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This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.
| 51. |
एकसमान विद्युत-क्षेत्र में खींची गई बल रेखाएँ किस प्रकार की होती है? |
| Answer» परस्पर समांतर एवं समदूरस्थ | |
| 52. |
विद्युत - क्षेत्र का मात्रक किसके समतुल्य नहीं है -A. जूल/कुलॉमB. न्यूटन/कुलॉमC. वोल्ट/मीटरD. जूल/ कुलॉन - मीटर |
| Answer» Correct Answer - a | |
| 53. |
संलग्न चित्र में किसी विद्युत-क्षेत्र से संबंधित कुछ विद्युत-बल रेखाएँ प्रदर्शित की गई हैं। तब - A. `E_(A) gt E_(B) gt E_(C)`B. `E_(A)=E_(B)=E_(C)`C. `E_(A)=E_(C) gt E_(B)`D. `E_(A)=E_(C) lt E_(B)` |
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Answer» Correct Answer - c A और C पर बल रेखाएँ सघन हैं तथा समांतर हैं। अतः `E_(A)=E_(C)` B पर बल रेखाएँ विरल हैं। अतः `E_(B) lt E_(A)` `therefore" "E_(A)=E_(C) gt E_(B).` |
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| 54. |
एक मिमी त्रिज्या के तार पर आवेश समान रूप से वितरित है । इसके 1 सेमी लम्बाई पर Q आवेश है। चित्र में दर्शाये अनुसार एक बेलनाकार पृष्ठ, जिसकी त्रिज्या 50 सेमी तथा लम्बाई 1 मीटर है, तार को घेरा हुआ है। तब पृष्ठ से गुजरने वाला सम्पूर्ण पृष्ठ होगा - A. `(Q)/(epsilon_(0))`B. `(100Q)/(epsilon_(0))`C. `(10Q)/(piepsilon_(0))`D. `(100Q)/(piepsilon_(0))` |
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Answer» Correct Answer - b 1 सेमी पर लम्बाई Q है। अतः 1 मीटर (100 सेमी) पर कुल आवेश 100 Q होगा । अब गॉस प्रमेय से, `phi_(cancelin)=(q)/(epsilon_(0))=(100Q)/(epsilon_(0)).` |
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| 55. |
आवेशित खोखले गोलीय चालक के अंदर किसी बिंदु पर विद्युत - क्षेत्र की तीव्रता होती है -A. अचरB. शून्यC. चालक के केंद्र से दुरी के साथ परिवर्तनीयD. इनमें से कोई नहीं । |
| Answer» Correct Answer - b | |
| 56. |
यदि एक चालक में पृष्ठ के प्रति एकांक क्षेत्रफल पर आवेश हो, तो पृष्ठ के किसी बिंदु पर विद्युत-क्षेत्र की तीव्रता है -A. `((q)/(epsilon_(0)))` पृष्ठ के अभिलंबवतB. `((q)/(2epsilon_(0)))` पृष्ठ के लंबवतC. `((q)/(epsilon_(0)))` पृष्ठ के स्पर्श रेखीयD. `((q)/(2epsilon_(0)))` पृष्ठ के स्पर्श रेखीय |
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Answer» Correct Answer - a विद्युत - बल रेखाएँ चालक के तल के लंबवत होती है। अतः `vecE` और `vec(dS)` की दिशाएँ समान होंगी । `therefore" "phi_(E)=E` किन्तु `dS=1` `therefore" "phi_(E)=E` किन्तु `" "phi_(E)=(q)/(epsilon_(0))` `rArr" "E=(q)/(epsilon_(0)).` |
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| 57. |
0.1 मीटर अर्द्धव्यास वाले धातु के एक खोखले गोले को `10^(-8)` कुलॉम आवेश से एकसमान रूप से आवेशित किया गया है। निम्नलिखित अवस्थाओं में विद्युत क्षेत्र की तीव्रता ज्ञात कीजिए - गोले के केंद्र से 5 से मी दूर |
