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This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.

101.

दो छोटी गेंदें जिनमें से प्रत्येक स्तर पर q कुलॉम आवेश है, एक हुक द्वारा एक स्टैण्ड में समान लम्बाई L मीटर की दो विद्युतरोधी डोरियों द्वारा लटका दी गई हैं। यह पूरा सेट अंतरिक्ष में कृत्रिम उपग्रह में ले जाया जाता है। डोरियों के मध्य कोण तथा प्रत्येक डोरी में तनाव ज्ञात कीजिए ।

Answer» उपग्रह में गेंदें भारहीन हो जायेंगी । अतः दोनों बिंदु आवेशों के मध्य बल लगने के कारण डोरियाँ क्षैतिज हो जायेंगी । उनके बीच का कोण बनेगा । दोनों आवेशों के बीच `180^(@)` की दुरी 2L होगी।
अतः रस्सियों में तनाव = उनके बीच लगने वाला बल
`=(1)/(4pi epsilon_(0)).(q.q)/((2L)^(2))`
`=(1)/(4pi epsilon_(0)).(q^(2))/(4L^(2))` न्यूटन ।
102.

ताँबे के दो आवेशित विद्युतरोधी गोले A और B के केंद्रों के बीच की दुरी 50 सेमी है। (ii ) प्रतिकर्षण बल का मान क्या होगा - यदि प्रत्येक गोले पर आवेश की मात्रा दुगुनी कर दी जाती है, किन्तु उनके बीच की दुरी आधी कर दी जाती है ?

Answer» दिया है, r = 50 सेमी `=50xx10^(-2)` मीटर।
(ii ) `" "q_(1)=q_(2)=2xx6.5xx10^(-7)` कुलॉम ।
`r=(50)/(2)xx10^(-2)`
`=25xx10^(-2)` मीटर
सूत्र में मान रखने पर,
`F=(9xx10^(9)xx2xx6.5xx10^(-7)xx2xx6.5xx10^(-7))/((25xx10^(-2))^(2))`
`=(1521xx10^(-5))/(625xx10^(-4)) =2.4336xx10^(-1)`
`=0.2434` न्यूटन ।
103.

सामान्य रबर विद्युतरोधी होती है किन्तु वायुयान के रबर टायर कुछ चालक बनाये जाते हैं। क्यों ?

Answer» वायुमन के लैंडिंग (भूमि पर उतरते समय) के समय टायर व भूमि के मध्य घर्षण के कारण उसके टायर आवेशित हो जाते हैं। टायर कुछ चालक बनाये जाते हैं अतः आवेश टायर में न रहकर पृथ्वी में चला जाता है । इस प्रकार के टायर बनाते समय रबर के साथ कुछ कार्बन के अवयव मिला die जाते हैं। ऐसा न करने पर उत्पन्न चिंगारी आग का रूप ले सकती हैं।
104.

सूखे बालों में कंघी करने पर कंघी कागज के छोटे टुकड़ें को अपनी और आकर्षित करती है। क्यों ? क्या होगा यदि बाल गीले हो या फिर वर्षा का दिन हो?

Answer» सूखे बालों में कंघी करने पर घर्षण के कारण कंघी आवेशित हो जाती है। अतः कागज के छोटे टुकड़ों को अपनी और आकर्षित करने लगती है। गीले बालों या वर्षा के दिनों में नम वायु आवेश को प्रवाहित कर देती है जिससे कंघी कागज के छोटे टुकड़ों को आकर्षित नहीं कर पाती ।
105.

अंजली अपने सूखे बालों में कंघी करते समय देखती है की प्लास्टिक की कंघी , कंघी करने के पश्चात नीचे रखे कागज़ के छोटे टुकड़ों को अपनी और आकर्षित करते हैं , वह इस घटना को अपनी माँ को दिखाती है तो वह भी ऐसा करती हैं लेकिन अब कंघी कागज़ के छोटे टुकड़ों को अपनी और आकर्षित नहीं करती है क्योंकि उनके बालों में तेल लगा हुआ था । वह इसका कारण अपने पिताजी से पूछती है जो की भौतिकी विषय के अध्यापक है । उसकी इस समस्या का समाधान उसके पिताजी के उत्तर से हो जाता है । - जिससे वह खुश होकर इस भौतिकी के प्रयोग को अन्य छोटे भाई - बहनों व विद्यार्थियों को भी करके दिखाती है एवं उसकी व्याख्या भी करती है । उपरोक्त अनुच्छेद को पढ़कर निम्न प्रश्नों का उत्तर दीजिए ( a ) उपरोक्त अनुच्छेद से अंजली के किन मूल्यों की जानकारी प्राप्त होती है ?

