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This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.
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`CO(g)+3H_(2)(g)hArr CH_(4)(g)+H_(2)O` अभिक्रिया एक लीटर प्लास्क में `1300K` साम्यवस्था में है । इसमें `CO` के `0.3` मोल `H_(2)` के `0.10` मोल `H_(2)O` के `0.02` मोल एवं `CH_(c)` की अज्ञात मात्रा है। दिए गए ताप पर अभिक्रिया के लिए `K_(c)` का मान `3.90` है। मिश्रण में `CH_(4)` की मात्रा ज्ञात कीजिए। |
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Answer» `K_(c)=([CH_(4)(g)][H_(2)O(g)])/([CO(g)][H_(2)(g)]^(3))` `:.390=([CH_(4)(g)]xx0.02)/(0.30xx(0.10)^(3))( :. V=1L)` या `[CH_(4)(g)]=(3.90xx0.30xx(0.10)^(3))/(0.02)=0.0585` `=5.85xx10^(-2)"mol"L^(-1)` |
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| 52. |
अभिक्रिया `SO_(3)(g)hArr SO_(2)(g)+(1)/(2)O_(2)(g)` के लिए साम्य स्थिरांक `K_(c)=4.9xx10^(-2)` है। अभिक्रिया `2SO_(2)(g)+O_(2)(g)hArr 2SO_(3)(g)` के लिए `K_(c)` का मान होगा-A. 416B. `2.4xx10^(-3)`C. `9.8xx10^(-2)`D. `4.9xx10^(-2)` |
| Answer» Correct Answer - A | |
| 53. |
निम्नलिखित अभिक्रिया के लिए साम्य स्थिरांक का व्यंजक है- `P_(4)(s)+5O_(2)(g)hArr P_(4)O_(10)(s)`A. `K_(c)=([P_(4)O_(10)])/([P_(4)][O_(2)]^(5))`B. `K_(c)=([P_(4)O_(10)])/(5[P_(4)][O_(2)])`C. `K_(c)=[O_(2)]^(5)`D. `K_(c)=(1)/([O_(2)]^(5))` |
| Answer» Correct Answer - D | |
| 54. |
क्या एक उत्प्रेरक रासायनिक साम्यवास्था को प्रभावित कर सकता है? |
| Answer» Correct Answer - नहीं | |
| 55. |
700 K पर ताप अभिक्रिया `H_(2)(g)+I_(2)(g)hArr2HI(g)` के लिए साम्य स्थिरांक `54.8` है। यदि हमने शुरू में HI(g) लिया हो,`700K` ताप पर साम्य स्थापित हो तथा साम्य पर `0.5"mol"L^(-1)HI(g)` उपस्थित हो तो साम्य पर `H_(2)(g)` तथा `I_(2)(g)` की सांद्रता क्या होगी ? |
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Answer» दी गयी अभिक्रिया निम्न है। `2HI(g)hArr H_(2)(g)+I_(2)(g)` इस अभिक्रिया के लिये `K=(1)/(54.8)=1.28xx10^(-2)` (क्योकिं विपरीत अभिक्रिया के लिए `K=54.8`) चूँकि `H_(2)` तथा `N_(2)` के मोलों की संख्या समान है अतएव इनकी सांद्रता भी साम्यवस्था पर समान होगी । माना की `[H_(2)(g)]=[I_(2)(g)]=x"mol"L^(-1)` दिया है की `[HI(g)]=0.5"mol"L^(-1)` `:. K=([H_(2)(g)][I_(2)(g)])/([HI(g)]^(2))` या `1.82xx10^(-2)=(x xx x)/((0.5)^(2))` या `x=[1.82xx10^(-2)xx(0.05)^(2)]^(1//2)` `=0.068"mol"L^(-1)` अतएव साम्यवस्था पर `[H_(2)(g)]=[I_(2)(g)]=0.068"mol"L^(-1)` |
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| 56. |
अभिक्रिया `H_(2)+I_(2)hArr2HI` के लिए `H_(2),I_(2)` तथा `HI` की साम्यवस्था पर सांद्रताएँ क्रमशः `8.0,3.0` और 28 मोल प्रति लीटर है। साम्य स्थिरांक की गणना कीजिए । |
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Answer» साम्यवस्था पर `[H_(2)]=8.0"मोलर"//"लीटर", [I_(2)]=3.0"मोलर"//"लीटर"[HI]=28"मोलर"//"लीटर"` द्रव्यमान क्रिया के नियम के अनुसार- साम्य स्थिरांक `(K_(c))=([HI]^(2))/([H_(2)]xx[I_(2)])=(28xx28)/(8.0xx3.0)=32.67` |
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| 57. |
अभिक्रिया `H_(2)(g)+I_(2)hArr 2HI(g)` के लिए साम्य स्थिराकन `` परिवर्तित होता हैA. कुल दाब के साथB. उत्प्रेरक के साथC. `H_(2)` तथा `I_(2)` की मात्रा के साथD. ताप के साथ |
| Answer» Correct Answer - D | |
| 58. |
