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स्पष्ट कीजिए कि पानी के अन्दर वायु का बुलबुला, जिसका पृष्ठ उत्तल है, अवतल लेंस की भाँति क्यों व्यवहार करता है ? |
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Answer» पानी के अन्दर वायु का बुलबुला एक लेंस की भाँति कार्य करता है, जिसकी फोकस-दूरी निम्न सूत्र द्वारा दी जाती है - `1/f=(._wmu_a-1)(1/R_1-1/R_2)` बुलबुले के दोनों पृष्ठ उभरे हुए होते हैं । अत: उनकी वक्रता- त्रिज्या बराबर होती हैं। चिन्हों की परिपाटी के अनुसार, `R_1=R` तथा `R_2=-R` उपर्युक्त सूत्र में मान रखने पर, `1/f=(._wmu_a-1)2/R` हम जानते हैं कि, `._wmu_a=1/(._amu_w)` अब चूँकी `._amu_w gt 1 rArr ._wmu_a lt 1 ` अतः `(._wmu_a -1)` ऋणात्मक होगा। इस प्रकार पानी के अन्दर वायु के बुलबुले की फोकस-दूरी ऋणात्मक होती है। अत: वह अवतल लेंस की तरह व्यवहार करता है। |
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