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निम्नलिखित स्थितियों को पढ़ें। प्रत्येक स्थिति के बारे में बताएँ कि किस मौलिक अधिकार का उपयोग या उल्लंघन हो रहा है और कैसे?(क) राष्ट्रीय एयरलाइन के चालक-परिचालक दल (Cabin-Crew) के ऐसे पुरुषों को जिनका वजन ज्यादा है नौकरी में तरक्की दी गई लेकिन उनकी ऐसी महिला-सहकर्मियों को दण्डित किया गया जिनका वजन बढ़ गया था।(ख) एक निर्देशक एक डॉक्यूमेण्ट्री फिल्म बनाता है जिसमें सरकारी नीतियों की आलोचना है।(ग) एक बड़े बाँध के कारण विस्थापित हुए लोग अपने पुनर्वास की माँग करते हुए रैली निकालते हैं।(घ) आन्ध्र-सोसायटी आन्ध्र प्रदेश के बाहर तेलुगु माध्यम के विद्यालय चलाती है। |
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Answer» (क) महिला सहकर्मियों को दण्डित करना उनके समानता का अधिकार का उल्लंघन करना है। पुरुषों को पदोन्नति दी गई जबकि महिलाओं को दण्डित किया गया। यह लिंग के आधार पर भेदभाव है। यह अनुच्छेद 15 का उल्लंघन है। |
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नीति-निदेशक तत्त्वों की आलोचना का आधार बताइए। |
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Answer» नीति-निदेशक तत्त्वों की आलोचना के मुख्य आधार निम्नलिखित हैं – |
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भारत में राजनीतिक दलों द्वारा अपने कार्यों का निर्वहन करने में आने वाली कठिनाइयों का उल्लेख कीजिए। |
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Answer» राजनीतिक दलों की समस्याएँ-भारत में राजनीतिक दलों की प्रमुख समस्याएँ निम्नलिखित हैं- ⦁ दलीय व्यवस्था में अस्थिरता-भारतीय दलीय व्यवस्था निरन्तर बिखराव और विभाजन का शिकार रही है। सत्ता प्राप्ति की लालसा ने राजनीतिक दलों को अवसरवादी बना दिया है जिससे यह संकट उत्पन्न हुआ है। |
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मौलिक अधिकारों की रक्षा किस अधिकार से होती है ? |
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Answer» मौलिक अधिकारों की रक्षा संवैधानिक उपचार के अधिकार द्वारा होती है। |
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निम्नलिखित प्रत्येक कथन के बारे में बताएँ कि वह सही है या गलत(क) अधिकार-पत्र में किसी देश की जनता को हासिल अधिकारों का वर्णन रहता है।(ख) अधिकार-पत्र व्यक्ति की स्वतन्त्रता की रक्षा करता है।(ग) विश्व के हर देश में अधिकार-पत्र होता है। |
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Answer» (क) सही, (ख) सही, (ग) गलत। |
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मौलिक अधिकारों की संक्षेप में आलोचना कीजिए। |
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Answer» भारतीय संविधान में वर्णित मौलिक अधिकारों की निम्नलिखित आधारों पर आलोचना की गई है – |
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मौलिक अधिकारों की किन्हीं चार विशेषताओं का वर्णन कीजिए।यामौलिक अधिकारों की विशेषताओं का संक्षेप में उल्लेख कीजिए। |
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Answer» मौलिक अधिकारों की विशेषताएँ निम्नलिखित हैं – |
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नीति-निदेशक तत्त्वों के दोषों का विवेचन कीजिए। |
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Answer» नीति-निदेशक तत्त्वों के निम्नलिखित दोष हैं – |
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निर्दलियों की बढ़ती संख्या एक चुनौती है, स्पष्ट कीजिए। |
