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This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.
| 101. |
निम्नलिखित ब्रॉन्स्टैंड अम्लों के लिए संयुग्मी क्षारकों के सूत्र लिखिए `HF,H_(2)SO_(4)` एवं `HCO_(3)^(-)` |
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Answer» `F^(-),HSO_(4)^(-)` तथा `CO_(3)^(-2-)` (संयुग्मी क्षारक= संयुग्मी अम्ल `-H^(+))` |
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| 102. |
निम्नलिखित में से लुईस अम्लों तथा लुईस क्षारकों को छाँटिए : `CI^(-),BCI_(3),SO_(2),OH^(-),Fe^(3+),SCl_(4),Ni,CH_(3)OH,NH_(3)` |
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Answer» लुईस अम्ल `BCl_(3),SO_(2),Fe^(3+),SnCl_(4),Ni` लुईस क्षारक `-Cl^(-),OH^(-),CH_(3)OH,NH_(3)` |
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| 103. |
ब्रोनस्टेड क्षारकों `NH_(2)^(-), NH_(3)` तथा `HCOO^(-)` के संयुग्मी अम्ल लिखिए। |
| Answer» `NH_(3),NH_(4)^(+),HCOOH` (संयुग्मी अम्ल = संयुग्मी क्षारक `+H^(+))` | |
| 104. |
अम्लों तथा क्षारकों के संयुग्मी से आप क्या समझते है? निम्नलिखित अभिक्रियाओं में संयुग्मी युग्मों को छाँटिए- `(i)H_(2)O(l)+CO_(2)^(2-)(aq)hArrHCO_(3)^(-)(aq)+OH^(-)(aq)` (ii) `NH_(4)^(+)(aq)+S^(2-)(aq)hArr HS^(-)(aq)+NH_(3)(aq)` |
| Answer» (i) `H_(2)OmOH^(-),HCO_(2)^(-),CO_(3)^(2-) (ii) NH_(4)^(+),NH_(3)HS^(-),S^(2-)` | |
| 105. |
ICI, जिसकी सान्द्रता प्रारम्भ में `0.78M` है, को यदि साम्य पर आने दिया जाए तो प्रत्येक की साम्य पर सान्द्रताएँ क्या होंगी ? `2ICI(g)hArrI_(2)(g)+CI_(2),K_(c)=0.14` |
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Answer» माना की साम्यवस्था पर, `[I_(2)(g)]=[CI_(2)(g)]=x "mol" L^(-1)` `2ICI(g)hArr I_(2)+CI_(2)(g)` `{:("प्रारम्भ में सान्द्रता",0.78M,0,0),("साम्यवास्था पर सान्द्रता",(0.78-2xM),xM,xM):}` दिया है की `K_(c)=0.14M` `K_(c)=([I_(2)(g)][CI_(2)(g)])/([ICI(g)]^(2))` या `0.14=(x xx x)/((0.78-2x)^(2))` या `x^(2)=0.14(0.78-2x)^(2)` या `xsqrt(0.14)(0.78-2x)=0.374(0.78-2x)` या `x=0.292-0.748x` या `1.748x=0.292` या `x=(0.292)/(1.748)=0.167` अतः साम्यवस्था सान्द्रता इस प्रकार से होगी : `[I_(2)(g)]=(CI_(2)(g)]=x=0.167M` `[ICI(g)]=0.78-2x=0.78-(2xx.167)=0.446M` |
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| 106. |
`NH_(3) CH_(3)NH_(2)(CH_(3))_(2)NH` तथा `(CH_(3))_(3)N` के लिए वियोजन स्थिरांक `(K_(b))` क्रमशः `0.2xx10^(-4),4.2xx10^(-4),6.0xx10^(-4)` तथा `0.6xx10^(-4)` है। इनमे से कौन-सा प्रबलतम क्षारक है तथा क्यों ? |
| Answer» Correct Answer - `(CH_(3))_(2)NH` | |
| 107. |
जल के `200` मिली में हाइड्रोक्लोरिक अम्ल का `7.3xx10^(-3)` ग्राम घुला हुआ है। इस विलयन के `pH` मान की गणना कीजिए `(H1,Cl=35.5)` |
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Answer» हाइड्रोक्लोरिक अम्ल के विलयन की मोल प्रति लीटर में सांद्रता है `=("मोलों की संख्या")/("लीटर में आयन")=("ग्राम में भार"xx100)/("अणुभार"xx"मिली में आयतन")` `=(7.3xx10^(-3)xx1000)/(36.5xx200)=1xx10^(-3)` `HCI` के 1 मोल के आयनन से `H^(+)` का 1 मोल प्राप्त होता है अतः `[H^(+)]=1xx10^(-3)` `:.[H^(+)]=10^(-pH)` `:. :. 1xx10^(-3)=10^(-ph)` `pH=3` |