अभिक्रिया `N_(2)(g)+O_(2)(g)hArr 2NO(g)` के लिए `2000K` पर स्थिरांक का मान `4xx10^(-4)` है। उत्प्रेरक की उपस्थिति में साम्य तीन गुनी तीव्रता से स्थापित होता है `2000K` पर उत्प्रेरक की उपस्थिति में साम्य का मान होगा -A. `40xx10^(-4)`B. `4xx10^(-4)`C. `4xx10^(-3)`D. आँकड़े अपूर्ण है |
| Answer» Correct Answer - B | |
| 59. |
एक ऊष्माक्षेपी ताप वृद्धि द्वारा किस प्रकार प्रभावित होती है ? |
| Answer» पश्च अभिक्रिया प्रमुखता से होगी । | |
| 60. |
अभिक्रया `2HI(g)hArr H_(2)(g)+I_(2)(g)` के लिए साम्य स्थिरांक कमरे के ताप पर `2.38` तथा `698K` पर `1.84xx10^(-2)` है। अतः कमरे के तप पर HI के स्थायी होने का कारन यह है की-A. यह अत्याधिक मन्दवेग से अपघटित होता है जिसके कारण साम्य शीघ्रता से स्थापति नन्ही होताB. आबन्ध H-I`` का संहयोजनक लक्षण अत्याधिक हैC. कमरे के ताप पर वियोजन अभिक्रिया की मान मुक्त ऊर्जा `0.62kcal` हैD. यह एक अन-उत्प्रेरित अभिक्रिया है |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 61. |
निम्नलिखित में से प्रत्येक साम्य में जब आयतन बढ़ाकर दाब कम किया जाता है, तब बतलाइए की अभिक्रिया के उत्पादों के मोलों की संख्या बढ़ती है या घटती है या समान रहती है। (क) `PCI_(5)(g)hArrPCI_(3)(g)+CI_(2)(g)` (ख) `CaO(s)+4H_(2)O(g)hArrCaCO_(3)(s)` (ग) `2Fe(s)+4H_(2)O(g)hArr Fe_(3)O_(4)(s)+4H_(2)(g)` |
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Answer» ला-शातेलिए के नियम के अनुसार, (क) दाब घटने पर उत्पादनों के मोलों की संख्या बढ़ेगी तथा अग्र अभिक्रिया होगी । (ख) उप्तादों के मोलों की संख्या घटती है तथा पश्च अभिक्रिया होगी । (ग) चूँकि दोनों और गैसीय पदार्थों के मोलों की संख्या समान है अतएव उत्पादों के मोलों की संख्या समान रहेगी । |
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| 62. |
निम्नलिखित साम्य डाब में वृद्धि करने पर किस प्रकार प्रभावित होंगे ? (i) `2NI_(g)+O_(2)(g)hArr 2NO_(2)(g)` (b) `N_(2)O_(4)(g)hArr 2NO_(2)(g)` `(iii) 2HI(g)hArr H_(2)(g)+I_(2)(g)` (iii) `2HI(g)hArr H_(2)(g)+I_(2)(g)` |
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Answer» (i) साम्य दायी ओर विस्थापित होगा तथा अधिक `NO_(2)` निर्मित होगी । (ii) साम्य बायीं ओर विस्थापित होगा । (iii) कोई प्रभाव नहीं होगा । |
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| 63. |
स्थिर ताप पर साम्यावस्था पर HI अपने प्राम्भिक मोलों का `50%` वियोजित कर देता हैं। `2HI ltimplies H_(2)+I_(2)` का साम्य सिथरांक ज्ञात कीजिये। |
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Answer» मान लिया की प्रारम्भ में `HI` के मोलों की संख्या a है। अतः साम्यवास्था पर ही के मोलों की संख्या `HI` होगी। अभिक्रिया `a//2` के अनुसार साम्यवस्था पर `1HIhArr H_(2)+I_(2)` के अनुसार साम्यवास्था पर `H_(2)` तथा `I_(2)` प्रत्येक के मोलों की संख्या `a//4` होगी । मान लिया की साम्यवस्था में आयतन V लीटर है। अतः `[H_(2)]=(a)/(4a)` तथा`[I_(2)]=(a)/(4V)` तथा `[HI]=(a)/(2V)` `K_(c)=([H_(2)]xx[I_(2)])/([HI]^(2))=((a)/(4V)xx(a)/(4V))/((a)/(2V))^(2)=0.285` |
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| 64. |
निम्नलिखित में से कौन-सी अभिक्रियाएँ समांगी साम्य को दर्शाती है तथा कौन-सी विषमांगी साम्य को प्रदर्शित करती है? (a) `2NH_(3)(g)hArr N_(2)(g)+3H_(2)(g)` (b) `CH_(3)COOC_(2)H_(5)(aq)+H_(2)O_(l)hArr CH_(3)COOH(aq)+C_(2)H_(2)OH(aq)` `(c) 2Cu(NO_(3))_(12)(s)hArr 2CuO_(s)+4NO_(2)(g)+O_(2)(g)` (d) `2N_(2)O_(g)hArr 2N_(2)(g)+O_(2)(g)` `(e) Fe^(3)(aq)+3OH^(-)(aq)hArr Fe(OH_(3))(s)` |
