Saved Bookmarks
| 1. |
एक दुर्लब मोनो-बेसिक अम्ल का आयनन स्थिरांक `4.0xx10^(-10)` है । इसके `0.01N` वलयन में हाइड्रोजन आयनों का सांद्रण ज्ञात करो | |
|
Answer» मोनो बेसिक अम्ल की नॉर्मलता उसकी मलरता के बराबर होती है । अतः अम्ल की मोलरता `0.01` है। अतः विलयन का लीटर में आयतन जिसमे अम्ल का 1 मोल घुला है- `V=(1)/(0.01)=100` ओस्टवाल्ड के तनुता के अनुसार `alpha=sqrt(KV)` `alpha=sqrt(4.0xx10^(-10)xx100)` `=2.0xx10^(-4)` अतः अम्ल के 1 मोल के आयनन से `H^(+)` के `2.0xx10^(-4)` मोल प्राप्त होंगे| अम्ल के `0.01M` विलयन में `H^(+)` की सांद्रता `0.01xx2.0xx10^(-4)=2.0xx10^(-6)M` |
|