Saved Bookmarks
This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.
| 51. |
15 सेमी फोकस-दूरी के उत्तल दर्पण के सामने 60 सेमी की दूरी पर एक वस्तु रखी है। प्रतिबिम्ब की स्थिति एवं प्रकृति ज्ञात कीजिए। |
|
Answer» Correct Answer - 12 सेमी (दर्पण के पीछे ) ,आभासी u=60 सेमी , f=15 सेमी सूत्र -`1/v=1/f-1/u` या `1/v=1/15- 1/(-60)=1/15+1/60=5/60` या 1/v=1/12 या v=12 सेमी उत्तल दर्पण है अतः प्रतिबिम्ब दर्पण के पीछे बनेगा जो आभासी एवं सीधा होगा । |
|
| 52. |
एक उत्तल दर्पण की फोकस-दूरी f है। उसमें निर्मित प्रतिबिम्ब की लम्बाई वस्तु की लम्बाई की `1/n` गुनी है। दर्पण से वस्तु की दूरी ज्ञात कीजिए। |
|
Answer» गोलीय दर्पण के लिए `m=f/(f-u)` दिया है - `m=1/n` `therefore 1/n=f/(f-n)` nf=f-u u=f-uf =-(n-1)f. |
|
| 53. |
हीरे का अपवर्तनांक 2 है। हीरे में प्रकाश की चाल क्या होगी? |
|
Answer» Correct Answer - `1.5xx10^8` मीटर/सेकंड `._amu_l=c/v_d=(3xx10^8)/2=1.5xx10^8` मीटर/सेकंड है । |
|
| 54. |
मरुस्थल में मृग मरीचिका दिखने का कारण हैA. अपवर्तनB. परावर्तनC. प्रकीर्णनD. पूर्ण आन्तरिक परावर्तन |
| Answer» Correct Answer - D | |
| 55. |
काँच में प्रकाश की चाल `2xx 10^8` मीटर/सेकण्ड वायु में प्रकाश की चाल ज्ञात कीजिए यदि काँच का अपवर्तनांक 1.5 हो। |
|
Answer» Correct Answer - `3xx10^8` मीटर/सेकंड `._amu_g=c/v` `rArr c=._amu_gxxv = 1.5xx2xx10^8=3xx10^8` |
|
| 56. |
पानी के सापेक्ष काँच का अपवर्तनांक 9/8 है। यदि पानी में प्रकाश की चाल `2.25 xx 10^8` मीटर/सेकण्ड हो, तो काँच में प्रकाश की चाल ज्ञात कीजिये। |
|
Answer» सूत्र - `""_lmu_g=v_l/v_g`, जहाँ `""_lmu_g`=9/8, `v_l=2.25xx10^8` `therefore v_g=v_l/(""_l mu_g)=(2.25xx10^8)/(9/8) ` `v_g=2.25xx8/9xx10^8=2.0xx10^8` मीटर/सेकंड |
|
| 57. |
काँच (अपवर्तनांक 1.5) में प्रकाश की चाल `2 xx 10^8` मीटर/सेकण्ड है, तो वायु में प्रकाश की चाल ज्ञात कीजिये। |
|
Answer» सूत्र - `._amu_g=v_a/v_g`, जहाँ `._amu_g`=1.5, `v_g=2xx10^8` मीटर /सेकंड `therefore v_a=v_g xx ._amug` `rArr v_a = 1.5xx 2 xx 10^8 =3.0xx10^8` मीटर/सेकंड |
|
| 58. |
सूर्योदय के कुछ समय पूर्व सूर्य दिखाई देने का कारण है-A. प्रकाश का परावर्तनB. प्रकाश का अपवर्तनC. प्रकाश का प्रकीर्णनD. प्रकाश का विक्षेपण। |
| Answer» Correct Answer - B | |
| 59. |
काँच के आयताकार गुटके से अपवर्तित प्रकाश में वर्ण-विक्षेपण क्यों नहीं होता है ? |
| Answer» काँच के आयताकार गुटके की दोनों समांतर सतहों से अपवर्तन के पश्चात् निर्गत किरणें आपतित किरणों के समान्तर होती हैं। गुटके के अन्दर श्वेत प्रकाश का वर्ण-विक्षेपण हो जाता है, किन्तु जब विभिन्न रंगों की किरणें गुटके से निकलती हैं तो वे एक-दूसरे के समान्तर होती हैं। अत: सभी रंग मिलकर पुन: श्वेत प्रकाश का निर्माण करते हैं। इस प्रकार काँच के आयताकार गुटके से अपवर्तित प्रकाश में वर्ण-विक्षेपण नहीं होता। | |