| Answer» समांगी (a),(b),(d)` विषमांगी =-(c),(e) | |
| 65. |
ला-शातेलिए के सिद्धांत के आधार पर उन परिस्थितियों का वर्णन कीजिए, जो निम्न अभिक्रिया के अनुसार ,उत्पाद किअधिकतम मात्रा प्राप्त करने में सहायक है- `2SO_(2)(g)+O_(2)(g)hArr 2SO_(3)(g)`,`Delta H=-42 kcal`. |
| Answer» कम तापमान उच्च दाब तथा `SO_(2)` एवं `O_(2)` कि उच्च सांद्रताएँ। | |
| 66. |
एक विलयन में `0.10M H_(2)S` तथा `0.3 M HCI` उपस्थित है । विलयन में `S^(2-)` तथा `HS^(-)` की सांद्रताएँ की गणना कीजिए `H_(2)S` के लिए `K_(a_(1))=1xx10^(-7)` तथा `K_(a_(2))=1.3xx10^(-13)` |
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Answer» Correct Answer - `1.443xx10^(-20)M, 3.33xx10^(-8)M` `H_(2)S` एक द्विप्रोटिक अम्ल है तथा निम्न दो पदों में वियोजित होता है- `H_(2)S hAr H^(+)+HS^(-), K_(a_(1))=1xx10^(-7)` `HS^(-)hArr H^(+)S^(2-),K_(a_(2))=1.3xx10^(-13)` वियोजन के प्रथम पद के लिए, `K_(a_(1))=([H^(+)][HS^(-)])/([H_(2)S])` `[H^(+)]=[HCI]=0.3"mol"L^(-1)` `[H_(2)S]=0.10"mol"L^(-1)` `:.1xx10^(-7)=(0.3xx[HS^(-)])/(0.10)` या `[HS^(-)]=(1xx10^(-7)xx0.10)/(0.3)` `=3.33xx10^(-8)"mol"L^(-1)` वियोजन के द्वितीय के पद के लिए , `K_(a_(2))=([H^(+)][S^(2-)])/([HS^(-)])` `[H^(+)]=[HCI]=0.3"mol" L^(-1)` `[HS^(-)]=3.33xx10^(-8)"mol"L^(-1)`m `:.1.3xx10^(-13)=(0.3xx[S^(2-)])/(0.3)` या `[S^(2-)]=(1.3xx10^(-13)xx3.33xx10^(-8))/(0.3)` `=1.433xx10^(-20)"mol"L^(-1)` |
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| 67. |
CN- निम्न में से हैA. लुइस अम्लB. लुइस क्षारC. आरेनियस क्षारD. आरेनियस अम्ल |
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Answer» Correct Answer - B |
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| 68. |
HCO3- का संयुग्म क्षार हैA. H2CO3B. CO3--C. लुइस क्षारD. इनमे से कोई भी नहीं |
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Answer» Correct Answer - B |
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| 69. |
PH+POH का मान 298K परA. 10B. 12C. 14D. 8 |
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Answer» Correct Answer - C |
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| 70. |
अभिक्रिया `H_(2)(g)+CI(g)hArr 2HCI(g)` के लिए सत्य है-A. `K_(p)=K_(c)`B. `K_(p)neK_(c)`C. `k_(P)gtK_(c)`D. `K_(p)ltK_(c)` |
| Answer» Correct Answer - A | |
| 71. |
निनलिखित में से कौन-सा (से) कथन सत्य है/है?A. प्रत्येक सूचक का रंग निश्चित pH परास में परिवर्तित होता है ।B. लिटमस की pH परास `3.0-8.0` है ।C. सूचक का क्विनोनॉयड रूप सामान्यतः रंगहीन अथवा हलके रंग का होता है ।D. आवियोजित मैथिल प्रबल ऑरेंज अनु का रंग पीला होता है। |
| Answer» Correct Answer - A::D | |
| 72. |
निम्नलिखित में से कौन-सा कथन सत्य नहीं है ?A. `H_(2)PO_(4)^(-)` का संयुग्गी क्षारक `HPO_(4)^(2-)` होता हैB. `1xx10^(-8) M HCI` का `pH`8 होता हैC. सभी जलीय विलयनों के लिए `pH+pOH=14`D. `CuSO_(4)`के विलयन में `69500`कुलाम विधुत प्रवाहित करें पर कैथोड पर 1 ग्राम तुल्यांक कॉपर निर्भर होता है । |
| Answer» Correct Answer - B | |
| 73. |
दिया है `HF+H_(2)OhArr H_(3)O^(+)+F^(-),K_(a)` `F^(-)+H_(2)OhArrHF+OH^(-),Kb` निम्नलिखित में से कौन-सा सम्बन्ध सत्य है ?A. `K_(b)=K_(w)`B. `K_(b)=(1)/(K_(w))`C. `K_(a)xxK_(b)=K_(w)`D. `K_(a)//K_(b)=K_(w)` |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 74. |
