मोठा संचय होतो

स्पष्टीकरण: 

'थेंब थेंब तळे साचे' या म्हणीचा शब्दशः अर्थ म्हणजे एका एका थेंबाने तळे साचते.

म्हणजेच एखादी गोष्ट थोड़ी थोड़ी दररोज साठविल्याने तिचा मोठा संचय होतो.

3564.

‘वराती मागून घोडे’ या म्हणीचा अर्थ काय?1. वरातीच्या मागे घोडे पाठविणे2. वरातीमध्ये घोडे पाठविणे3. वराती बरोबर घोडे पाठविणे4. कार्यक्रम संपल्यावर व्यवस्था करणे

Answer» Correct Answer - Option 4 : कार्यक्रम संपल्यावर व्यवस्था करणे

उत्तर: कार्यक्रम संपल्यावर व्यवस्था करणे

स्पष्टीकरण:

मिरवणुकीच्या पुढे घोडे असतात. पूर्वी वरात घोड्यावर बसून काढत असत. तेव्हां ती निघून गेल्‍यावर घोड्याचे काय काम?

ज्‍यावेळी एखादी गोष्‍ट करावयाची त्‍यावेळी न करतां वेळ निघून गेल्‍यावर ती करण्याचा प्रयत्‍न करणे यालाच म्हणतात 'वराती मागून घोडे धावणे. याचाच अर्थ कार्यक्रम संपल्यावर व्यवस्था करणे.

3565.

‘जीभेला हाड नसणे’ याचा अर्थ काय?1. जीभेमध्ये हाड नसणे2. जीभ चावणे3. रागावणे4. वाटेल ते बोलणे

Answer» Correct Answer - Option 4 : वाटेल ते बोलणे

उत्तर:

स्पष्टीकरण:

जीभेला हाड नसणे याचा अर्थ वाटेल ते बोलणे

वाक्यात उपयोग: राग आल्यावर काही माणसांच्या जिभेला हाड नसल्याप्रमाणे ते समोरच्याचा अपमान करतात.

3566.

विद्वान या पुल्लिंग शब्दाचा स्त्रिलींग शब्द कोणता?1. अतिशय हुशार2. अतिशय ज्ञानी3. विदूषी4. विदूषक

Answer» Correct Answer - Option 3 : विदूषी

उत्तर: विदूषी

स्पष्टीकरण:

लिंग: नामाच्या रूपावरुन एखादी वस्तु वास्तविक अगर काल्पनिक पुरुषजातीची आहे की, स्त्रीजातीची आहे की, दोन्हीपैकी कोणत्याच जातीची नाही असे ज्यावरून कळते त्याला त्याचे लिंग असे म्हणतात.

मराठी भाषेत लिंगाचे तीन प्रकार पडतात: 

1. पुल्लिंगी      

2. स्त्रीलिंगी      

3. नपुसकलिंगी

येथे विद्वान हा शब्द पुल्लिंग आहे आणि याशब्दाचा स्त्रीलिंगी शब्द विदूषी आहे.

3567.

‘खडा टाकणे’ या वाक्यप्रचाराचा अर्थ कोणता?1. मीठाचा खडा टाकणे2. खडा मारणे3. खडा शोधणे4. अंदाज घेणे

Answer» Correct Answer - Option 4 : अंदाज घेणे

उत्तर: अंदाज घेणे

स्पष्टीकरण:

खडा टाकणे म्हणजे एखाद्या गोष्टीचा अंदाज घेणे.

वाक्यात उपयोग: शिवाजी महाराज नेहमीच शत्रुच्या चाली जाणुन घेण्यासाठी गनिमी काव्याने खडा टाकुन बघत असत.

3568.

कर्णाचा अवतार या अलंकारिक शब्दाचा अर्थ कोणता?1. अतिशय पराक्रमी2. अतिशय उदार3. अतिशय महान4. कर्णासारखा दिसणारा

Answer» Correct Answer - Option 2 : अतिशय उदार

उत्तर: अतिशय उदार

स्पष्टीकरण:

ज्याप्रमाणे हा कर्ण अतिशय उदार होता, त्याचप्रमाणे कोणत्याही उदार व्यक्तिला कर्णाचा अवतार म्हणून संबोधले जाते.

3569.