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Answer» 5 से. मी. `=(5)/(100)` मीटर = 0.05 मीटर यहाँ E = 0, क्योंकि बिंदु गोले के भीतर है। |
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| 58. |
क्या 1 से मी त्रिज्या के धातु के गोले को एक कुलॉम आवेश दिया जा सकता है? कारण सहित स्पष्ट कीजिए । |
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Answer» गोले के तल पर विद्युत क्षेत्र की तीव्रता `E=(1)/(4pi epsilon_(0)).(q)/(r^(2))` दिया है- q = 1 कुलॉम, r = 1 से. मी. `=10^(-2)` मीटर , सूत्र में मान रखने पर, `E=(9xx10^(9)xx1)/((10^(-2))^(2)=9xx10^(13)` न्यूटन/कुलॉम । वायु में विद्युत क्षेत्र की तीव्रता `3xx10^(6)` न्यूटन / कुलॉम से अधिक होने पर वायु आयनित हो जाएगी जिससे गोले के आवेश का वायु में क्षरण होने लगेगा। अतः गोले का 1 कुलॉम आवेश नहीं दिया जा सकता। |
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| 59. |
X - अक्ष पर `x=1,2,4,8,...` मीटर पर अनंत आवेश रखे गए हैं। इस आवेशों के कारण x = 0 पर विद्युत क्षेत्र की तीव्रता का मान ज्ञात कीजिए । प्रत्येक आवेश का मान q है। |
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Answer» सूत्र: विद्युत - क्षेत्र की तीव्रता `E=(1)/(4pi epsilon_(0)).(q)/(r^(2))=9xx10^(9)(q)/(r^(2))` `therefore" x = 0"` पर विद्युत क्षेत्र की तीव्रता `E=9xx10^(9)q[(1)/(1^(2))+(1)/(2^(2))+(1)/(4^(2))+(1)/(8^(2))+...oo]` `=9xx10^(9)q[1+(1)/(2^(2))+(1)/(2^(4))+(1)/(2^(6))+...oo]` `1+(1)/(2^(2))+(1)/(2^(4))+(1)/(2^(6))+...oo` अनंत गुणोत्तर श्रेणी है जिसका योगफल `S=(a)/(1-r)` `=(1)/(1-(1)/(2^(2)))=(1)/(1-(1)/(4))=(4)/(3)` `therefore" "E=9xx10^(9).qxx(4)/(3)` `=1.2xx10^(10)q` न्यूटन/कुलॉम । |
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| 60. |
एकसमान विद्युत क्षेत्र में रखा विद्युत द्विध्रुव किस अवस्था में स्थाई संतुलन में होगा? |
| Answer» जब विद्युत द्विध्रुव का अक्ष विद्युत क्षेत्र के साथ का कोण बनाते हुए रखा जाये तो वह स्थाई संतुलन की अवस्था में होगा। | |
| 61. |
एक गोलीय सममित आवेश वितरण दिया गया है जिसमें आवेश घनत्व इस प्रकार परिवर्तित होता है- `rho(r)=rho_(0)((5)/(4)-(r)/(R)),r=R` तक तथा `rho(r)=0, r gt R` के लिए, जहाँ r मूलबिंदु से दुरी है। मूलबिंदु से दुरी `r(r ltR)` पर विद्युत क्षेत्र इस प्रकार दिया जाता है-A. `(4pi rho_(0)r)/(3epsilon_(0))((5)/(3)-(r)/(R))`B. `(rho_(0)r)/(4epsilon_(0))((5)/(3)-(r)/(R))`C. `(4rho_(0)r)/(3epsilon_(0))((5)/(3)-(r)/(R))`D. `(rho_(0)r)/(3epsilon_(0))((5)/(3)-(r)/(R))` |
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Answer» Correct Answer - b x त्रिज्या और dx मोटाई के एक गोलीय कोष की कल्पना करो। तब `dq=rho(x).4pix^(2)dx` `rho_(0)((5)/(4)-(x)/(R)).4pix^(2)dx` `therefore q=4pirho_(0)int_(0)^(r)((5)/(4)-(x)/(R))x^(2)dx` `=4rho_(0)((5r^(3))/(12)-(r^(3))/(4R))` `rArr E=(1)/(4pi epsilon_(0)).(q)/(r^(2))=(rho_(0)r)/(4epsilon_(0))((5)/(3)-(r)/(R)).` |