| 60. |
दो अभिसारी लेंसों को किस प्रकार रखा जाए कि इन पर पड़ने वाला समान्तर किरण-पुंज इनसे निकलने के बाद पुनः समान्तर हो जाये ? |
|
Answer» दोनों अभिसारी लेंसों को इस प्रकार रखना चाहिए कि उनके बीच की दूरी उनकी फोकस-दूरियों के योग के बराबर हो। इस प्रकार यदि`x=f_1+f_2` हो, तो सूत्र : `1/F=1/(f_1)+1/(f_2) -x/(f_1f_2)` में मान रखने पर , `1/F=1/(f_1)+1/(f_2) -(f_1+f_2)/(f_1f_2)` या `1/F=0` या `F=oo` अत: यह युग्म एक समतल काँच की प्लेट की तरह कार्य करेगा। फलस्वरूप आपतित और निगत किरणें समान्तर होंगी। |
|
| 61. |
एक प्रिज्म का अपवर्तक कोण `60^@` है। यदि न्यूनतम विचलन का कोण `38^@` हो, तो प्रिज्म के पदार्थ का अपवर्तनांक ज्ञात कीजिए। (sin `49^@` = 0.7547) |
|
Answer» सूत्र - `mu=("sin" (A+delta_m)/2)/("sin" A/2)` दिया है - A = `60^@` तथा `delta_m=38^@` सूत्र में मान रखने पर, `mu=(sin((60^@+38^@)/2))/(sin(60^@/2))` `=(sin 49^@)/(sin 30^@)=0.7547/0.5000` =1.5094 |
|
| 62. |
यदि प्रिज्म का अपवर्तक कोण `60^@` तथा न्यूनतम विचलन का कोण `30^@` हो, तो प्रिज्म के पदार्थ का अपवर्तनांक ज्ञात कीजिए। |
|
Answer» Correct Answer - 1.41 `mu=(sin((A+delta_m)/2))/("sin" 60/3)=("sin"(60^@+30^@)/2)/("sin"60^@/2)=(sin 45^@)/(sin 30^@)=1.41` |
|
| 63. |
एक दूरदर्शी के अभिदृश्यक लेंस की फोकस दूरी 150 सेमी. तथा नेत्रिका की फोकस दूरी 5 सेमी. है। सामान्य समंजन मे दूरस्थ वस्तु को देखने हेतु दूरदर्शन की आवर्धन क्षमता क्या होगी? यदि दूरदर्शन को 3 किमी दूर स्थित 100 मी ऊँचे टॉवर को देखने हेतु प्रयुक्त करें तो अभिदृश्यक लेंस पर टॉवर के प्रतिबिम्ब की ऊँचाई क्या होगी? |
|
Answer» सामान्य समंजन में दूरदर्शी की आवर्धन क्षमता `m=f_o/(f_e)=150/5=30` टॉवर का कोणीय आकार `alpha = 100/(3xx1000)=1/30` rad टॉवर के प्रतिबिम्ब का कोणीय आकार `beta=1/30xx30`= 1 rad प्रतिबिम्ब की ऊँचाई =`1xxf=1xx5/100`= 0.05 मी. |
|
| 64. |
आवर्धन ( प्रतिबिम्ब-साइज/वस्तु-साइज) क्या है ? |
| Answer» `m=v/u=25/"50/7"=3.5` | |
| 65. |
कोई सामान्य निकट बिंदु (25 सेमी.) का व्यक्ति छोटे अक्षरों में छपी वस्तु को 5 सेमी. फोकस दूरी के पतले उत्तल लेंस के आवर्धक लेंस का उपयोग कर सकता है। उपरोक्त सरल सूक्ष्मदर्शी के उपयोग द्वारा संभावित अधिकतम तथा न्यूनतम कोणीय आवर्धन ( आवर्धन क्षमता ) क्या है ? |
|
Answer» अधिकतम कोणीय आवर्धन `m=D/u=25/5=5` न्यूनतम कोणीय आवर्धन `m=D/u=25/"25/6"=6` |
|
| 66. |
एक चित्र 1 मिमी`""^2` भुजा के वर्गों में विभाजित किया गया है। इसे 10 सेमी फोकस-दूरी वाले उत्तल लेंस की सहायता से 9 सेमी की दूरी से देखा जाता है। क्या लेंस द्वारा उत्पन्न आवर्धन लेंस के कोणीय आवर्धन के बराबर है ? व्याख्या कीजिए। |