‘अंथरून पाहून पाय पसरावे’ या म्हणीचा अर्थ सांगा?1. ऐपतीनुसार खर्च करावा2. झोपताना काळजी घ्यावी3. संकोचून बसावे4. झोपताना पाय पसरावे

Answer» Correct Answer - Option 1 : ऐपतीनुसार खर्च करावा

उत्तर: ऐपतीनुसार खर्च करावा

स्पष्टीकरण: 

“अंथरूण पाहून पाय पसरा.” ही म्हण आपल्या सर्वांच्या परिचयाची आहे. या म्हणीचा असा अर्थ होतो, की आपण आपल्या मिळकतीनुसार अर्थात आपल्या ऐपतीनुसार आपला खर्च ठेवला पाहिजे.

याचा आणखी एक अर्थ असाही होतो की आपली ऐपत, वकूब पाहून वागावे.

3570.

‘द्रविडी प्राणायम करणे’ या वाक्यप्रचाराचा अर्थ कोणता?1. योग साधना करणे2. केवळ दिखावा करणे3. व्यायाम करण्याचे टाळणे4. साध्या सरळ बाबीसाठी गुंतागुंतीचे प्रयत्न करणे

Answer» Correct Answer - Option 4 : साध्या सरळ बाबीसाठी गुंतागुंतीचे प्रयत्न करणे

उत्तर: साध्या सरळ बाबीसाठी गुंतागुंतीचे प्रयत्न करणे

स्पष्टीकरण:

द्रविडी प्राणायम: प्राणायाम करतांना सरळ उजव्या हातानें नाकपुडी न धरतां डोक्याच्या मागून हात नेऊन नाकपुडी धरणें.

याचाच अर्थ सरळ मार्ग सोडून लांबचा त्रासदायक मार्ग पत्करणें.

3571.

‘श्री गणेशा करणे’ याचा अर्थ काय?1. आरंभ करणे2. गणेशाचे नाव घेणे3. गणेशाला हाक मारणे4. गणेशासी मैत्री करणे

Answer» Correct Answer - Option 1 : आरंभ करणे

उत्तर: आरंभ करणे

स्पष्टीकरण:

श्री गणेशा करणे म्हणजे एखाद्या कामाची सुरवात करणे तसेच आरंभ करणे

3572.

‘सुपारी देणे’ या वाक्यप्रचाराचा अर्थ कोणता?1. हातावर सुपारी देणे2. काम सोपविणे3. लग्नाची सुपारी देणे4. मदत करणे

Answer» Correct Answer - Option 2 : काम सोपविणे

उत्तर: काम सोपविणे

स्पष्टीकरण:

सुपारी देणे म्हणजे एखाद्यावर काम किंवा जवाबदारी सोपविणे.

3573.

‘थंड फराळ करणे’ या वाक्यप्रचाराचा अर्थ काय?1. थंड पदार्थ खाणे2. भरपूर फराळ करणे3. उपाशी राहणे4. थंड करून खाणे

Answer» Correct Answer - Option 3 : उपाशी राहणे

उत्तर: उपाशी राहणे

स्पष्टीकरण:

थंड फराळ करणे याचा अर्थ उपाशी राहणे असा आहे.

वाक्यात उपयोग: आजही भारतात कित्येक गरीब माणसे एकवेळचा ठंड फराळ करतात.

3574.

‘तोंडचे पाणी पळणे’ या वाक्यप्रचाराचा अर्थ कोणता?1. तहान लागणे2. मृत्यूमुखी पडणे3. घाबरून जाणे4. तोंडात पाणी जाणे

Answer» Correct Answer - Option 3 : घाबरून जाणे

उत्तर: घाबरून जाणे

स्पष्टीकरण: 

तोंडचे पाणी पळणे म्हणजे एकदम घाबरून जाणे.

वाक्यप्रचाराचा वाक्यात उपयोग: रानामध्ये दोन पावलांवर अचानक मोठा साप बघून सहलीला गेलेल्या मुलांच्या तोंडचे पाणी पळाले.

3575.

‘डोळ्यावर कातडे ओढणे’ या वाक्यप्रचाराचा अर्थ कोणता?1. कानाडोळा करणे2. डोळे झाकून घेणे3. डोळ्यात तेल घालणे4. डोळ्यास डोळा लागणे

Answer» Correct Answer - Option 1 : कानाडोळा करणे

उत्तर: कानाडोळा करणे

स्पष्टीकरण: 

डोळ्यावर कातडे ओढणे म्हणजे जाणून बुजून दुर्लक्ष करणे किंवा एखाद्या गोष्टिकडे कानाडोळा करणे. 