Answer» अंजली में विज्ञान के प्रति रूचि , उत्सुकता एवं नेतृत्व के गुण परिलक्षित होते हैं ।
106.

सूखे बाल पर कंघी करने के बाद कागज़ के टुकड़े आकर्षित होते हैं लेकिन तेल लगे बालों में कंघी के बाद नहीं क्यों ?

Answer» जब प्लास्टिक की कंघी सूखे बालों पर चलाई जाती है तो वह घर्षण के कारण आवेशित हो जाती है और कागज़ के छोटे टुकड़ों को आकर्षित करती है । लेकिन तेल लगे बालों में कंघी करने के बाद कंघी में घर्षण की अनुपस्थिति के कारण आवेश उत्पत्ति की घटना नहीं होती है । अत : तेल लगी हुई कंघी कागज़ के छोटे टुकड़ों को आकर्षित नहीं कर पाती है।
107.

`+1.6xx10^(-19)` कुलॉम तथा `-1.6xx10^(-19)` कुलॉम के दो बिंदु आवेशों के बीच की दुरी 2.4 Å है। यह वैद्युत द्विध्रुव `4.0xx10^(5)` न्यूटन/कुलॉम के एकसमान विद्युत क्षेत्र में रखा है। निम्न की गणना कीजिए - द्विध्रुव की साम्यावस्था में स्थितिज ऊर्जा,

Answer» (ii) `U=-PE cos theta`
`=-3.84xx10^(-29)xx4xx10^(5)xx cos 0^(@)`
`=-15.36xx10^(-24)=-1.536xx10^(-23)J`
108.

(b ) स्पष्ट कीजिए कि दो क्षेत्र रेखाएँ कभी भी एक-दूसरे का प्रतिच्छेदन क्यों नहीं करती ?

Answer» (b) यदि दो क्षेत्र रेखाएँ एक-दूसरे को प्रतिच्छेदित करेंगी तो उनके प्रतिच्छेदन बिंदु पर क्षेत्र रेखओं पर खींची गई स्पर्श रेखा विद्युत क्षेत्र की दो दिशाओं को व्यक्त करेंगी , जो कि असम्भव है।
109.

स्पष्ट कीजिये की दो क्षेत्र रेखाएँ कभी भी एक-दूसरे का प्रतिच्छेदन क्यों नहीं करती है?

Answer» यदि दो क्षेत्र रेखाएं एक-दूसरे को प्रतिच्छेदित करेगी तो उनके प्रतिच्छेद बिंदु पर क्षेत्र रेखाओ पर खींची गई स्पर्श रेखा विद्युत क्षेत्र की दो दिशाओ को व्यक्त करेगी जो की असम्भव है।
110.

किसी चालक A जिसमे निम्न चित्र में दर्शाये अनुसार कोई कोटर/गुहा (Cavity) है, को Q आवेश दिया गया है। यह दर्शाइए की समस्त आवेश चालक के बाह्रा पृष्ठ पर प्रतीत होना चाहिए।

Answer» चित्र (a) के अनुसार आवेश Q गॉसियन पृष्ठ के बाहर स्थित है अत: पृष्ठ के भीतर विद्युत क्षेत्र अनुपस्थित होगा तथा गॉसियन पृष्ठ से गुजरने वाले विद्युत फ्लक्स का मान शून्य होगा।
111.

विद्युत क्षेत्र रेखाएँ बंद लूप निर्मित क्यों नहीं करती है?

Answer» विद्युत क्षेत्र रेखाएँ धनावेश से प्रारंभ होती है तथा ऋणावेश पर समाप्त होती है। विद्युत क्षेत्र एक संरक्षी क्षेत्र है। अत: आवेश द्वारा बंद वक्र में किया गया कुल शून्य कार्य होगा अर्थात विद्युत क्षेत्र रेखाएँ बंद लूप निर्मित नहीं करती है।
112.