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Answer» चुनाव में राजनीतिक दल को स्पष्ट बहुमत प्राप्त न होने की स्थिति में निर्दलीय उम्मीदवारों की भूमिका बढ़ जाती है। परिणामस्वरूप निर्दलीय उम्मीदवारों की संख्या में वृद्धि हो रही है। ये निर्दलीय उम्मीदवार भ्रष्टाचार की प्रवृत्ति को बढ़ावा देते हैं। यह भारतीय दलीय व्यवस्था के हित में नहीं है। |
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मौलिक अधिकारों के स्थगन पर प्रकाश डालिए। |
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Answer» मौलिक अधिकारों में विशेष परिस्थितियों के निमित्त संविधान में संशोधन द्वारा संसद अधिकार अस्थायी रूप से भी स्थगित किए जा सकते हैं या काफी सीमा तक सीमित किए जा सकते हैं। इसलिए आलोचकों का विचार है कि संविधान के इस अनुच्छेद का लाभ उठाकर देश में कभी भी सरकार तानाशाह बन सकती है। किन्तु ऐसा सोचना या कहना गलत है; क्योंकि ऐसा सरकार अपने हित में नहीं, वरन् लोकहित में करती है। असाधारण परिस्थितियों में देश और राष्ट्र का हित व्यक्तिगत हित से अधिक महत्त्वपूर्ण होता है, इसीलिए विशेष परिस्थितियों में ही मौलिक अधिकारों को स्थगित या सीमित किया जाता है। अल्लादि कृष्णास्वामी अय्यर के शब्दों में, “यह व्यवस्था अत्यन्त आवश्यक है। यही व्यवस्था संविधान का जीवन होगी। इससे प्रजातन्त्र की हत्या नहीं, वरन् सुरक्षा होगी।” |
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मोतीलाल नेहरू समिति ने सर्वप्रथम किस वर्ष ‘अधिकारों के एक घोषणा-पत्र की माँग उठाई थी?(क) 1928(ख) 1936(ग) 1931(घ) 1937 |
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Answer» सही विकल्प है (क) 1928 |
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मूल अधिकारों का स्थगन कैसे किया जा सकता है ?यामौलिक अधिकार कब स्थगित किये जा सकते हैं ? |
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Answer» ⦁ संकटकाल की घोषणा की स्थिति में |
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दक्षिण अफ्रीका के संविधान में अधिकारों की घोषणा-पत्र किस रूप में सम्मिलित किया गया है? |
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Answer» दक्षिण अफ्रीका के संविधान में अधिकारों की घोषणा-पत्र दक्षिण अफ्रीका का संविधान दिसम्बर, 1996 में लागू हुआ। इसे तब बनाया और लागू किया गया जब रंगभेद वाली सरकार के हटने के बाद दक्षिण अफ्रीका गृहयुद्ध के खतरे से जूझ रहा था। दक्षिण अफ्रीका के संविधान के अनुसार “उसके अधिकारों की घोषणा-पत्र दक्षिण अफ्रीका में प्रजातन्त्र की आधारशिला है।” यह नस्ल, लिंग, गर्भधारण, वैवाहिक स्थिति, जातीय या सामाजिक मूल, रंग, आयु, अपंगता, धर्म, अन्तरात्मा, आस्था, संस्कृति, भाषा और जन्म के आधार पर भेदभाव वर्जित करता है। यह नागरिकों को सम्भवतः सबसे ज्यादा व्यापक अधिकार देता है। संवैधानिक अधिकारों को एक विशेष संवैधानिक न्यायालय लागू करता है। ⦁ गरिमा का अधिकार |
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“मूल अधिकारों के स्थगन की व्यवस्था अत्यन्त आवश्यक है। यही व्यवस्था संविधान का जीवन होगी। इससे प्रजातन्त्र की हत्या नहीं, वरन रक्षा होगी।” यह कथन किसका(क) अल्लादि कृष्णास्वामी अय्यर(ख) डॉ० अम्बेडकर(ग) के० एम० मुंशी(घ) आयंगर |
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Answer» सही विकल्प है (क) अल्लादि कृष्णास्वामी अय्यर। |
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संविधान द्वारा मूल अधिकारों का संरक्षक किसे बनाया गया है ? |
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Answer» संविधान द्वारा मूल अधिकारों का संरक्षक सर्वोच्च न्यायालय को बनाया गया है। |