अभिक्रिया `PCI_(5)(g)hArr PCI_(3)(g)+CI_(2)(g)` के लिए स्थिर ताप पर अग्र अभिक्रिया अनुकूलित होती है -A. अथिर आयतन पर अक्रिय गैस मिलाकरB. अथिर आयतन पर `CI_(2)(g)` को प्रवेश कराकरC. स्त्री दाब अपर अक्रिय गैस का प्रयोग करकेD. पात्र का आयतन घटाकर |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 75. |
`200^(@)C`पर `PCI_(5)` का वाष्प घनत्व `70` पाया गया `PCI_(5)` के वियोजन की प्रतिशत मात्रा इसी ताप पर ज्ञात कीजिए `(P=31,CI=35.5)` |
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Answer» `PCI_(5)`का अणुभार `=31+5xx35.5=208.5` `PCI_(5)` का वाष्प घनत्व = अणुभार `//2=208.5//2=104.25` मान लिया की `PCI_(5)` के वियोजन की मात्रा x है। अतः `PCI_(5) hArr PCI_(3)+cCI_(2)` `{:("प्रारम्भ में मोलों की संख्या",1,0,0),("साम्यवस्था पर मोलों की संख्या",1-x,x,x):}` समांगी गैसीय अभिक्रियाओं के लिए- `(d)/(d_(0))=(n_(0))/(n)` `("सम्य्वस्था पर वाष्प घनत्व")/("प्रारम्भ में वाष्प घनत्व")=("प्रारम्भ में मोलों की कुल संख्या")/("साम्यवस्था पर मोलों की कुल संख्या")` `:. (70)/(104.25)=(1)/(1-x+x+x)` या `(70)/(104.25)=(1)/(1+x)` या`1+x=(104.25)/(70)` या`x=0.49` अतः `PCI_(5)` के वियोजन की प्रतिशतता `=0.49xx10=49%` नोट- इस प्रश्न को सूत्र `x=(d_(0)-d)/(d)` की सहायता से भी हल किया जा सकता है । |
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| 76. |
यदि `NH_(4)OH hArr NH_(4)^(+)+OH^(-)` अभिक्रिया के आरम्भ में 25 अणु है और इनमे से केवल 5 अणु वियोजित होते है तो वियोजन की मात्रा की गणना कीजिए । |
| Answer» वियोजन की मात्रा `=("वियोजित हुए अणुओं की संख्या")/("अणुओ की कुल संख्या")=(5)/(25)=0.2` | |
| 77. |
1000 K पर PCl5, PCl3 , Cl2 साम्यावस्था में है और उनकी सांद्रता क्रमशा 0.5M, 0.25 M, 0.75 M अभिक्रिया PCl5 (g)=PCl3(g)+Cl2 (g) के लिए Kp का मान हैA. 30.78B. 3.78C. 3.33D. 35.48 |
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Answer» Correct Answer - A |
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| 78. |
इस साम्य का 2NOCl(g)=2NO(g)+Cl2(g) तापमान 500 K पर kc का मान 3.75X10^-2 है, Kp का मान होगाA. 3.77B. 1.75C. 4.57D. 5.5 |
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Answer» Correct Answer - B |
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| 79. |
इस साम्य का 2NOCl(g)=2NO(g)+Cl2(g) तापमान 1000 K पर kc का मान 3.75X10^-2 है, Kp का मान होगाA. 3.77B. 3.07C. 4.57D. 5.5 |
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Answer» Correct Answer - B |
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| 80. |
एक गैस किसी दिए गए तापमान तथा दाब पर जल साथ साम्य में स्थित है। क्या होगा यदि (i) तापमान को बढ़ा दिया जाये? (ii) गैस के दाब को बढ़ा दिया जाये ? |
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Answer» (i) गैस कि जल में विलेयता घटेगी (ii) गैस कि जल में विलेयता बढ़ेगी । |
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| 81. |
`CH_(3)COONH_(4)`का जलीय विलयन उदासीन होता है क्योकिं-A. `CH_(3)COO^(-)` आयन जल के साथ अन्योन्य क्रिया नहीं करते हैB. `NH_(4)^(+)` आयन जल के साथ अन्योन्य क्रिया नहीं करते हैC. `NH_(4)^(+)` तथा `CH_(3)COO^(-)` दोनों जल के साथ अन्योन्य क्रिया नहीं करते हैD. `NH_(4)^(+)` तथा `CH_(3)COO^(-)` दोनों जल के साथ अन्योन्य क्रिया नहीं करते है |
| Answer» Correct Answer - D | |
| 82. |
`444^(@)C`पर `2.7` मिली हाइड्रोजन तथा `3.1` मिली आयोडीन वाष्प की परस्पर क्रिया करने पर `4.5` मिली हाइड्रोजन आयोडीन गैस बनती है। इस ताप पर निम्नलिखित अभिक्रिया के साम्य स्थिरांक की गणना कीजिए । `H_(2)+I_(2)hArr 2HI` |