विद्युत क्षेत्र रेखाएँ बंद लूप क्यों नहीं निर्मित करती हैं ?

Answer» विद्युत क्षेत्र रेखाएँ धनावेश से प्रारम्भ होती हैं तथा ऋणावेश पर समाप्त होती है। विद्युत क्षेत्र एक संरक्षी क्षेत्र है अतः आवेश द्वारा बंद वक्र में किया गया कुल कार्य शून्य होगा । अर्थात विद्युत क्षेत्र रेखाएँ बंद लूप निर्मित नहीं करता हैं।
113.

दो विद्युत आवेशों के बीच स्थिर विद्युत बल के लिए कुलॉम नियत तथा दो स्थिर बिंदु द्रव्यमानों के बीच गुरुत्वाकर्षण बल के लिए न्यूटन का नियम दोनों में ही बल आवेशों व द्र्वयमों के बीच की दुरी के वर्ग के व्युत्क्रमानुपाती होता है। इन दोनों बलों के परिमाण ज्ञात करके इनकी प्रबलताओं की तुलना कीजिए? (a ) (i ) एक इलेक्ट्रॉन तथा एक प्रोटॉन के मध्य

Answer» (a ) (i ) दुरी पर स्थित पर इलेक्ट्रॉन तथा एक प्रोटॉन के मध्य लगने वाला विद्युत बल
`F_(e)=(1)/(4pi epsilon_(0))(e^(2))/(r^(2))`
यहाँ ऋणात्मक चिन्ह दोनों आवेशों के मध्य आकर्षण बल को दर्शाता है। इसी प्रकार गुरुत्वाकर्षण बल (जो सदैव धनात्मक होता है)
`F_(G)=-G(m_(p)m_(e))/(r^(2))`
जहाँ व`m_(p)` व `m_(e)` क्रमशः प्रोटॉन एवं इलेक्ट्रॉन के द्रव्यमान हैं।
`therefore|(F_(e))/(F_(G))|=(-1)/(4piepsilon_(0)).(e^(2))/(r^(2))//(-Gm_(p)m_(e))/(r^(2))`
`=(e^(2)r^(2))/(4pi epsilon_(0)Gm_(p)m_(e))`
`therefore" "|(F_(e))/(F_(G))|=(9xx10^(9)xx(1.6xx10^(-19))^(2))/(6.67xx10^(-11)xx1.67xx10^(-27)xx9.1xx10^(-31))`
`=(9xx1.6^(2)xx10^(9)xx10^(-38))/(6.67xx1.67xx9.1xx10^(-11-27-31))`
`=(9xx2.56xx10^(9-38))/(101.364xx10^(-69))`
`=0.227xx(10^(-29))/(10^(-69))`
`=0.227xx10^(69-29)`
`0.227xx10^(40)`
या `|(F_(e))/(F_(G))|=2.27xx10^(-39)`
114.

दो विद्युत आवेशों के बीच स्थिर विद्युत बल के लिए कुलॉम नियत तथा दो स्थिर बिंदु द्रव्यमानों के बीच गुरुत्वाकर्षण बल के लिए न्यूटन का नियम दोनों में ही बल आवेशों व द्र्वयमों के बीच की दुरी के वर्ग के व्युत्क्रमानुपाती होता है। इन दोनों बलों के परिमाण ज्ञात करके इनकी प्रबलताओं की तुलना कीजिए? (b ) इलेक्ट्रॉन एवं प्रोटॉन में आकर्षण के विद्युत बल के कारण इलेक्ट्रॉन तथा प्रोटॉन के त्वरण की गणना कीजिए , जबकि इनके मध्य की दुरी `1Å(10^(-10)" मी")` है| `(m_(p)=1.6xx10^(-27)" किग्रा," m_(e)=9.11xx10^(-31)" किग्रा")`

Answer» (b ) एक इलेक्ट्रॉन व एक प्रोटॉन के मध्य स्थिर विद्युत बल का परिमाप
`|F|=(1)/(4pi epsilon_(0))(e^(2))/(r^(2))`
या `" "|F|=9xx10^(9)xx((1.6xx10^(-19))^(2))/((10^(-10))^(2))`
या `" "|F|=2.3xx10^(-8)N` (न्यूटन )
सूत्र F = ma से,
`a=(F)/(m)`
इलेक्ट्रॉन का त्वरण `(F)/(m_(e))=(2.3xx10^(-8))/(9.11xx10^(-31))=2.5xx10^(22)"मी./से."^(2)`
जहाँ `" "m_(e)=9.11xx10^(-31)kg`
तथा प्रोटॉन का त्वरण `a=(F)/(m_(p))=(2.3xx10^(-8))/(1.67xx10^(-27))`
जहाँ `" "m_(p)=1.67xx10^(-27)kg`
`=1.37xx10^(19)" मी./ से."^(2)`
115.