| Answer» प्रतिबिम्ब का आवर्धन और कोणीय आवर्धन दोनों अलग अलग हैं। क्योंकि कोणीय आवर्धन में प्रतिबिम्ब स्पष्ट दृष्टि की न्यूनतम दूरी पर बनता है, जबकि आवर्धन निकालते समय प्रतिबिम्ब स्पष्ट दृष्टि की न्यूनतम दूरी पर नहीं बनता। यदि प्रतिबिम्ब स्पष्ट दृष्टि की न्यूनतम दूरी पर बनता है, तो आवर्धन और कोणीय आवर्धन समान होते। | |
| 67. |
एक चित्र 1 मिमी`""^2` भुजा के वर्गों में विभाजित किया गया है। इसे 10 सेमी फोकस-दूरी वाले उत्तल लेंस की सहायता से 9 सेमी की दूरी से देखा जाता है। लेंस का कोणीय आवर्धन ( आवर्धन क्षमता ) ज्ञात कीजिए। |
| Answer» कोणीय आवर्धन `m=D/u` से, `m=25/9=2.8` | |
| 68. |
क्या इस प्रक्रम में आवर्धन क्षमता के बराबर हैं ? स्पष्ट कीजिए। |
| Answer» आवर्धन क्षमता `m=D/u=25/(-50//7)=3.5` आवर्धन क्षमता का मान आवर्धन के परिमाण के तुल्य होता है क्योकि प्रतिबिम्ब स्पस्ट दृस्टि के न्यूनतम दुरी पर बनता है | |
| 69. |
एक अवतल लेंस की फोकस-दूरी 50 सेमी है। उसकी क्षमता ज्ञात कीजिए। |
|
Answer» Correct Answer - `-2D` `P=1/f rArr P=1/"-0.5"`=-2 D |
|
| 70. |
कोई व्यक्ति ऊर्ध्वाधर तथा क्षैतिज धारियों की कमीज पहने किसी दूसरे व्यक्ति को देखता है । वह क्षैतिज धारियों की तुलना में ऊर्ध्वाधर धारियों को अधिक स्पष्ट देख पाता है। ऐसा किस दृष्टिकोण के कारण होता है ? इस दृष्टिदोष का संशोधन कैसे किया जाता है ? |
| Answer» यह दृष्टि दोष नेत्र लेंस में त्रुटि होने के कारण होता है। इसे अबिन्दुकता कहते हैं। कॉर्निया की वक्रता तथा नेत्र लेंस के विभिन्न तलों में समानता नहीं होने से यह दोष उत्पन्न होता है। इसे ऊर्वार्धर अक्ष के बेलनाकार लेंस के उपयोग द्वारा दूर किया जाता है । | |
| 71. |
कोई सामान्य निकट बिंदु (25 सेमी.) का व्यक्ति छोटे अक्षरों में छपी वस्तु को 5 सेमी. फोकस दूरी के पतले उत्तल लेंस के आवर्धक लेंस का उपयोग कर सकता है। वह निकटतम तथा अधिकतम दूरियाँ ज्ञात कीजिए, जहाँ वह उस पुस्तक को आवर्धक लेंस द्वारा पढ़ सकता है। |
|
Answer» दिया है- D = 25 सेमी.., f= + 5 सेमी. निकटतम दूरी के लिए पुस्तक को इतनी दूरी पर रखना होगा कि पुस्तक का प्रतिबिम्ब 25 सेमी. की दूरी पर प्राप्त हो `therefore v=-25` सेमी. सूत्र - `1/f=1/v-1/u` `1/5=1/(-25)-1/u` `1/u=(-1)/25-1/5=(-1-5)/25=(-6)/25` `u=(-25)/6=4 1/6` सेमी. यदि पुस्तक को लेंस के फोकस पर रखेंगे तो इसका प्रतिबिम्ब अनंत पर बनेगा । पुस्तक की अधिकतम दुरी के लिए , `v=oo`, f=5 cm लेने पर सूत्र `1/v-1/u=1/f` से `1/oo-1/u=1/5` `-1/u=1/5` u=-5 cm अतः अधिकतम दुरी u = - 5 सेमी |
|
| 72. |
50 सेमी फोकस-दूरी वाले उत्तल लेंस की क्षमता कितनी होगी? |
|
Answer» Correct Answer - `+2D` `P = 1/f rArr P = 1/0.5 =+- 2D` |
|
| 73. |
काँच के एक लेंस को जल में डुबाया जाता है। इसकी क्षमता बढ़ेगी या घटेगी? |
| Answer» फोकस-दूरी बढ़ने के कारण क्षमता घटेगी। | |
| 74. |
सम्पर्क में रखे एक उत्तल लेंस और अवतल लेंस का युग्म कब अभिसारी लेंस की तरह और कब अपसारी लेंस की तरह कार्य करता है? |