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आपातकाल में अब मौलिक अधिकार के किस अनुच्छेद को स्थगित नहीं किया जा सकता है?(क) अनुच्छेद 14 को(ख) अनुच्छेद 19 को(ग) अनुच्छेद 32 को(घ) अनुच्छेद 21 को |
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Answer» सही विकल्प है (घ) अनुच्छेद 21 को। |
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सी० राजगोपालाचारी के व्यक्तित्व पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए। |
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Answer» सी० राजगोपालाचारी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं प्रसिद्ध साहित्यकार थे। ये संविधान सभा के सदस्य थे तथा भारत के प्रथम गवर्नर जनरल बने। ये केन्द्र सरकार के मन्त्री तथा मद्रास के मुख्यमन्त्री भी रहे। सन् 1959 में इन्होंने स्वतन्त्र पार्टी की स्थापना की। इनकी सेवाओं के लिए इन्हें ‘भारत रत्न’ से भी सम्मानित किया गया। |
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भारतीय संविधान में कौन-सी मूल अधिकार निरस्त कर दिया गया है ? |
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Answer» भारतीय संविधान में सम्पत्ति का मूल अधिकार निरस्त कर दिया गया है। |
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सम्पत्ति का अधिकार अब रह गया है –(क) संवैधानिक अधिकार(ख) मौलिक अधिकार(ग) कानूनी अधिकार(घ) प्राकृतिक अधिकार |
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Answer» सही विकल्प है (ग) कानूनी अधिकार। |
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हमारे लोकतन्त्र में ही ऐसी कौन-सी खूबी है? आखिर देर-सबेर हर देश ने लोकतान्त्रिक व्यवस्था को अपना ही लिया है। है न? |
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Answer» भारत में राष्ट्रवाद की चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए दुनिया के अन्य राष्ट्रों (को उपनिवेशवाद के चंगुल से आजाद हुए) ने भी देर-सबेर लोकतान्त्रिक ढाँचे को अपनाया। लेकिन भारत की चुनौतियों से सबक सीखते हुए उन्होंने राष्ट्रीय एकता की स्थापना को प्रथम प्राथमिकता दी और इसके बाद धीरे-धीरे लोकतन्त्र की स्थापना करने का निर्णय लिया। हमारे लोकतन्त्र की खूबी यह थी कि हमारे स्वतन्त्रता संग्राम की गहरी प्रतिद्वन्द्विता लोकतन्त्र के साथ थी। हमारे नेता लोकतन्त्र में राजनीति की निर्णायक भूमिका को लेकर सचेत थे। वे राजनीति को समस्या के रूप में नहीं देखते थे, वे राजनीति को समस्या के समाधान का उपाय मानते थे। भारतीय नेताओं ने विभिन्न समूहों के हितों के मध्य टकराहट को दूर करने का एकमात्र उपाय लोकतान्त्रिक राजनीति को माना। इसीलिए हमारे नेताओं ने इसी रास्ते को चुना। |
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स्वतन्त्र पार्टी का गठन किया-(a) सी० राजगोपालाचारी(b) श्यामाप्रसाद मुखर्जी(c) पं० दीनदयाल उपाध्याय(d) रफी अहमद किदवई। |
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Answer» सही विकल्प है (a) सी० राजगोपालाचारी। |
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संवैधानिक उपचारों के अधिकार के अन्तर्गत जारी किये जाने वाले दो लेखों के नाम लिखिए। |
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Answer» ⦁ परमादेश तथा |
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निम्नांकित में कौन-सा मूल अधिकार सबसे महत्त्वपूर्ण है?(क) समानता का अधिकार(ख) संवैधानिक उपचारों का अधिकार(ग) स्वतन्त्रता का अधिकार(घ) शोषण के विरुद्ध अधिकार |