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| 62. |
सरकण्डे की एक गोली जिसका द्रव्यमान `5.0xx10^(-5)` किग्रा है पर `3xx10^(-8)` कूलॉम आवेश है। इस गोली की ऊपर 10 सेमी की दुरी पर स्थित सरकण्डे की दूसरी गोली में कितना आवेश होना चाहिए जो पहली गोली को संतुलन में रख सके ? |
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Answer» संतुलन की स्थिति में `mg=(1)/(4pi epsilon_(0)).(q_(1)q_(2))/(r^(2))=1.85xx10^(-9)` कूलॉम |
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| 63. |
दो समान रूप से आवेशित गोले A और B एक-दूसरे को `2xx10^(-5)` न्यूटन बल से एक-दूसरे को न्यूटन बल से एक-दूर को प्रतिकर्षित करते हैं। इसी प्रकार एक अन्य धातु का गोला C , गोला P से स्पर्श कराकर उनके ठीक मध्य में रख दिया जाता है। गोला C पर लगने वाले कुल बल की गणना कीजिए । |
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Answer» पहली स्थिति में `F_(1)=9xx10^(9)(qxxq)/(r^(2))=2xx10^(-5)N` A और C को स्पर्श कराने पर प्रत्येक पर `(q)/(2)` आवेश रहेगा । अतः गोले C पर कुल बल `F_(2)=9xx10^(9)((q)/(2)xx(q)/(2))/(((r)/(2))^(2))` `=2xx10^(-5)N.` |
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| 64. |
एक वर्ग की प्रत्येक भुजा की लम्बाई 1 मीटर है। उसके चारों कोनों पर कर्मानुसार `+1xx10^(-9),+2xx10^(-9), +1xx10^(-9)" तथा "+2xx10^(-9)` कूलॉम आवेश रखे गए हैं। उसके केंद्र पर रखे कूलॉम आवेश पर कितना बल लगेगा? |
| Answer» केंद्र पर विद्युत - क्षेत्र की तीव्रता शून्य होगी । | |
| 65. |
कूलॉम का व्युत्क्रम वर्ग का नियम लिखिए। |
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Answer» कॉलम के व्युत्क्रम वर्ग के नियम के अनुसार, दो बिंदु आवेशों के मध्य लगने वाला बल, उन आवेशों के मान के गुणनफल के अनुक्रमानुपाती तथा उनके बीच की दुरी के वर्ग के व्युत्क्रमानुपाती होती है। यदि `q_(1)` और `q_(2)` परिमाण के दो बिंदु आवेश यह-दूसरे से r दुरी पर हो तथा उनके बीच लगने वाला बल F हो, तो `F prop q_(1) q_(2)` एवं `F prop (1)/(r^(2))` दोनों को मिलकर लिखने पर, `F prop (q_(1)q_(2))/(r^(2))` या `F = K (q_(1)q_(2))/(r^(2))` जहाँ K एक अनुपातिक नियतांक है। S.I पद्धति में वायु या निर्वात के लिए `K = (1)/(4pi epsi_(0))` होता है। अत: `F = (1)/(4pi epsi_(0)) (q_(1)q_(2))/(r^(2))` |
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| 66. |
`q_(1)` और `q_(2)` इस प्रकार के बिंदु आवेश है कि `q_(1) xx q_(2) gt 0` दोनों आवेशों के बीच बल की क्या प्रकृति है? |
| Answer» `q_(1) xx q_(2) gt 0` का तात्पर्य यह है की दोनों धनात्मक या ऋणात्मक आवेश होंगे। अत: उनके बीच की प्रकृति प्रतिकर्षण की होगी। | |
| 67. |
S.I. पद्धति में `epsi_(0)` का मान कितना होता है? |
| Answer» `8.854 xx 10^(-12) "कॉलम"^(2)//"न्यूटन-मीटर"^(2)`। | |
| 68. |
आवेश संरक्षण का नियम क्या है? एक उदाहरण भी दीजिये। |