| Answer» उत्तल लेंस की फोकस-दूरी कम होने पर अभिसारी लेंस की तरह तथा अवतल लेंस की फोकस-दूरी कम होने पर अपसारी लेंस की तरह कार्य करता है। | |
| 75. |
समतल काँच की फोकस-दूरी तथा क्षमता कितनी होती है? |
| Answer» फोकस-दूरी अनंत तथा क्षमता शून्य होती है। | |
| 76. |
प्रिज्म के पदार्थ का अपवर्तनांक ज्ञात करने का सूत्र `mu`=_____ है। |
| Answer» `mu=(sin(A+delta_m))/("sin" A/2)` | |
| 77. |
____ की सहायता से शुद्ध स्पेक्ट्रम प्राप्त किया जाता है। |
| Answer» Correct Answer - स्पेक्ट्रोमीटर | |
| 78. |
वर्षा के बाद ही इन्द्रधनुष दिखाई देते हैं, क्यों ? |
| Answer» वर्षा के बाद वायुमंडल में जल कि बुँदे विघमान रहती है | |
| 79. |
जब प्रकाश एक माध्यम से दूसरे माध्यम में जाती है, तो इसकी _____ परिवर्तित नहीं होती। |
| Answer» Correct Answer - आवृत्ति | |
| 80. |
प्रकाश के अपवर्तन की क्रिया में उसके किन गुणों में परिवर्तन होता है ? |
| Answer» वेग, तरंगदैर्घ्य, आयाम (तीव्रता) । | |
| 81. |
प्राथमिक इन्द्रधनुष की कोणीय चौड़ाई कितनी होती है ? |
| Answer» Correct Answer - `2^@` | |
| 82. |
प्राथमिक इन्द्रधनुष में ___ रंग बाह्य किनारे पर होता है। |
| Answer» Correct Answer - लाल | |
| 83. |
जब प्रकाश एक माध्यम से दूसरे माध्यम में प्रवेश करता है तो निम्न में से क्या नियत रहता है- वेग, तरंगदैर्घ्य, आवृत्ति या तीव्रता ? |
| Answer» आवृत्ति अपरिवर्तित रहती है । | |
| 84. |
प्राथमिक इन्द्रधनुष बनते समय जल की बूंदों द्वारा प्रकाश के कितने अपवर्तन तथा कितने पूर्ण आन्तरिक परावर्तन होते हैं ? |
| Answer» दो अपवर्तन तथा एक पूर्ण आन्तरिक परावर्तन | |
| 85. |
किसी प्रिज्म के पदार्थ की वर्ण विक्षेपण क्षमता ___ पर निर्भर करती है। |
| Answer» Correct Answer - पदार्थ | |
| 86. |
अपवर्तन का कारण क्या है ? |
| Answer» भिन्न-भिन्न माध्यमों में प्रकाश की चाल भिन्न-भिन्न होना । | |
| 87. |
किसी पदार्थ का अपवर्तनांक किन-किन कारकों पर निर्भर करता है ? |
| Answer» माध्यम की प्रकति और प्रयुक्त पदार्थ के रंग पर | |
| 88. |
किस लेंस की फोकस दूरी धनात्मक और किस लेंस की फोकस दूरी ऋणात्मक होती है ? |
| Answer» उत्तल लेंस की फोकस-दूरी धनात्मक तथा अवतल लेंस की फोकस दूरी ऋणात्मक होती है। | |
| 89. |
क्या किसी माध्यम के सापेक्ष अपवर्तनांक एक से कम हो सकता है ? |
| Answer» हाँ , जब प्रकाश किरण सघन माध्य्म से विरल माध्य्म में प्रवेश करे | |
| 90. |
लेंस की फोकस दूरी और क्षमता में क्या संबंध होता है? |
| Answer» क्षमता =`1/"फोकस दूरी "` | |
| 91. |
दो पतले लेंस एक-दूसरे के सम्पर्क में हैं। संयोग से बने लेंस की फोकस-दूरी 80 सेमी है। यदि लेंस की फोकस-दूरी 40 सेमी हो, तो दूसरे लेंस की क्षमता क्या होगी? |
|