कानाडोळा करणे हा सुद्धा एकप्रकारे वाक्यप्रचारच आहे.

वाक्यात उपयोग: लहानपणीच आई स्वतःच्या डोळ्यावर कातडे न ओढता आपल्या मुलांच्या चूका बघून त्याला सुधारण्यासाठी चार धपाटे घालते.

3576.

अष्टपैलू या शब्दाचा अर्थ कोणता?1. सर्वगुण संपन्न2. आठवडा3. आठ पैलू असलेला4. आठ कोन असलेला

Answer» Correct Answer - Option 1 : सर्वगुण संपन्न

उत्तर: सर्वगुण संपन्न

स्पष्टीकरण:

अष्टपैलू म्हणजे सर्व क्षेत्रात कुशल असलेला म्हणजेच सर्वगुण संपन्न.

3577.

‘अर्ध्या हळकुंडाने ‍पिवळे होणे’ या वाक्यप्रचाराचा अर्थ काय?1. लवकर लग्न होणे2. कमी खर्चात लग्न करणे3. थोडयाशा यशाने हरळून जाणे4. खूप आनद होणे

Answer» Correct Answer - Option 3 : थोडयाशा यशाने हरळून जाणे

उत्तर: थोडयाशा यशाने हरळून जाणे

स्पष्टीकरण:

अर्ध्या हळकुंडाने ‍पिवळे होणे म्हणजे थोडयाशा यशाने हरळून जाणे.

वाक्यात उपयोग: काही माणसे आपल्या जराशा यशाने सुद्धा अर्ध्या हळकुंडाने ‍पिवळे झाल्यासारखे वागतात.

3578.

“माचा” या शब्दाचा अर्थ सांगा?1. नुत्य प्रकार2. मस्ती3. पिकाच्या संरक्षणासाठी घातला जाणारा मांडव4. मका

Answer» Correct Answer - Option 3 : पिकाच्या संरक्षणासाठी घातला जाणारा मांडव

उत्तर: पिकाच्या संरक्षणासाठी घातला जाणारा मांडव

पिकाच्या संरक्षणासाठी घातल्या जाणार्या मांडवाला माचा म्हणतात.

3579.

जोडशबद – पोटशब्द जोडीतील चुकीची जोडी ओळखा.1. दुर्जन – दु: + जन2. न‍िरंतर – निर: + अंतर3. दुरात्मा – दु: + आत्मा4. निर्विकार – नि: + विकार

Answer» Correct Answer - Option 2 : न‍िरंतर – निर: + अंतर

उत्तर: न‍िरंतर – निर: + अंतर

स्पष्टीकरण:

जोडाक्षरे: ज्या अक्षरात दोन किंवा अधिक व्यंजने प्रथम एकत्र येवून शेवटी त्यात एक स्वर मिसळतो यास ‘जोडाक्षर’ म्हणतात.

संधी: जवळ जवळ आलेले दोन ध्वनी जोडण्याला संधी म्हणतात. संधी होत असतांना पहिल्या शब्दातील शेवटचा वर्ण आणि शेवटच्या शब्दातील पहिला वर्ण एकमेकात मिसळून त्या दोहोबद्दल एकच वर्ण तयार होतो याला संधी असे म्हणतात. संधी म्हणजे एक प्रकारची जोडखरेच होय.

वरील पर्यायांमध्ये 'न‍िरंतर – निर: + अंतर' वगळता बाकी सर्व पर्याय बरोबर आहेत.

'निरंतर' या जोडशब्दाचा पोटशब्द 'नि:+ अंतर' असा लिहिला जातो.

3580.

“अर्ध्या वचनात राहणे” या वाक्यप्रचाराचा अर्थ कोणता?1. अर्धे काम करणे 2. आज्ञेत राहणे3. अर्ध सत्य काम करणे4. अपेक्षा करणे

Answer» Correct Answer - Option 2 : आज्ञेत राहणे

उत्तर: आज्ञेत राहणे

स्पष्टीकरण: 

अर्ध्या वचनात राहणे म्हणजे आज्ञेत राहणे

वाक्यात उपयोग: मावळे नेहमीच छत्रपती शिवाजी महाराज्यांच्या अर्ध वचनात होते. महाराज सांगतील ती कामगिरी फत्ते करण्यास ते तयार असत.

3581.