| Answer» किसी विलय का निकाय में न तो आवेश उत्प्नना किया जा सकता है और न ही नष्ट किया जा सकता है। ऐसे आवेश संरक्षण का नियम कहते है। उदाहरण -जब एक काँच की छड़ को रेशम के धागे से रगड़ा जाता है तब काँच की छड़ धनावेशित तथा रेशम का धागा ऋणावेशित हो जाता है। यहाँ काँच की छड़ पर उत्प्नना धनावेश का मान रेशम के धागे पर उत्प्नना ऋणावेश के बराबर होता है। | |
| 69. |
प्रकृति में मूल आवेश किसे माना गया है? |
| Answer» प्रकृति में इलेक्ट्रॉन को मूल आवेश माना गया है। | |
| 70. |
कॉलम के नियम के आधार पर एकांक आवेश की परिभाषा दीजिये। |
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Answer» कॉलम के नियमानुसार, वायु या निर्वात में r मीटर की दुरी पर रखे `q_(1)` व `q_(2)` कॉलम के आवेशों के बीच विद्युत बल `F = (1)/(4pi epsi_(0)) (q_(1)q_(2))/(r^(2))` `= 9 xx 10^(9) (q_(1)q_(2))/(r^(2))` न्यूटन, इस सूत्र में, यदि `q_(1) = q_(2) = 1` कॉलम, r = 1 मीटर, तो `F = 9 xx 10^(9)` न्यूटन। अत: एक कॉलम वह आवेश है जो अपने ही बराबर एवं सजातीय आवेश से निर्वात या हवा में 1 मीटर की दुरी पर रखने पर उसे `9 xx 10^(9)` न्यूटन के बल से प्रतिकर्षित करता है। 1 कॉलम आवेश S.I पद्धति में एकांक आवेश होता है। |
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| 71. |
मूल आवेश क्या है? इसका मान कितना होता है? |
| Answer» आवेश की सबसे छोटी इकाई को मूल आवेश कहते है। प्रकृति में यह न्यूनतम आवेश एक इलेक्ट्रॉन आवेश (e) के बराबर होता है तथा अन्य सभी आवेश इस निश्चित न्यूनतम आवेश के पूर्ण गुणज होते है। इसका मान `e = 1.6 xx 10^(-19)` कॉलम होता है। | |
| 72. |
विद्युत आवेश का न्यूनतम सम्भव मान क्या है? |
| Answer» `e = +- 1.6 xx 10^(-19)` कॉलम। | |
| 73. |
आवेश के क्वांटिकरण से क्या तात्पर्य है? मूल आवेश का मान लिखिए। क्या कॉलम आवेश सम्भव है? |
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Answer» प्रकृति में आवेश सदैव एक निश्चित न्यूनतम मान का पूर्ण गुणज होता है। ऐसे आवेश की क्वांटम प्रकृति कहते है। इस (e) न्यूनतम आवेश को ही मूल आवेश या इलेक्ट्रॉनिक आवेश कहते है। इसका मान `1.6 xx 10^(-19)` कॉलम होता है। किसी भी आवेशित वस्तु पर आवेश को चाहे वह कितनी भी छोटी अथवा बड़ी हो, निम्नानुसार व्यक्त किया जा सकता है- `q = +- "ne"`, जहाँ `n = 1, 2, 3, 4`.... इस प्रकार किसी भी आवेशित वस्तु पर आवेश का मान `+- e, +- 2e, + 3e`.....इत्यादि होता है। जबकि आवेश के 0.7e, 1.1e, 2.7e इत्यादि मान सम्भव नहीं है। `10^(-25)` कॉलम का मान सम्भव नहीं है। |
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| 74. |
आवेश की मात्रा और एक इलेक्ट्रॉन पर आवेश के मध्य क्या संबंध होता हैं ? |
| Answer» Correct Answer - `q=n e`. | |
| 75. |
न्यूनतम सम्भव आवेश कितना होता है ? |
| Answer» `1.6xx10^(-19)` कूलॉम । | |
| 76. |
एक इलेक्ट्रॉन पर आवेश की मात्रा होती है-A. `1.6xx110^(-10)` कुलॉमB. `2.6xx10^(-10)` कुलॉमC. `1.6xx10^(-19)` कुलॉमD. `1xx10^(19)` कुलॉम |
| Answer» Correct Answer - c | |
| 77. |
`epsilon_(0)` का मात्रक बताइये । |
| Answer» कूलॉम के नियमानुसार `"कूलॉम"^(2)-" न्यूटन"^(-1)xx" मीटर"^(2)` । | |