दो विद्युत आवेशों के बीच स्थिर विद्युत बल के लिए कुलॉम नियत तथा दो स्थिर बिंदु द्रव्यमानों के बीच गुरुत्वाकर्षण बल के लिए न्यूटन का नियम दोनों में ही बल आवेशों व द्र्वयमों के बीच की दुरी के वर्ग के व्युत्क्रमानुपाती होता है। इन दोनों बलों के परिमाण ज्ञात करके इनकी प्रबलताओं की तुलना कीजिए? (a ) (ii ) दो प्रोटॉनों के मध्य ।

Answer» a (ii) इसी r दुरी पर स्थित दो प्रोटॉनों के बीच स्थिर विद्युत बल एवं गुरुत्वाकर्षण बल के परिमाणों का अनुपात
`|(F_(e))/(F_(G))|=(1)/(4piepsilon_(0)G.)(e^(2))/(m_(p).m_(e))`
`=(9xx10^(9)xx(1.6xx10^(-19))^(2))/(6.67xx10^(-11)xx1.67xx10^(-27)xx1.67xx10^(-27))`
`|(F_(e))/(F_(G))|=1.24xx10^(36)`
116.

विद्युत बल रेखाओ की परिभाषा लिखिए।

Answer» विद्युत बल रेखा विद्युत क्षेत्र में खिंचा गया वह काल्पनिक, चिकना एवं निष्कों वक्र है, जिस पर एक स्वतंत्र एकांक धनावेश गति कर सकता है।
विद्युत बल रेखा आवेश की प्रकृति एवं स्थिति पर निर्भर करती है। यह सीधी या वक्र हो सकती है।
117.

स्पष्ट कीजिये की दो क्षेत्र रेखाएँ कभी भी एक-दूसरे का प्रतिच्छेदन क्यों नहीं करती?

Answer» यदि दो क्षेत्र रेखाएं एक-दूसरे को प्रतिच्छेदित करेगी तो उनके प्रतिच्छेदन बिंदु पर क्षेत्र रेखाओ पर खींची गई स्पर्श रेखा विद्युत क्षेत्र की दो दिशाओ को व्यक्त करेगी जो की असम्भव है।
118.

विद्युत बल रेखाओ के दो गुण लिखिए।

Answer» (i) विद्युत बल रेखाएँ धनावेश से प्रारम्भ होकर ऋणावेश पर समाप्त होती है।
(ii) विद्युत बल रेखाओ के किसी बिंदु पर खींची गई स्पर्श रेखा उस बिंदु पर विद्युत क्षेत्र की दिशा प्रदर्शित करती है।
119.

जब काँच की छड़ को रेशम के टुकड़े से रगड़ते है तो दोनों पर आवेश आ जाता है। इसी प्रकार की परिघटना का वस्तुओ के अन्य युग्मो में भी प्रेक्षण किया जाता है। स्पष्ट कीजिये की यह प्रेक्षण आवेश संरक्षण नियम से किस प्रकार सामंजस्य रखता है?

Answer» जब काँच की छड़ को रेशम के टुकड़े से रगड़ते है तब काँच की छड़ पर उत्पन्न धनावेश का परिमाण रेशम के कपड़े पर उत्पन्न ऋणावेश के परिमाण के बराबर होता है अर्थात घर्षण के पूर्व एवं घर्षण के पश्चात दोनों ही स्थितियों में कुल आवेश का मान समान (शून्य) है अत: इस परिघटना में आवेश संरक्षण के नियम की पुष्टि हुई।
120.

स्थिर वैद्युत क्षेत्र रेखा एक संतत वक्र होती है अर्थात कोई क्षेत्र रेखा एकाएक नहीं टूट सकती। क्यों?