व‍िशेषण व नाम एकत्र असलेल्या समासाचे नाव काय?1. कर्मधारय2. नत्र3. द्विगु4. मध्यमपदलोपी

Answer» Correct Answer - Option 1 : कर्मधारय

उत्तर: कर्मधारय समास

व‍िशेषण व नाम एकत्र असलेल्या समासाला कर्मधारय समास म्हणतात.

3582.

द्वंद्व समासाचे चुकीचे उदाहरण ओळखा1. आईवडील2. चारपाच3. भाजीपाला4. दररोज

Answer» Correct Answer - Option 4 : दररोज

उत्तर: दररोज

स्पष्टीकरण:

द्वंद्व समास: ज्या समासातील दोन्ही पदे महत्त्वाची असतात, त्यास द्वंद्व समास म्हणतात.

उदा. आईवडील - आई आणि वडील, चारपाच - चार आणि पाच, भाजीपाला - भाजी, पाला व तत्सम वस्तू

वरील पर्यायांमध्ये 'दररोज' हा शब्द द्वंद्व समासातील नाही आहे.

दररोज हा शब्द अव्ययीभाव समासातील शब्द आहे.

अव्ययीभाव समास: जेव्हा समासातील पहिले पद बहुदा अव्यय असून ते महत्वाचे असते व या सामासिक शब्दाचा वापर क्रिया विशेषण सारखा केलेला असतो तेव्हा अव्ययीभाव समास होतो.

उदा. आजन्म, यथाशक्ती, प्रतिदिन

3583.

‘परित्यक्ता’ म्हणजे काय?1. रूग्णांची सेवा करणारा2. नवऱ्याने टाकून दिलेली3. स्त्री मुक्तीचा पुरस्कार करणारी4. नवऱ्यास सोडून गेलेली

Answer» Correct Answer - Option 2 : नवऱ्याने टाकून दिलेली

उत्तर: नवऱ्याने टाकून दिलेली

स्पष्टीकरण: 

परित्यक्ता म्हणजे नवर्यापासून वेगळी राहणारी किंवा नवऱ्याने टाकून दिलेली बाई. पण कायदेशीरदृष्ट्या तिला पती असतो. कायदेशीरदृष्ट्या तिचा घटस्फोट होतो तेव्हा ती घटस्फोटिता होते. 

3584.

“चौकोन” या सामासिक शब्दातील समास ओळखा.1. बहुब्रीही 2. द्वंद्व3. अव्ययीमाव4. तत्पुरुष्ज्ञ

Answer» Correct Answer - Option 1 : बहुब्रीही 

उत्तर: बहुब्रीही समास

स्पष्टीकरण: 

बहुब्रीही समास: या समासात शब्दातील दोन्ही पदे महत्वाची नसून तिसर्याच पदाचा बोध होतो.

उदा. गजानन - गजाचे आहे आनन ज्याला असा तो गणेश.

प्रश्नात विचारलेला शब्द 'चौकोन' हा बहुब्रीही समासातील आहे.

चौकोन - चार आहेत कोन ज्याला असा तो.

3585.

A and B started a business with the investment of Rs. 80000 and Rs. 60000 respectively. At the end of the year total profit in business will be divided between them in the ratio of _________?1. 2 : 12. 3 : 43. 2 : 34. 4 : 3

Answer» Correct Answer - Option 4 : 4 : 3

Given:

Investment of A = Rs. 80,000

Investment of B = Rs. 60,000

Time of investment = 1 year

Concept used:

The profit will be divided directly proportional to the amount invested

Calculation:

Ratio of their profit = Rs. 80,000 : Rs. 60,000

⇒ 4 : 3

∴ The required ratio will be 4 : 3

3586.

नपुसकलिंगी नसलेला शब्द ओळखा1. वासरु2. मूल3. घर4. करंगळी

Answer» Correct Answer - Option 4 : करंगळी

उत्तर: करंगळी

लिंग: नामाच्या रूपावरुन एखादी वस्तु वास्तविक अगर काल्पनिक पुरुषजातीची आहे की, स्त्रीजातीची आहे की, दोन्हीपैकी कोणत्याच जातीची नाही असे ज्यावरून कळते त्याला त्याचे लिंग असे म्हणतात.

मराठी भाषेत लिंगाचे तीन प्रकार पडतात.:

1. पुल्लिंगी

2. स्त्रीलिंगी

3. नपुसकलिंगी

नियम: ‘अ’ कारान्त पुल्लिंगी प्राणीवाचक नामांचे स्त्रीलिंगी रूप ‘ई’ कारान्त होते व त्याचे नपुसकलिंगी ‘ए’ कारान्त होते.