| 78. |
एक आदर्श वैद्युत द्विध्रुव का आकर कितना होगा है? |
| Answer» Correct Answer - शून्य | |
| 79. |
वायु का परावैद्युतांक है -A. `8.85xx10^(-12) "कुलॉम"^(2)//" न्यूटन"^(-1)" मीटर"^(2)`B. 1C. अनन्तD. इनमे से कोई नहीं । |
| Answer» Correct Answer - b | |
| 80. |
S.I. पद्दति में `epsilon_(0)` का मान कितना होगा है? |
| Answer» `8.854xx10^(-12)" कूलॉम"^(2)//"न्यूटन मीटर"^(2)` | |
| 81. |
धातु का परावैद्युतांक कितना होता है? |
| Answer» Correct Answer - अंकित | |
| 82. |
एकसमान विद्युत -क्षेत्र में रखा विद्युत द्विध्रुव किस अवस्था में स्थाई संतुलन में होगा ? |
| Answer» जब विद्युत द्विध्रुव का अक्ष विद्युत -क्षेत्र के साथ `0^(@)` का कोण बनाते हुए रखा, जाये, तो वह स्थायी संतुलन की अवस्था में होगा । | |
| 83. |
दो बिंदु आवेश `q_(1)` तथा `q_(2)` के परिमाण क्रमशः `+10^(-8)C` तथा `-10^(-8)C` है एक- दूसरे से 0.1 मी दुरी पर रखे हैं चित्र में दर्शाये बिंदुओं A ,B व C विद्युत - क्षेत्र की गणना कीजिए । |
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Answer» धनावेश `q_(1)` के कारण A पर विद्युत क्षेत्र सदिश `vecE_(1A)` की दिशा दायीं ओर है तथा इसका परिणाम `E_(1A)=((9xx10^(9)"Nm"^(2)C^(-2))xx(10^(-8)C))/((0.05m)^(2))` `=3.6xx10^(4)NC^(-1)` (दायीं ओर) ऋणावेश `q_(2)` के कारण A पर विद्युत - क्षेत्र सदिश `vecE_(2A)` भी दायीं ओर होगा तथा इसका परिमाण `vecE_(1A)` के समान है। `E_(2A)=E_(1A)=3.6xx10^(4)"NC"^(-1)` अतः A पर कुल विद्युत - क्षेत्र `E_(A)` का परिणाम `E_(A)=E_(1A)+E_(2A)=7.2xx10^(4)"NC"^(-1)` (दायीं ओर ) धनावेश `q_(1)` के कारण बिंदु B पर विद्युत - क्षेत्र सदिश `vecE_(1B)` की दिशा बायीं ओर है तथा इसका परिमाण `E_(1B)=((9xx10^(9)"Nm"^(2)C^(-2))xx(10^(-8)C))/((0.15m)^(2))` `=4xx10^(3)NC^(-1)` ऋणावेश `q_(2)` के कारण B बिंदु पर विद्युत - क्षेत्र सदिश `vecE_(2B)` की दिशा दायीं ओर है तथा इसका परिमाण `E_(2B)=((9xx10^(9)"Mn"^(2)C^(-2))xx(10^(-8C)))/((0.15m)^(2))` `=4xx10^(3)NC^(-1)` अतः बिंदु B पर कुल विद्युत क्षेत्र का परिमाण `E_(B)=E_(1B)-E_(2B)=32xx10^(3)NC^(-1)` (बायीं ओर ) `q_(1)` तथा `q_(2)` में प्रत्येक के कारण बिंदु C पर विद्युत - क्षेत्र सदिश `vecE_(1C)` का परिमाण समान है अतः `E_(1C)=E_(2C)=((9xx10^(9)"Nm"^(2)C^(-2))xx(10^(-8)C))/((0.10)^(2))` `=9xx10^(3)NC^(-1)` दोनों सदिशों `vecE_(1C)` व `vecE_(2C)` की दिशा चित्र में प्रदर्शित हैं। इस दो सदिशों के परिणामी सदिश का परिमाण `E_(C)=E_(1)cos.(pi)/(3)+E_(2)mcos.(pi)/(3)` `=9xx10^(3)NC^(-1)` (`E_(C)` की दिशा दायी ओर है। ) |
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| 84. |
विद्युत क्षेत्र का निर्धारण करने के लिए प्रयुक्त परीक्षण आवेश अत्यधिक सूक्ष्म लिया जाता है। क्यों ? |
| Answer» परीक्षण आवेश अत्यधिक सूक्ष्म लिया जाता है क्योंकि परीक्षण आवेश का वृहद (Large ) मान स्त्रोत आवेश (जिससे विद्युत क्षेत्र उत्पन्न हो रहा है) को प्रभावित करेगा। जिससे विद्युत क्षेत्र के मापन में त्रुटि की संभावना होगी । | |