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Answer» अभिक्रिया की समीकरण के अनुसार स्थिर ताप तथा स्थिर दाब 1 पर ` H_(2)` आयतन `H_(2)` व `I_(2)` के संयोग से 2 आयतन `HI` के बनते है। अतः साम्यवस्था पर - `H_(2)` का आयतन `=2.7-(1)/(2)xx4.5=0.45` मिली `I_(2)` का आयतन `=3.1-(1)/(2)xx4.5=0.85` मिली HI का आयतन `=4.5` मिली स्थिर तप तथा थिर दाब पर गैसों के आयतन उनके मोलों की संख्या के समानुपाती होते है। इस अभिक्रिया में अणुओ की संख्या में कोई परिवर्तन नहीं होता है तथा मिश्रण प्रारम्भिक आयतन साम्यवास्था पर आयतन के बराबर, होता है, अतः उपरोक्त आयतनों को मोलर सांद्रताओं के तुल्य माना जा सकता है । `:.` साम्य स्थिरांक `K_(c)=([HI]^(2))/([H_(2)]xx[I_(2)])` `=(4.5xx4.5)/(0.45xx0.85)=52.94` नोट- गैसों की मात्राएँ उनके भार, मोलों की संख्या आयतन अथवा आंशिक दाब के रूप व्यक्त की जाती है। यदि गैसों की मात्राएँ उनके आयतनों के रूप में व्यक्त की जाती है, यह माना जाता है की उनके आयतन ताप पर व दाब की समान अवस्थाओं में मापे गए है। यदि गैसों की मात्राएँ उनके दाबों के रूप में व्यक्त की जाती है तो यह माना जाता है की उनके दाब ताप व आयतन की समान अवस्थाओं में मापे गए है। |
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| 83. |
अभिरकिया `CO_(g)+2H_(2)(g)hArrCH_(3)OH(g),DeltaH^(@)=-92KJ"mol"^(-1)` में साम्य पर `H_(2),CO` तथा `CH_(3)OH` की सांद्रताएँ स्थिर हो जाती है। क्या होगा यदि, (i) पात्र का आयतन अचानक से आधा कर दिया जाये , (ii) हाइड्रोजन का आंशिक दाब अचानक से दोगुना कर दिया जाये , (iii) तन्त्र में एक अक्रिय गैस मिलायी जाये ? |
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Answer» दी गयी अभिक्रिया के लिए, `K_(c)=([CH_(3)OH(g)])/([CO(g)][H_(2)(g)]^(2))` तथा `K_(p)=(P_(CH_(3)OH))/(P_(CO)*P_(H_(2))^(2))` (i) पात्र का आयतन अचानक से आधा कर देने पर प्रत्येक स्पीशीज की सांद्रता दोगुनी हो जाती है । इन परिस्थितियों में, `Q_(c)=(2xx[CH_(3)OH(g)])/(2xx[CO(g)]xx{2xx[H_(2)(g)]^(2)})=(1)/(4)K_(c)` चूँकि `Q_(c)ltK_(c)` साम्य अग्र दिशा में विथापित हो जाएगा तथा अधिक `CH_(3)OH` बनेगा । (ii) हाइड्रोजन का आंशिक दाब दोगुना करने पर, `Q_(p)=(P_(CH_(3)OH))/(P_(CO)xx(xxP_(H_(2))^(2))=(1)/(4)K_(p)` चूँकि `Q+(p)ltK_(p)` साम्य अग्र दिशा में विस्थापित हो जाएगा तथा अधिक `CH_(3)OH` बनेगा । (iii) स्थिर आयतन पर अक्रिय गैस मिलाने पर सभी स्पीशोजों की मोलर सांद्रता अपरिवर्तित रहती है, परिणामस्वरूप `` का मान भी अपरिवर्तित रहता है। अतः साम्यवस्था अप्रभावित रहती है। |
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| 84. |
`FeCI_(3)`का जलीय विलयन होता है-A. अम्लीयB. क्षारकीयC. उदासीनD. सान्द्रत के आधार पर अम्लीय अथवा क्षारकीय |
| Answer» Correct Answer - A | |
| 85. |
हैबर विधि में प्रयुक्त हाइड्रोजन को प्राकृतिक गैस से प्राप्त मेथेन को उच्च ताप की भाप से क्रिया कर बनाया जाता है । दो पदों वाली अभिक्रिया में प्रथम पद में `CO` तथा `H_(2)` बनती है। दूसरे पद में प्रथम पद में बनने वाली `` और अधिक भाप से अभिक्रिया करती है । `CO(g)+H_(2)O(g)hArr CO_(g)+H_(2)(g)` यदि `400^(@)C` पर अभिक्रिया पात्र में `CO` एवं भाप सममोलर मिश्रण इस प्रकार लिया जाए की `P_(CO)=P_(H_(2)O)=4.0"bar"` तो `H_(2)` का साम्यवस्था पर आसनशिक दाब क्या होगा? `400^(@)C` पर `K_(p)=0.1` |