उदा. मुलगा – मुलगी – मूलगे, पोरगा – पोरगी – पोरगे, कुत्रा – कुत्री – कुत्रे

वरील पर्यायांमध्ये वासरू, मूल आणि घर हे ‘ए’ कारान्त नाम आहेत.

ते वासरू, ते मूल, ते घर.

परंतु 'करंगळी" हे स्त्रीलिंगी नाम आहे. 

3587.

खालील शब्दांपैकी अशुद्ध ओळखा.1. शहामृग 2. वक्तृत्व3. अधीकार4. आशीर्वाद

Answer» Correct Answer - Option 3 : अधीकार

उत्तर: अधीकार

येथे शहामृग, वक्तृत्व आणि आशीर्वाद हे शब्द शुद्ध शब्द आहेत.

तर अधीकार हा शब्द शुद्ध भाषेत 'अधिकार' असा लिहिला जातो.

म्हणून 'अधीकार' हा अशुद्ध शब्द आहे.

3588.

A man sold a transistor for Rs. 450 at a loss of 10%. Find the cost price of the transistor?1. Rs. 5002. Rs. 1103. Rs. 4004. Rs. 490

Answer» Correct Answer - Option 1 : Rs. 500

Given:

S.P of transistor = Rs. 450

Loss = 10%

Formula used:

C.P = S.P × [100/(100 – loss%)]

Calculation:

C.P = Rs. 450 × (100/90)

⇒ Rs. 500

∴ The cost price of the transistor is Rs. 500

3589.

लेखन नियमानुसार शुद्ध शब्द ओळखा1. शहामुर्ग2. सहामृग3. शहामृग4. षहामृग

Answer» Correct Answer - Option 3 : शहामृग

उत्तर: शहामृग

लेखननियमानुसार 'शहामृग' हा शुद्ध शब्द आहे, बाकि सर्व अशुद्ध शब्द आहेत.

3590.

Ram bought an article for Rs.75. He sold it at a profit of 20%. If Ram has offered a discount of 20%, then find the price (in Rs.) at which Ram had marked his article, before giving the discount.1. 111.502. 1103. 1154. 112.505. 116

Answer» Correct Answer - Option 4 : 112.50

Given:

Cost Price of the Article (CP) = Rs.75

Profit earned on selling the article = 20%

Discount offered on the Marked Price = 20%

Formulae Used:

Selling Price (SP) = [(100 + Profit%)/100] × CP

Discount% = [(MP – SP)/MP] × 100

Calculation:

Let the marked price of the article be Rs.x

We can obtain the selling price from the given data as:

SP = [(100 + 20)/100] × 75

⇒ SP = Rs.90

We can obtain the MP using the formula for the Discount%, as:

20% = [(x – 90)/x] × 100

⇒ 20x = 100x - 9000

⇒ x = 9000/80

⇒ x = 112.50

∴ The price at which Ram had marked his article before giving the discount is Rs.112.50

3591.

Bunty purchases 15 chocolates for Rs. 10 and sells 10 chocolates for Rs. 15. How much percent profit does he make?1. 120%2. 100%3. 125%4. 25%5. None of these

Answer» Correct Answer - Option 3 : 125%

Given:

The cost price of 15 chocolates = 10

The selling price of 10 chocolates = 15

Formula used:

Gain or loss percent = (Loss or gain/Cost price) × 100

Concept used:

Profit = Selling Price – Cost Price

Loss = Cost Price – Selling Price

Calculation:

The cost price of 1 chocolate = 10/15

⇒ 0.67

Let the Bunty purchase x chocolates.

Then cost price of x choclates = 0.67x

The selling price of 1 chocolate = 15/10

⇒ 1.5

Then selling price of x choclates = 1.5x

Profit = 1.5x – 0.67x

⇒ 0.84x

Profit% = (0.84x/0.67x) × 100

⇒ 125%

∴ Bunty makes a profit of 125%.
3592.

An article costing Rs. 110 was sold for Rs. 104.5. How much discount was offered?1. 4%2. 5%3. 6%4. 7%

Answer» Correct Answer - Option 2 : 5%

Given:

Marked price (MP) of the article is Rs.110

Article is sold for Rs.104.5

Formula Used:

Discount % = 100 × (MP – SP)/MP

Calculation:

Marked price of the article (MP) = 110

Selling Price (SP) = 104.5

∴ Discount % = 100 × (110 – 104.5)/110 = 100 × 5.5/110 = 5% 

3593.