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| 108. |
`NH_(3)`का वियोजन स्थिरांक `(K_(b))1.8xx10^(-5)` है। `NH_(3)` के संगत अम्ल `(NH_(4)^(+))` का वियोजन स्थिरांक `(K_(a))` ज्ञात कीजिए । (दिया है, `K_(w)=10^(-14))` |
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Answer» `K_(A)xxK_(b)=K_(w)` `K_(a)xx1.8xx10^(-5)=10^(-14) rArr K_(A)=5.5xx10^(-10)` |
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| 109. |
एक अम्ल `H_(2)A` के प्रथम तथा द्वितीय वियोजन स्थिरांक क्रमशः `1.0xx10^(-5)` तथा `5.0xx10^(-10)` है। इस अम्ल का कुल वियजन स्थिरांक होगा -A. `5.0xx10^(-5)`B. `5.0xx10^(5)`C. `5.0xx10^(-15)`D. `0.2xx10^(5)` |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 110. |
किसी विलयन के `500` मिली में 15 ग्राम ऐसीटिक अम्ल तथा 8 ग्राम मेथेनॉल है। इनके सक्रिय द्रव्यमान क्या होंगे `(C=12,O=16,H=1)` |
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Answer» ऐसीटिक अम्ल `(CH_(3)COOH)` अणुभार `=2xx12+4xx1+2xx16=60` ऐसीटिक अम्ल `(CH_(3)COOH)` का सक्रिय द्रव्यमान `=((CH_(3)COOH)"का ग्राम में भार"//(CH_(3)COOH)"का अणुभार")/("लीटर में पूर्ण आयतन") =(15//60)/(1//2)=0.5` मोल/लीटर मेथेनॉल `(CH_(3)OH)` का अणुभार `=12+4xx1+16=32` मेथेनॉल `(CH_(3)OH)` का सक्रिय द्रव्यमान `=((CH_(3)OH)"का ग्राम में भार"//(CH_(3)OH)"का अणुभार")/("लीटर में पूर्ण आयतन")=(8//32)/(1//2)=0.5` मोल/लीटर |
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| 111. |
फॉर्मिक तथा ऐसीटिक अम्लों के वैधुत-वियोजन स्थिरांक क्रमशः `2.1xx10^(-4)` तथा `1.8xx10^(-5)` है। इनकी सांद्रता ज्ञात कीजिए । |
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Answer» दुर्लब अम्लों की सापेक्ष प्रबलता उनके वियोजन स्थिरांकों के अनुपात के वर्गमूल के बराबर होती है । Ha तथा HB की सापेक्ष प्रबलता `=sqrt((K_(HA))/(K_(HB))` अतः फार्मिक अम्ल तथा ऐसीटिक अम्ल की सापेक्ष प्रबलता `=sqrt(("फार्मिक अम्ल का वियोजन स्थिरांक")/("ऐसीटिक अम्ल का वियोजन स्थिरांक")` `=sqrt((2.1xx10^(-4))/(1.8xx10^(-5))=3.42` |
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| 112. |
`25^(@)C`पर एक -क्षारकी (मोनोबेसिक) अम्ल का वियोजन स्थिरांक `1.8xx10^(-5)` है। इस ताप पर `0.20M` अम्लीय विलयन के लिए वियजन की मात्रा की गणना कीजिए । |
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Answer» विलयन की मोलरता ` =0.20M` विलयन की तनुता `(V)=1//"मोलरता" =1//0.20=5` लीटर ओस्टवाल्ड के तनुता के नियम के अनुसार, वियोजन की मात्रा `alpha=sqrt(KxxV)` `=sqrt(1.8xx10^(-5)xx5)` `=9.5xx10^(-3)` |
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| 113. |
एक सल्फाइड MS का वलेयता गुणफल `3xx10^(-25)` तथा एक अन्य सल्फाइड NSका विलेयता गुणफल `4xx10^(-40)` है। अमोनियम विलयन में-A. केवल NS अवक्षेपित होगाB. केवल MS अवक्षेपित होगाC. दोनों भी सल्फाइड अवक्षेपित होगाD. दोनों सल्फाइड अवक्षेपित होंगे |
| Answer» Correct Answer - D | |
| 114. |
ऐसीटिक अम्ल का आयनन स्थिरांक `1.74xx10^(-5)` है। इसके `0.05M` विलयन में वियोजन की मात्रा, ऐसीटेट आयन सान्द्रता तथा `pH` का परिकलन कीजिए । |