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Answer» माना की साम्यवस्था पर `H_(2)` का आंशिक दाब P bar है `CO(g)+H_(2)O(g)hArr CO_(2)(g)+H_(2)(g)` `{:("प्रारम्भिक दाब",1.0"bar",4.0"bar",0,0),("साम्यवस्था में दाब",4.0-P,4.0-P,P,P):}` `:.K_(p)=(P_(CO_(2))*O_(H_(2)))/(P_(CO)*P_(H_(2)O))` या `0.1=(PxxP)/((4.0-P)xx(4.0-P))=[(P)/(4.0-P)]^(2)` या `(P)/(4.0-P)=sqrt(0.1)=0.316` या `P=1.264-0.316P` या `1.316P=1.264` या `P=(1.264)/(1.316)=0.96"bar"` `:. [P_(H_(2))]=0.96"bar"` |
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| 86. |
अभिक्रिया भागफल (concentration quotient, Q) क्या होता है ? निम्नलिखित अभिक्रियाओं के लिए अभिक्रिया भागफल का व्यंजक लिखिए - (a) `N_(2)(g)+3H_(2)(g)hArr 2NH_(2)(g)` (b) `N_(2)O_(4)(g)hArr 2NO_(2)(g)` |
| Answer» `(a)Q=([NH_(3)]^(2))/([N_(2)][H_(2)]^(3))(b) Q=([NO_(2)]^(2))/([N_(2)O_(4)])` | |
| 87. |
निन्मलिखित में से एक साम्य फ्लास्क के आयतन में परिवर्तन द्वारा अप्रभावित रहता है-A. `PCI_(5)(g)hArr PCI_(3)(g)+CI_(2)(g)`B. `N_(2)(g)+3H_(2)(g)hArr 2NH_(3)(g)`C. `N_(2)(g)+O_(2)hArr 2NO_(3)(g)`D. `SO_(2)CI_(2)(g)hArr SO_(2)(g)+CI_(2)(g)` |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 88. |
कथन भट्टी में चुने का निर्माण करते समय बनने वाली `CO_(2)(g)` को लगातार बाहर निकालते रहना चाहिए । कारण `CO_(2)(g)` उपस्थिति बनने वाले चुने की गुणवत्ता को नष्ट कर देती है।A. यदि कथा तथा दोनों सत्य है तथा कारण , कथन का सही स्पष्टीकरण है ।B. यदि कथा तथा दोनों सत्य है तथा कारण , कथन का सही स्पष्टीकरण नहीं है ।C. यदि कथन सत्य है परन्तु कारण असत्य है ।D. यदि कथन असत्य है परन्तु कारण सत्य है । |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 89. |
साम्य `2H_(2)(g)+CO(g)hArrCH_(3)OH(g)` पर प्रभाव बताइए- (क) `H_(2)` मिलाने पर `" "(ख) CH_(3)OH` मिलाने पर (ग) CO हटाने पर `" " (घ) CH_(3)OH` हटाने पर |
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Answer» (क) साम्य अग्र दिशा में अग्रसर होगा| (ख) साम्य पश्च दिशा में अग्रसर होगा (ग) साम्य पश्च-दिशा में अग्रसर होगा । (घ) साम्य अग्र-दिशा में अग्रसर होगा । |
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| 90. |
कथन साम्य पर स्थिर एक तन्त्र में स्थिर आयतन पर सक्रिय गैस मिलाने पर सामव्यवस्था अप्रभावित रहती है । कारण अक्रिय गैस किसी भी अभिकारक या उत्पादक से क्रिया नहीं करती है ।A. यदि कथा तथा दोनों सत्य है तथा कारण , कथन का सही स्पष्टीकरण है ।B. यदि कथा तथा दोनों सत्य है तथा कारण , कथन का सही स्पष्टीकरण नहीं है ।C. यदि कथन सत्य है परन्तु कारण असत्य है ।D. यदि कथन असत्य है परन्तु कारण सत्य है । |
| Answer» Correct Answer - B | |
| 91. |
निम्नलिखित ऊष्माशोषी अभिक्रिया के अनुसार ऑक्सीकरण द्वारा हाइड्रोजन गैस प्रकृतिक गैस से प्राप्त की जाती है - `CH_(4)(g)+H_(2)O(g)hArr CO(g)+3H_(2)(g)` (क) उपरोक्त अभिक्रिया के लिए `K_(p)` का व्यंजक लिखिए । (ख) `K_(p)` एवं अभिक्रिया मिश्रण का साम्य पर संघटन किस प्रकार प्रवाभित होगा यदि (i) दाब बढ़ा दिया जाए । (ii) ताप बढ़ा दिया जाए (iii) उपरोक्त प्रयुक्त किया जाए| |
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Answer» (क) `K_(p)=(P_(CO)xxP_(H_(2))^(3))/(P_(CH_(4))xxP_(H_(2))O)` (ख) (i) साम्य पश्च दिशा में अग्रसर होगा क्योकिं `n_(p)gtn_(R)` (ii) साम्य अग्र दिशा में अग्रसर होगा क्योकि अभिक्रिया ऊष्माशोषी है। (iii) साम्य मिश्रण का संघटन अपरिवर्तित रहेगा लेकिन साम्य शीघ्र स्थापित होगा । (i) तथा (ii) में `K_(p)` का मान अपरिवर्तित रहेगा `K_(p)` का मान (ii) में बढ़ेगा । |
