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हैबर विधि में प्रयुक्त हाइड्रोजन को प्राकृतिक गैस से प्राप्त मेथेन को उच्च ताप की भाप से क्रिया कर बनाया जाता है । दो पदों वाली अभिक्रिया में प्रथम पद में `CO` तथा `H_(2)` बनती है। दूसरे पद में प्रथम पद में बनने वाली `` और अधिक भाप से अभिक्रिया करती है । `CO(g)+H_(2)O(g)hArr CO_(g)+H_(2)(g)` यदि `400^(@)C` पर अभिक्रिया पात्र में `CO` एवं भाप सममोलर मिश्रण इस प्रकार लिया जाए की `P_(CO)=P_(H_(2)O)=4.0"bar"` तो `H_(2)` का साम्यवस्था पर आसनशिक दाब क्या होगा? `400^(@)C` पर `K_(p)=0.1` |
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Answer» माना की साम्यवस्था पर `H_(2)` का आंशिक दाब P bar है `CO(g)+H_(2)O(g)hArr CO_(2)(g)+H_(2)(g)` `{:("प्रारम्भिक दाब",1.0"bar",4.0"bar",0,0),("साम्यवस्था में दाब",4.0-P,4.0-P,P,P):}` `:.K_(p)=(P_(CO_(2))*O_(H_(2)))/(P_(CO)*P_(H_(2)O))` या `0.1=(PxxP)/((4.0-P)xx(4.0-P))=[(P)/(4.0-P)]^(2)` या `(P)/(4.0-P)=sqrt(0.1)=0.316` या `P=1.264-0.316P` या `1.316P=1.264` या `P=(1.264)/(1.316)=0.96"bar"` `:. [P_(H_(2))]=0.96"bar"` |
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