If Punit purchased goods of Rs. 450 and sold 1/3 of it at a loss of 10%, then what should be the gain percentage on the remaining items that should be sold so as to gain 20% on the whole transaction?1. 32%2. 35%3. 28%4. 30%

Answer» Correct Answer - Option 2 : 35%

Given:

Punit purchased goods of Rs. 450 and sold 1/3 at a loss of 10%

The gain has to be 20% on the whole transaction.

Formula Used:

Profit percentage = {(SP – CP)/CP} × 100

Calculation:

Let the remaining gain % be = 'a'

150 × 90/100 + 300 × (100 + a)/100 = (450 × 120)/100

⇒ 135 + 3 × (100 + a) = 540

⇒ 3 × (100 + a) = 540 – 135 = 405

⇒ 100 + a = 135

⇒ a = 35

∴ Gain percentage should be 35% on the remaining items.
3594.

Anil purchases bottle for Rs. 3550 and spend Rs. 50 on it for its Packing. If he sells the bottle at Rs. 3816, then what is the percentage of profit?1. 6%2. 6.08%3. 7.38%4. 7.49%

Answer» Correct Answer - Option 1 : 6%

Given:

Cost price of bottle is Rs. 3550

Price for packing Rs. 50

Selling price of bottle is Rs. 3816

Formula Used:

Profit percentage = {(SP – CP)/CP} × 100

Calculation:

Actual CP of bottle = Rs. (3550 + 50) = Rs. 3600

Gain = Rs. (3816 – 3600) = Rs. 216

Gain percentage = 216/3600 × 100 = 6%

∴ Gain% is 6%.
3595.

A door company sold 50 doors on a day costing Rs. 189.50 each for Rs. 10,000. Then what is the profit obtained in rupees?1. 5222. 5253. 5734. 612

Answer» Correct Answer - Option 2 : 525

Given:

The costing price of door is Rs. 189.50

The selling price of door is Rs. 10000

Formula Used:

Profit = SP – CP

Calculation:

CP of 50 doors is = Rs. (50 × 189.50) = Rs. 9475

SP of 50 doors = Rs. 10000

Gain = Rs. (10000 – 9475) = Rs. 525

∴ Gain is Rs. 525.
3596.

Akash has to sell oil box worth Rs. 5750 for Rs. 4500 due to heavy rainfall. What is the loss percentage?1. 21.74%2. 23.47%3. 20%4. 23.45%

Answer» Correct Answer - Option 1 : 21.74%

Given:

The cost price of oil box is Rs. 5750

The selling price of oil box is Rs. 4500

Formula Used:

Loss% = (CP – SP)/CP × 100

Calculation:

Loss percentage = {(5750 – 4500)/5750 × 100} % = 21.74%

∴ Loss% is 21.74%.
3597.

Delhi High Court directed RBI to respond to the plea of commissioner of Income tax. (1) Appointed (2) Sacked (3) Removed (4) Selected (5) ResponsibleA. 5 & 1B. 1 & 2C. 2 & 3D. 3 & 4

Answer» Correct Answer - c
All options can fit. Only proper option with proper combination has to be selected.
3598.

Read the following conversation and change the underline sentence into reported speech :Policeman: What are you doing in the park Ravi: I’m walking my dog in the park.

Answer»

Policeman asked Ravi …….

Policeman asked (Questioned) Ravi that what was he doing in the park.

3599.

Rakesh had money to buy 8 mobile handsets of a specific company. But the retailer offered very good discount on that particular handset. Rakesh could buy 10 mobile handsets with the amount he had. What was the discount the retailer offered ?1. 15%2. 20%3. 25%4. 30%

Answer» Correct Answer - Option 2 : 20%

Given:

Rakesh had money to buy 8 mobile handsets

Calculation:

Let be assume Rakesh had X rupees 

⇒ Before the discount price of each phone = X/8

⇒ After the discount price of each phone = X/10

⇒ Total discount percentage = (X/8 - X/10)/(X/8) × (100) = 20%

∴ The required result will be 20%.

3600.

What do you think would be the _____ of this ring, if I were to sell it? A) worth B) value C) cost D) goodE) importance

Answer»

Correct option is B) value