| 85. |
सूक्ष्म तरंगों (Micro wave ) से भोजन पकाने में विद्युत क्षेत्र की क्या भूमिका होती है? |
| Answer» जल युक्त भोजन को सूक्ष्म तरंगों से आसानी से पकाया जा सकता है, क्योंकि जल के अनु विद्युत द्विध्रुव होते हैं जो सूक्ष्म तरंगों के विद्युत क्षेत्र के कारण दोलन करते हैं। इस दोलन के कारण जल के अनु के मध्य हाइड्रोजन व ऑक्सीजन का बंध (H - O - H ) टूट जाता है तथा अपनी ऊर्जा को ऊष्मीय ऊर्जा के रूप में स्थनांतरित कर देता है । | |
| 86. |
क्या किसी पदार्थ में `2.2xx10^(-19)` कुलॉम आवेश हो सकता है ? |
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Answer» दिया है: आवेश `q=2.2xx10^(-19)` कुलॉम , इलेक्ट्रॉन का आवेश `e=1.6xx10^(-19)` कुलॉम सूत्र - q = ne से, `n=(q)/(e)=(2.2xx10^(-19))/(1.6xx10^(-19))=1.375.` जो कि सम्भव नहीं है, क्योंकि इलेक्ट्रानों का रूपांतरण पूर्ण गुणज में ही होता है। अतः किसी पदार्थ में `2.2xx10^(-19)` कुलॉम आवेश नहीं हो सकता । |
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| 87. |
एक चालक पर 500 इलेक्ट्रानों की कमी है। इस पर आवेश की मात्रा तथा प्रकृति ज्ञात कीजिए । |
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Answer» `q = n e rArr q = 500 xx1.6xx10^(-19)` `=8xx10^(-17)` (धनात्मक ) | |
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| 88. |
किसी वस्तु के आवेशित होने का मूल करक क्या है ? |
| Answer» इलेक्ट्रॉन का स्थानांतरण | |
| 89. |
एक वैधुत द्विध्रुव पर नेट आवेश कितना होता है? |
| Answer» Correct Answer - शून्य | |
| 90. |
वायु में स्थित दो आवेश एक-दूसरे को `10^(-4)` के बल से प्रतिकर्षित करते हैं। जब दोनों के बीच तेल रखा जाता है, तो दोनों के बीच लगने वाला बल `2.5xx10^(-5)` हो जाता है। तेल का परावैद्युतांक है -A. `2.5`B. `0.25`C. `2.0`D. `4.0` |
| Answer» Correct Answer - c | |
| 91. |
एक वस्तु पर एक कुलॉम ऋणावेश है। उस पर सामान्य अवस्था में कितने इलेक्ट्रॉन अधिक हैं?A. `6.25xx10^(-18)`B. `1.6xx10^(-19)`C. `6.25xx10^(15)`D. `6.25xx10^(18)` |
| Answer» Correct Answer - d | |
| 92. |
किसी वस्तु पर `4.8xx10^(-19)` कुलॉम का धनवेश है। उस पर कितने इलेक्ट्रानों की कमी है? |
| Answer» `n=(q)/(e)=(48xx10^(-19))/(1.6xx10^(-19))=3.` | |
| 93. |
एक पिंड में `-80muC` का आवेश है। उसमें इलेक्ट्रानों की अधिकता है -A. `80xx10^(15)`B. `80xx10^(-15)`C. `5xx10^(14)`D. `1.28xx10^(-17)` |
| Answer» Correct Answer - c | |
| 94. |
एक चालक पर `14.4xx10^(-19)` कुलॉम धनावेश है। इस चालक पर कितने इलेक्ट्रानों की अधिकता या कमी है? |
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Answer» आवेश की मात्रा q = ne `therefore" "n=(q)/(e)=(14.4xx10^(-19))/(1.6xx10^(-19))=9` चूँकि चालक पर धनावेश है, उसमें 9 इलेक्ट्रानों की कमी है। |
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| 95. |
एक पदार्थ में 50 इलेक्ट्रानों की कमी है। उसमें आवेश की मात्रा और प्रकार बताइये । |