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| 92. |
कथन अमोनिया हेनरी के नियम का पालन नहीं करती है । कारण यह जल के साथ क्रिया करके अमोनियम हैडॉक्साइड बनाती है ।A. यदि कथा तथा दोनों सत्य है तथा कारण , कथन का सही स्पष्टीकरण है ।B. यदि कथा तथा दोनों सत्य है तथा कारण , कथन का सही स्पष्टीकरण नहीं है ।C. यदि कथन सत्य है परन्तु कारण असत्य है ।D. यदि कथन असत्य है परन्तु कारण सत्य है । |
| Answer» Correct Answer - A | |
| 93. |
कथन साम्य स्थिरांक K का मान अध्क होने पर अभिकरकों की उत्पादों में परिवर्तित होने की सीमा अधिक होती है । कारण K का उच्च मान साम्य स्थापित होने से पूर्व अभिक्रिया को अग्र दिशा की ओर अत्याधिक अनुकूलित करता है ।A. यदि कथा तथा दोनों सत्य है तथा कारण , कथन का सही स्पष्टीकरण है ।B. यदि कथा तथा दोनों सत्य है तथा कारण , कथन का सही स्पष्टीकरण नहीं है ।C. यदि कथन सत्य है परन्तु कारण असत्य है ।D. यदि कथन असत्य है परन्तु कारण सत्य है । |
| Answer» Correct Answer - A | |
| 94. |
निम्न साम्य के कारन ब्रोमीन जल भोरे रंग का तथा दुर्लभ अम्लीय होता है, `underset("भूरा")((Br)_(2)(aq))+2H_(2)O(l)hArr underset("रंगहीन")(HBrO(aq))+H_(3)O^(+)(l)+underset("रंगहीन")(Br^(-)(aq))` इस विलय में सोडियम हाइड्रोक्साइड मिलाने पर विलयन रंगहीन हो जाता है किन्तु इसमें हाइड्रोक्लोरिक अम्ल डालने पर विलयन रंग पुनः प्राप्त हो जाता है इस प्रेक्षण कि व्यख्या कीजिए । |
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Answer» NaOH मिलाने पर इससे प्राप्त `OH^(-)` आयन साम्य में उपस्थित `H_(3)O^(+)` आयनों के साथ संयोग करके अनआयनित जल बनाते है। विलयन से `H_(3)O^(+)` आयनों का निष्कासन साम्य को अग्र दिशा में विस्थापित कर देता है। अतः भूरे रंग के `Br_(2)` अणु रंगहीन `Br^(-)` आयनों में परिवर्तित हो जाते है तथा इस कारन विलयन रंगहीन हो जाता है । दूसरी ओर `HCI` का योग करे पर `[H_(3)O^(+)]` आयन उत्पन्न होते ही, जिनकी बढ़ी हुई सांद्रता साम्य को पश्च दिशा में विस्थापित कर देती है, अथार्त रंगीन `Br_(3)` अणु निर्मित होने लगते है। अतः विलयन का रंग पुनः प्राप्त हो जाता है । |
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| 95. |
एक रासयनिक अभिक्रिया में साम्य तब स्थापित होता है, जबA. अभिक्रिया रुक जाती हैB. अभिकारकों तथा उत्पादों की सांद्रताएँ समान हो जाती हैC. विपरीत अभिक्रियाओं के वेग समान हो जाते हैD. विपरीत अभिक्रियाओं के ताप समान हो जाते है |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 96. |
ब्रोमीन मोनोक्लोराइड `BrCI` विघटित होकर ब्रोमीन एवं क्लोरीन देता है तथा साम्य स्थापित होता है : `2BrCI(g)hArr Br_(2)(g)+CI(g)` इसके लिए `500K` पर `K_(c)=32` है। यदि प्रारम्भ में `BrCI` की सान्द्रता `3.3xx10^(-3)"mol"L^(-1)` हो तो साम्य पर मिश्रण में इसकी सान्द्रता क्या होगी ? |
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Answer» `2BrCI(g)hArr Br_(2)(g)+CI_(2)(g)` `{:("प्रारम्भ में सान्द्रत"("mol"L^(-1)),3.30xx10^(-3),-,-),("साम्यवस्था में सान्द्रता"("mol"L^(-1)),(3.30xx10^(-3)),(x)/(2),(x)/(2)):}` `K_(c)=([Br_(2)(g)][CI_(2)(g)])/([BrCI(g)]^(2))` या `31=((x)/(2)xx(x)/(2))/((3.30xx10^(-3)-x^(2)))` दोनों तरफ वर्गमूल लेने पर, `5.66=((x)/(2))/(3.30xx10^(-3)-x)=(x)/(2(3.30xx10^(-3)-x))` `0.037-11.32x=x` या `(1+11.32)x=0.037` या `x=(0.037)/(1+11.32)=3.0xx10^(-3)` `:.`BrCI की सायवस्था सान्द्रता `=3.30xx10^(-3)-x` `=3.30xx10^(-3)-3.0xx10^(-3)` `=3.0xx10^(-4)"mol"L^(-1)` |