Answer» स्थिर वैद्युत क्षेत्र रेखाएं (विद्युत बल रेखाएं) सम्पूर्ण बिद्युत क्षेत्र में उपस्थित होती है। विद्युत क्षेत्र रेखा के किसी बिंदु पर खींची गई स्पर्श रेखा वहाँ विद्युत क्षेत्र की दिशा को दर्शाती है। विद्युत क्षेत्र की दिशा में अचानक कोई परिवर्तन नहीं होता लेकिन क्षेत्र के दो सन्निकट बिन्दुओ पर विद्युत क्षेत्र की दिशा में सूक्ष्म परिवर्तन हो जाता है। किसी बिंदु आवेश से दुरी में वृद्धि के सापेक्ष विद्युत क्षेत्र की तीव्रता में कमी होती है अर्थात कोई क्षेत्र रेखा एकाएक नहीं टूट सकती।
121.

स्थिर वैद्युत क्षेत्र रेखा एक संतत व्रक होती है अर्थात कोई क्षेत्र रेखा एकाएक नहीं टूट सकती। क्यों ?

Answer» स्थिर वैद्युत क्षेत्र रेखाएं (विद्युत बल रेखाएं) सम्पूर्ण विद्युत क्षेत्र में उपस्थित होती है। विद्युत क्षेत्र रेखा के किसी बिंदु पर खींची गई स्पर्श रेखा वहाँ विद्युत क्षेत्र की दिशा को दर्शाती है। विद्युत क्षेत्र की दिशा में अचानक कोई परिवर्तन नहीं होता लेकिन क्षेत्र के दो सन्निकट बिन्दुओ पर विद्युत क्षेत्र की दिशा में सूक्ष्म परिवर्तन हो जाता है। किसी बिंदु आवेश से दुरी में वृद्धि के सापेक्ष विद्युत क्षेत्र की तीव्रता में कमी होती है अर्थात कोई क्षेत्र रेखा एकाएक नहीं टूट सकती।
122.

आप एक कार में जा रहे है यदि बिजली गिरने वाली हो तो आप अपने को सुरक्षित रकने के लिए किया करेंगे

Answer» खिड़की बंद कर लेंगे । ऐसा करने से यदि बिजली गिरती है तो सम्पूर्ण आवेश कार के बहरी पृष्ठ पर ही होगा, जिससे हम सुरक्षित रहेंगे ।
123.

कार के चलते समय यदि बिजली गिरने की संभावना हो, तो क्या करना चाहिए।

Answer» कार की खिड़की बंद कर लेनी चाहिए, क्योकि ऐसा करने से यदि बिजली गिरती है तो सम्पूर्ण आवेश कार के बहरी पृष्ठ पर होगा, जिससे हम सुरक्षित रहेंगे।
124.

उपरोक्त प्रश्न में एकसमान विद्युत क्षेत्र का 20 सेमी भुजा के किसी घन से (जो इस प्रकार अभिविन्यासित है कि उसके फलक निर्देशांक तलों के समांतर हैं) कितना नेट फ्लक्स गुजरेगा ?

Answer» नेट विद्दुत फ्लक्स का मान शून्य होगा क्योंकि घन में प्रवेश करने वाले फ्लक्स का मान उससे निर्गत कुल फ्लक्स के मान के बराबर है ।
125.

किसी काले बॉक्स के पृष्ठ पर विद्युत क्षेत्र की सावधानीपूर्वक ली गई माप यह संकेत देती है कि बॉक्स के पृष्ठ से गुजरने वाला नेट फ्लक्स `8.0xx10^(3)Nm^(2)//C` है। (b ) यदि बॉक्स के पृष्ठ से नेट बहिर्मुखी फ्लक्स शून्य है, तो क्या आप यह निष्कर्ष निकालेंगे कि बॉक्स के भीतर कोई आवेश नहीं है ? क्यों, अथवा क्यों नहीं ?

Answer» नहीं, यह निष्कर्ष नहीं निकाला जा सकता कि बॉक्स के भीतर कोई आवेश नहीं है। बॉक्स के भीतर आवेशों का बीजीय योग शून्य होगा ।
अर्थात `" "phi_(E)=0, q=0" तब " Sigmaq=0.`
126.