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Answer» `CH_(3)COOH hArr CH_(3)COO^(-)+H^(+)` `{:("प्रारम्भ में सान्द्रता",0.05M,-,-),("साम्यवस्था पर सान्द्रता",(0.05-x)-x,x,):}` `K=([CH_(3)COO^(-)][H^(+)])/([CH_(3)COOH])` या `1.74xx10^(-5)=(x.x)/(0.05-x)=(x^(2))/(0.05)` ( `:.x ` बहुत छोटा है) या `x=(1.74xx10^(-5)xx0.05)^(1//2)` `=9.33xx10^(-4)` `:.` वियोजन की मात्रा `=(x)/("मोलों की कुल संख्या")` `=(9.33xx10^(-4))/(0.05)=0.0187` `[CH_(3)COO^(-)]=x-9.33xx10^(-4)"mol"L^(-1)` `[H^(+)]=x-9.33xx10^(-4)"mol"L^(-1)` `:. pH=-"log"_(10)[H^(+)]=-"log"_(10)(9.33xx10^(-4))` `=3.03` |
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| 115. |
`0.1 M HCI` में हाइड्रोजन सल्फाइड के सतृप्त विलयन की सान्द्रता `1.0xx10^(-19)` है। यदि इस विलयन का `10mL` निम्नलिखित `0.04 M` विलयन के `5mL` में डाला जाए तो किन विलयनों से अवक्षपे प्राप्त होगा `FeSO_(4),MnCI_(2),ZnCI_(2)` एवं `CdCI_(2)` |
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Answer» अवक्षेपण केवल तब होता है जब आयनिक गुणनफल विलेयता गुणनफल से अधिक जो जाता है । चूँकि विभिन्न धातु लवण विलयनों के `5mL` में `s^(2-)` आयन विलयन के `10mL` मिलाये गए है अतएव प्रत्येक बार मिलाने के पश्चात विलयन का आयनन `=10+5=15mL` `:. [S^(2-)]=1.0xx10^(-19)xx(10)/(15)=6.67xx10^(-20)M` तथा `[Fe^(2+)]=[Mn^(2+)]=[Zn^(2+)]=[Cd^(2+)]` `=0.04xx(5)/(15)=1.33xx10^(-2)M` इसलिए प्रत्येक दशा मे, आयनिक गुणनफल `=[M^(2+)][S^(2-)]` `=(1.33xx10^(-2))xx(6.67xx10^(-20))` `=8.87xx10^(-22)` यह आयनिक गुणनफल `ZnS` तथा `CdS` के विलेयता गुणनफल अधिक है । अतः अवक्षेपण केवल `ZnCI_(2)` तथा `CdCI_(2)` विलयनों में होगा । |
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| 116. |
एक दुर्लब मोनो-बेसिक अम्ल का आयनन स्थिरांक `4.0xx10^(-10)` है । इसके `0.01N` वलयन में हाइड्रोजन आयनों का सांद्रण ज्ञात करो | |
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Answer» मोनो बेसिक अम्ल की नॉर्मलता उसकी मलरता के बराबर होती है । अतः अम्ल की मोलरता `0.01` है। अतः विलयन का लीटर में आयतन जिसमे अम्ल का 1 मोल घुला है- `V=(1)/(0.01)=100` ओस्टवाल्ड के तनुता के अनुसार `alpha=sqrt(KV)` `alpha=sqrt(4.0xx10^(-10)xx100)` `=2.0xx10^(-4)` अतः अम्ल के 1 मोल के आयनन से `H^(+)` के `2.0xx10^(-4)` मोल प्राप्त होंगे| अम्ल के `0.01M` विलयन में `H^(+)` की सांद्रता `0.01xx2.0xx10^(-4)=2.0xx10^(-6)M` |
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| 117. |
फॉर्मिक अम्ल का `0.2` मोलर विलयन `3.2%` आयनित होता है। इसका आयनन स्थिरांक है-A. `9.6xx10^(-3)`B. `2.1xx10^(-4)`C. `1.25xx10^(-6)`D. `4.8xx10^(-5)` |
| Answer» Correct Answer - B | |
| 118. |
`20^(@)C` पर ऐसीटिक अम्ल का `0.016N` विलयन 4 प्रतिशत आयनित होता है । ऐसीटिक अम्ल के आयनन स्थिरांक की गणना कीजिए| |