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कथन अम्ल अथवा क्षार की सूक्ष्म मात्रा मिलाने पर भी बफर विलयन का pH मान अपरिवर्तित रहता है । कारण बफर विलयन में एक दुर्लब अम्ल तथा इसका प्रबल क्षारक के साथ बना लवण अथवा एक दुर्लब क्षारक तथा इसका प्रबल अम्ल के साथ लवण उपस्थित होता है ।A. यदि कथा तथा दोनों सत्य है तथा कारण , कथन का सही स्पष्टीकरण है ।B. यदि कथा तथा दोनों सत्य है तथा कारण , कथन का सही स्पष्टीकरण नहीं है ।C. यदि कथन सत्य है परन्तु कारण असत्य है ।D. यदि कथन असत्य है परन्तु कारण सत्य है । |
| Answer» Correct Answer - B | |
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सिल्वर क्रोमेट , बेरियम क्रोमेट , फेरिक हाइड्रोऑक्साइड लेड क्लोराइड तथा मरक्यूरस आयोडाइड विलयन की अनुच्छेद ``4.9 में दिए गए विलेयता गुणनफल स्थिरांक की सहायता से विलेयता ज्ञात कीजिए तथा प्रत्येक आयन की मोलरता भी ज्ञात कीजिए । |
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Answer» सन्दर्भित पदार्थों के `K_(sp)` मान निम्न है : `K_(sp)Ag_(2)CrO_(4)=1.1xx10^(-12),K_(sp)BaCrO_(4)=1.2xx10^(-10)` `K_(sp)Fe(OH)_(3)=1.0xx10^(-38),K_(sp)PbCI_(2)=1.6xx10^(-5)` `K_(sp)Hg_(2)I_(2)=4.5xx10^(-29)` (i) सिल्वर क्रोमोट `(Ag_(2)CrO_(4))` के लिए : `K_(sp)=4s^(2)` ( `:.` यह एक त्रिअंगी लवण है) `:. s=((K_(sp))/(4))^(1//3)=[(1.1xx10^(-12))/(4)]^(13)` `=6.5xx10^(-5)"mo"L^(-1)` `Ag_(2)CrO_(4)hArr 2AS^(+)CrO_(4)^(-)` `:. [Ag^(+)]=2s=2xx6.5xx10^(-5)=1.3xx10^(-4)M` तथा `[CrO_(4)^(-)]=s=6.5xx10^(-5)M` (ii) बेरियम क्रोमेट `(BACrO_(4))` के लिए : `K_(sp)=s^(2)` ( `:.` यह एक द्विअंगी लवण है) `:. s=sqrt(K_(sp))=sqrt(1.2xx10^(-10))` `=1.095xx10^(-5)M` `underset(s)(BaCrO_(4))hArr underset(s)(Ba^(2+))+underset(s)(CrO_(4)^(2-))` `:. [B^(2+)]=[CrO(4)^(2-)]=s=1.095xx10^(-5)M` (iii) फेरिक हाइड्रोऑक्साइड `[Fe(OH)_(3)]` के लिए `Fe(OH)_(3)` एक क्वाटर्नरी (quaternary) लवण है। `underset(s)((Fe(OH)_(3))hArr underset(s)(Fe^(3+))+underset(3s)(3OH^(-))` `K_(sp)=[Fe^(3+)][OH^(-)]=(s)(3s)=27s^(4)` `:. s=((K_(sp))/(27))^(1//4)=((1.0xx10^(-38))/(27))^(1//4)` `=1.33xx10^(-10)M` `[Fe^(3+)]=s=-1.39xx10^(-10)=4.17xx10^(-10)M` `[OH^(-)]=3s=3xx1.39xx10^(-10)=4.17xx10^(-10)M` (iv) लैड क्लोराइड `(PbCI_(2))` के लिए: ltbgt एक एक त्रिअंगी लवण है। `:. s=((K_(sp))/(4))^(1//3)=((1.6xx10^(-5))/(4))^(1//3)` `=1.59xx10^(-2)M` तथा `[Pb^(2+)]=s=1.59xx10^(-2)M` `[CI^(-)]=2s=1.59xx10^(-2)xx2=3.18xx10^(-2)M` (v) मरक्यूरस आयोडाइड `(HgI_(2))` के लिए: `underset(s)(Hg_(2)I_(2))hArr underset(s)(Hg_(2)^(2+))+ underset(2s)(2I^(-))` या एक त्रिअंगी लवण है `:. s=((K_(sp))/(4))^(1//3)=((4.5xx10^(-23))/(4))^(1//3)` `=2.24xx10^(-10)M` तथा `[Hg_(2)^(2+)=s=2.224xx10^(-10)M` `[I^(-)]=2s=2.24xx10^(-10)xx2=4.48xx10^(-10)M` |
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| 99. |
कथन साधारण नामक के संतृप्त विलयन में `HCI` गैस प्रवाहित करने पर शुद्ध `NaCI` अवक्षेपित हो जाता है कारण NaCI का विलेयता गुणनफल कम हो जाता है।A. यदि कथा तथा दोनों सत्य है तथा कारण , कथन का सही स्पष्टीकरण है ।B. यदि कथा तथा दोनों सत्य है तथा कारण , कथन का सही स्पष्टीकरण नहीं है ।C. यदि कथन सत्य है परन्तु कारण असत्य है ।D. यदि कथन असत्य है परन्तु कारण सत्य है । |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 100. |
किसी लवण को इसके संतृप्त विलयन से किस परिथिति में अवक्षेपित किया जा सकता है ? |
| Answer» आयनिक गुणफल `gtK_(sp)` | |