किसी काले बॉक्स के पृष्ठ पर विद्युत क्षेत्र की सावधानीपूर्वक ली गई माप यह संकेत देती है कि बॉक्स के पृष्ठ से गुजरने वाला नेट फ्लक्स `8.0xx10^(3)Nm^(2)//C` है। (a ) बॉक्स के भीतर नेट आवेश कितना है?

Answer» बॉक्स के पृष्ठ से गुजरने वाला फ्लक्स `phi=(q)/(epsilon_(0))`
`because" "epsilon_(0)=8.854xx10^(12)`
या `" "q=epsilon_(0)phi`
`" "=8.854xx10^(12)xx8xx10^(3)`
`" "=70.8xx10^(-9)C`
`" "=0.07muC.`
127.

निम्न चित्र में विद्युत क्षेत्र अवयव `E_(x)=alphax^(1//2), E_(y)=E_(z)=0` है जिसमें `alpha=800N//C` है। (a ) घन से गुजरने वाला फ्लक्स तथा (b ) घन के भीतर आवेश परिकलित कीजिए । `a =0.1m` है ।

Answer» चूँकि विद्युत क्षेत्र का केवल x अवयव ही है, x दिशा के लंबवत विद्युत क्षेत्र केवल X - अक्ष की दिशा में क्रियाशील है, इसके y एवं z घटक शून्य है।
विद्युत क्षेत्र के बाई (Left ) घटक का मान
`E_(L)=alpha x^((1)/(2))=alphaa^((1)/(2))=alphasqrta [ because x=a]`
बायीं फलक (Left face) से बद्ध विद्युत फ्लक्स
`phi_(L)=vec(E_(L)).vec(DeltaS)`
`=E_(L)DeltaS cos theta`
`=E_(L).a^(2)cos 180^(@)`
`=-E_(L)a^(2)" "[because cos 180^(@)=-1]`
इसी प्रकार दाहिने फलक (Right face ) पर विद्युत क्षेत्र का परिमाण
`E_(R)=alpha a^((1)/(2))=alpha(2a)^((1)/(2))`
[ x = 2a दाहिने फलक पर ]
अतः दाहिने फलक से बद्ध फ्लक्स
`phi_(R)=E_(R) DeltaS cos 0^(@)=E_(R)a^(2)`
`therefore` अतः घन से संबद्ध कुल फ्लक्स
`phi_(E)=phi_(L)+phi_(R)=E_(R)a^(2)-E_(L)a^(2)`
`=a^(2)(E_(R)-E_(L))`
`=alpha a^(2)(sqrt(2a)-sqrta)`
`=alphaa^(5//2)(sqrt2-1)`
`=800xx(0.1)^(5//2)(sqrt2-1)`
या `" "phi_(L)=1.05"N m"^(2)C^(-1).`
(b ) गॉस के नियम की सहायता से घन के भीतर का कुल आवेश ज्ञात क्र सकते हैं, अतः
`phi=(q)/(epsilon_(0))" या "q=epsilon_(0)" से ,"`
`q=1.05xx8.854xx10^(-12)C=9.27xx10^(-12)C`.
128.

एक समान विद्युत क्षेत्र `E=3xx10^(3)hatiN//C` पर विचार कीजिए - इसी वर्ग से गुजरने वाला फ्लक्स कितना है यदि इसके तल का अभिलम्ब X - अक्ष से `60^(@)` कोण बनाता है?

Answer» दिया है - `theta=60^(@)`
अतः विद्युत फ्लक्स `phi=vecE.vecds=E ds cos theta`
`=3xx10^(3)xx(0.1)^(2)xxcos60^(@)`
`=3xx10^(3)xx0.01xx(1)/(2)`
`="15 N m"^(2)C^(-1)`
129.

एक समान विद्युत क्षेत्र `E=3xx10^(3)hatiN//C` पर विचार कीजिए - (a ) इस क्षेत्र का 10 cm भुजा के वर्ग के उस पार्श्व से जिसका तल xy तल के समांतर है गुजरने वाला फ्लक्स क्या है?

Answer» विद्युत फ्लक्स `phi=vecE.vecds`
`=Eds cos theta`
`vecE=3xx10^(3)hatiNC^(-1)`
तथा `" "vecds=(0.1xx0.1)hati` ltBrgt `therefore" "phi=3xx10^(3)hati.(0.01)hati`
`=30"Nm"^(2)C^(-1)` दिया है - अतः विद्युत फ्लक्स