Answer» Correct Answer - `-1.25 D` `1/f=1/f_1+1/f_2` `rArr 1/80=1/40=(1-2)/80` `f_2`=-80 सेमी . `therefore P_2=-1/0.8` =-1.25 D |
|
| 92. |
किस लेंस की फोकस दूरी धनात्मक होती है? |
| Answer» Correct Answer - उत्तल लेंस की | |
| 93. |
लेंस की क्षमता का मात्रक क्या है? |
| Answer» Correct Answer - डिऑप्टर | |
| 94. |
स्पष्ट कीजिए कि पानी के अन्दर वायु का बुलबुला, जिसका पृष्ठ उत्तल है, अवतल लेंस की भाँति क्यों व्यवहार करता है ? |
|
Answer» पानी के अन्दर वायु का बुलबुला एक लेंस की भाँति कार्य करता है, जिसकी फोकस-दूरी निम्न सूत्र द्वारा दी जाती है - `1/f=(._wmu_a-1)(1/R_1-1/R_2)` बुलबुले के दोनों पृष्ठ उभरे हुए होते हैं । अत: उनकी वक्रता- त्रिज्या बराबर होती हैं। चिन्हों की परिपाटी के अनुसार, `R_1=R` तथा `R_2=-R` उपर्युक्त सूत्र में मान रखने पर, `1/f=(._wmu_a-1)2/R` हम जानते हैं कि, `._wmu_a=1/(._amu_w)` अब चूँकी `._amu_w gt 1 rArr ._wmu_a lt 1 ` अतः `(._wmu_a -1)` ऋणात्मक होगा। इस प्रकार पानी के अन्दर वायु के बुलबुले की फोकस-दूरी ऋणात्मक होती है। अत: वह अवतल लेंस की तरह व्यवहार करता है। |
|
| 95. |
काँच के सापेक्ष पानी का अपवर्तनांक `8/9` है। पानी के सापेक्ष काँच का अपवर्तनांक ज्ञात कीजिए। |
|
Answer» Correct Answer - `9/8` `._wmu_g=8/9 , therefore ._gmu_w=1/(._wmu_g)=1/(8//9)=9/8` |
|
| 96. |
वायु में प्रकाश का वेग `3 xx 10^8` मीटर- सेकंड`""^(-1)` है। यदि काँच का अपवर्तनांक 1.5 सेमी हो तो काँच में प्रकाश का वेग ज्ञात कीजिए। |
|
Answer» सूत्र -`mu=c/v` या `v=c/mu` दिया है - `c = 3 xx 10^8` मीटर-सेकण्ड`""^(-1)` तथा `mu`=1.5 उपयुक्त सूत्र में मान रखने पर, `v=(3xx10^8)/1.5=2xx10^8` मीटर/सेकंड`""^(-1)` |
|
| 97. |
वायु के सापेक्ष काँच और जल के अपवर्तनांक क्रमशः`3/2` तथा `4/3` हैं। काँच के सापेक्ष जल का अपवर्तनांक ज्ञात कीजिए। |
|
Answer» Correct Answer - `8/9` `._gmu_w=(._amu_w)/(._amu_g)=(4/3)/(3/2)=8/9` |
|
| 98. |
सूर्य और पृथ्वी के बीच की दूरी `93 xx 10^6` किमी है। यदि प्रकाश का वेग `3 xx 10^8` मीटर/सेकण्ड हो, तो सूर्य प्रकाश को पृथ्वी तक आने में कितना समय लगेगा ? |
|
Answer» दिया है - दूरी =`93xx10^6` किमी `=93xx10^9` मीटर वेग = `3xx10^8`मीटर / सेकंड `because` वेग = दूरी/समय या समय =`" दूरी" /"वेग"` `therefore " समय"=(93xx10^9)/(3xx10^8)=31xx10=310` सेकंड |
|
| 99. |
काँच का अपवर्तनांक 1.5 है। काँच के सापेक्ष वायु का अपवर्तनांक ज्ञात कीजिए। |
|
Answer» सूत्र- `._gmu_a=1/(""_a mu_g)` दिया है- `._amu_g=1.5=3/2` सूत्र में मान रखने पर, `._gmu_a=1/(3//2)=2/3`=0.67 |
|
| 100. |
पृथ्वी अपने अक्ष पर एक घूर्णन करने में 24 घण्टे लेती है। सूर्य के सापेक्ष पृथ्वी से देखे जाने पर `1^@` विस्थापित होने में उसे कितना समय लगता है ? |
|
Answer» `360^@` विस्थापन में लगा समय = 24h ` therefore 1^@` विस्थापन में लगा समय = `(24/360)` h = 4min. |
|