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Answer» दिया है: `n=50, e=1.6xx10^(-19)` कुलॉम , q = ? सूत्र - आवेश की मात्रा q = ne `=50xx1.6xx10^(-19)` ltbr `=8.0xx10^(-18)` कुलॉम पदार्थ में कलेक्ट्रानों की कमी है, अतः आवेश धनावेश होगा। |
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| 96. |
दो समांतर चादरों में समान पृष्ठ आवेश घनत्व `sigma` है। उनके मध्य विद्युत-क्षेत्र होगा -A. `(sigma)/(2epsilon_(0))`B. `(sigma)/(epsilon_(0))`C. शून्यD. `(2sigma)/(epsilon_(0))` |
| Answer» Correct Answer - c | |
| 97. |
धातु के एक घनाकार टुकड़े को Q आवेश दिया जाता है। धातु के टुकड़े को Q को आवेश दिया जाता है। धातु के टुकड़े के लिए निम्न में से कौन-सा कथन सत्य है-A. टुकड़े की सतह पर विद्युत विभव शून्य हैB. टुकड़े के अंदर विद्युत विभव शून्य हैC. विद्युत -क्षेत्र टुकड़े की तीव्रता है - पृष्ठ के अभिलंबवत हैD. विद्युत - क्षेत्र टुकड़े के अंदर परिवर्तित होता है |
| Answer» Correct Answer - a | |
| 98. |
एक द्विध्रुव एक गोले के व्यास पर इस प्रकार रखा जाता है की वह ठीक गोले की सतह को स्पर्श करता हो तो निकलने वाली बल रेखाओं की प्रकृति क्या होगी ? |
| Answer» यदि गोला चालक होगा, तो बल रेखाएं धन व ऋण आवेश के मध्य ही सिमित होंगी अन्यथा वे गोले के एक सिरे से निकलेगी व दूसरे सिरे पर प्रवेश करेंगी । | |
| 99. |
`R_(1)` त्रिज्या के गोले पर केंद्र O के सापेक्ष एकसमान आवेश वितरित है। `R_(2)` त्रिज्या की गोलीय कोटर (Cavity) बिंदु P पर इस प्रकार है की `OP=a=R_(1)-R_(2)`, यदि कोटर के भीतर दुरी r पर विद्युत क्षेत्र की तीव्रता हो, तो निम्न में सत्य संबंध होगा - A. `vecE` एकसमान है। इसका परिमाण `R_(2)` से स्वतंत्र है लेकिन दिशा r पर निर्भर करती है।B. `vecE` एकसमान है। इसका परिमाण `R_(2)` पर निर्भर करता है तथा r पर निर्भर करती है।C. `vecE` एकसमान है। इसका परिमाण a से स्वतंत्र है लेकिन दिशा a पर पर निर्भर करती है।D. `vecE` एकसमान है। इसकी दिशा व परिमाण a पर निर्भर करती है। |
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Answer» Correct Answer - d दिया गया गोला कुचालक है क्योंकि इसका एकसमान आवेश घनत्व है। अतः इसके अंदर किसी बिंदु पर विद्युत - क्षेत्र `vecE=vecE_(1)+vecE_(2)` `=(rho)/(3epsilon_(0))vec(OA)+(rho)/(3epsilon_(0))vec(AP)` `=(rho)/(3epsilon_(0))vec(OA)+(rho)/(3epsilon_(0))veca.` |
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| 100. |
एक वैद्युत द्विध्रुव को एकसमान विद्युत क्षेत्र में रखा जाता है। द्विध्रुव पर कितना बल लगेगा? |
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Answer» क्षेत्र `vec(E)` के कारण +q आवेश पर लगने वाला बल `= qvec(E)` पुन: क्षेत्र `vec(E)` के कारण `-q` आवेश पर लगने वाला बल `= -q vec(E)` अत: एकसमान विद्युत क्षेत्र में वैद्युत द्विध्रुव पर लगने वाला कुल बल `= q vec(E) - qvec(E) = 0` |
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