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Answer» प्रथम विधि- ऐसीटिक अम्ल का तुल्यांकी भार उसके अणुभार के बराबर होता है। अतः ऐसीटिक अम्ल की मोलरता उसकी नॉर्मलता के बराबर होगी । अतः ऐसीटिक अम्ल की मोलरता `0.016` है अथार्त 1 लीटर विलयन में ऐसीटिक अम्ल के `0.016` मोल घुलित है। अतः विलयन का लीटर में आयतन जिसमे ऐसीटिक अम्ल का 1 मोल घुलित है- `V =(1)/(0.016)=62.5` लीटर ऐसीटिक अम्ल के आयतन की मात्रा- `alpha=(4)/(100)=0.04` ओस्टवाल्ड के तनुता नियम के अनुसार `K=(alpha^(2))/(V)=(0.04xx0.04)/(62.5)=2.56xx10^(-5)` द्वितीय विधि-ऐसीटिक अम्ल का आयतन इस प्रकार होता है- `CH_(3)COOH hArr CH_(3)CO O^(-1)+H^(+)` ऐसीटिक अम्ल की मोलरता उसकी नॉर्मलता के बराबर होती है। ऐसीटिक अम्ल के आयनन की प्रतिशतता `4%` है। अतः साम्यवस्था पर `[CH_(3)COOH]=0.016-0.016xx(4)/(100)=0.016xx(96)/(100)` `[CH_(3)COO^(-)]=0.016xx(4)/(100)` ltbr `[H^(+)]=0.016xx(4)/(100)` आयतन स्थिरांक `(K)=([CH_(3)COO^(-)]xx[H^(+)])/([CH_(3)COOH])` `=(0.016xx(4)/(100)xx0.016xx(4)/(100))/(0.01xx(96)/(100))=2.67xx10^(-5)` |
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| 119. |
यदि पिरिडीनियम हाइड्रोजन क्लोराइड के `0.02M` विलयन का `pH3.44` है तो पिरिडीन का आयनन स्थिरांक ज्ञात कीजिए । |
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Answer» पिरिडीनियम क्लोराइड एक दुर्लब क्षार (पिरिडीन) का तथा प्रबल अम्ल (HCI) का लवण है। अतः दुर्लब क्षार तथा प्रबल क्षार के लवण के लिए `pH=(1)/(2)pK_(w)-(1)/(2)pK_(b)-(1)/(2)log_(10)c` इन मानों को प्रतिस्थापित करने पर, `3.44[-(1)/(2)log_(10)1.0xx10^(-14)-(1)/(2)xx(-log_(10)k_(b))-(1)/(2)xxlog_(10)0.02]` या `3.44=-(1)/(2)xx(-14)+(1)/(2)log_(10)K_(b)-(1)/(2)xx(-1.699)` या `3.4=7+(1)/(2)log_(10)K_(b)+0.849` या `log_(10)K_(b)=(3.44-7-0.849)xx2=8.82` या `K_(b)=antilog_(10)(-8082)=1.5xx10^(-9)` |
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| 120. |
गुणात्मक विश्लेषण में क्या, III समूह के धनायनों को अवक्षेपति करने के लिये `NH_(4)OH` के स्थान पर `NaOH`प्रयोग किया जा सकता है ? |
| Answer» नहीं क्योकि `NaOH` प्रबल क्षार होने के कारण अधिक `OH^(-)` आयन उत्पन्न करता है `OH^(-)` कि उच्च सांद्रता III समूह के साथ-साथ उच्च समूहों के धनायनों को भी अवक्षेपित कर देगी । | |
| 121. |
निम्नलिखित लवणों की जलीय विलयनों के उदासीन, अम्लीय तथा क्षारीय होने की प्रागुक्ति कीजिए- `NaCI,KBr,NaCN,NH_(4)NO_(3),NaNO_(2)` तथा `KF` |
| Answer» `{:("उदासीन विलयन",:, "NaCI,KBr"),("अम्लीय विलयन" ,:, NH_(4)NO_(3)),("क्षारीय विलयन" ,:, "NaCN ,""NaNO"_(2) KF):}` | |
| 122. |
एक मृदु पेय के नमूने में हाइड्रोजन आयन की सान्द्रता `3.8xx10^(-3)M` है। उसकी `pH` परिकलित कीजिए । |
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Answer» `pH=-"log"_(10)[H^(+)]=-"log"_(10)(3.8xx10^(-3))` `=2.42` |
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| 123. |
`pH 5.4` वाले एक विलयन में हाइड्रोजन आयन सांद्रण (mol /Lमें) होगा-A. `3.98xx10^(-6)`B. `3.68xx10^(-6)`C. `3.88xx10^(6)`D. `3.98xx10^(8)` |
| Answer» Correct Answer - A | |
| 124. |
`MX_(2)` सामान्य सूत्र वाले एक लवण का जल में विलेयता गुणनफल `4xx10^(-12)` है। इस लवण के जलीय विलय में `M^(2+)` आयनों की सांद्रता है-A. `4.0xx10^(-10)M`B. `1.6xx10^(-4)M`C. `1.0xx10^(-4)M`D. `2.0xx10^(-6)M` |
| Answer» Correct Answer - C | |