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Answer» सही विकल्प है (ख) संवैधानिक उपचारों का अधिकार। |
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निम्नांकित में से कौन-सा नागरिकों का मूल अधिकार नहीं है?(क) स्वतन्त्रता का अधिकार(ख) दान देने का अधिकार(ग) समानता का अधिकार(घ) शोषण के विरुद्ध अधिकार |
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Answer» सही विकल्प है (ख) दान देने का अधिकार। |
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भारतीय जनसंघ के गठन व विचारधारा पर टिप्पणी लिखिए। |
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Answer» भारतीय जनसंघ का गठन-भारतीय जनसंघ का गठन सन् 1951 में हुआ था। इसके संस्थापक अध्यक्ष श्यामाप्रसाद मुखर्जी थे। प्रारम्भिक वर्षों में इस पार्टी को हिन्दी भाषी राज्यों; जैसे-राजस्थान, मध्य प्रदेश, दिल्ली और उत्तर प्रदेश के शहरी क्षेत्रों में समर्थन मिला। जनसंघ के नेताओं ने श्यामाप्रसाद मुखर्जी, दीनदयाल उपाध्याय और बलराज मधोक के नाम शामिल हैं। जनसंघ की विचारधारा ⦁ जनसंघ ने ‘एक देश, एक संस्कृति और एक राष्ट्र’ के विचार पर बल दिया। इसका मानना था कि देश भारतीय संस्कृति और परम्परा के आधार पर आधुनिक, प्रगतिशील और ताकतवर बन सकता है। |
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भारतीय दलीय व्यवस्था की कोई दो विशेषताएँ बताइए। |
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Answer» भारतीय दलीय व्यवस्था की. प्रमुख विशेषताएँ निम्नलिखित हैं- ⦁ भारत में बहुदलीय व्यवस्था है और राजनीतिक दल विभिन्न हितों का प्रतिनिधित्व करते हैं। |
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स्वतन्त्रता के अधिकार के अन्तर्गत आने वाली दो स्वतन्त्रताओं का उल्लेख कीजिए। |
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Answer» ⦁ भाषण व अभिव्यक्ति की स्वतन्त्रता तथा |
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भारतीय दलीय व्यवस्था की कमियों का उल्लेख कीजिए। अथवा सरकारों की अस्थिरता के लिए उत्तरदायी भारतीय दलीय व्यवस्था की कमियों का उल्लेख कीजिए। |
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Answer» भारतीय दलीय व्यवस्था की कमियाँ-भारतीय दलीय व्यवस्था की कमियाँ निम्नलिखित हैं जो कि सरकार की अस्थिरता के लिए उत्तरदायी हैं- 1. राजनीतिक दल-बदल-भारतीय राजनीतिक दलों में वैचारिक प्रतिबद्धता का अभाव तीव्र आन्तरिक गुटबन्दी और गहरी सत्ता लिप्सा ने दलीय व्यवस्था में राजनीतिक दल-बदल को जन्म दिया है। इस दल-बदल की स्थिति ने राजनीतिक अस्थिरता को जन्म दिया। । |
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संविधान के किस भाग में मौलिक अधिकारों का उल्लेख किया गया है? |
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Answer» संविधान के भाग III में मौलिक अधिकारों का उल्लेख किया गया है। |
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‘भारत एक धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र है।’ दो तर्क दीजिए। |
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Answer» ⦁ सभी नागरिकों को धार्मिक स्वतन्त्रता का अधिकार है। |
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सन् 1967 के बाद भारतीय राजनीति में कांग्रेस के प्रभुत्व में गिरावट के कारणों पर प्रकाश डालिए। |
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Answer» सन् 1967 के आम चुनाव में कांग्रेस को केवल इतनी ही सीटें प्राप्त हुईं कि वह साधारण बहुमत द्वारा सरकार गठित कर सके। कांग्रेस के प्रभुत्व में इस गिरावट के निम्नलिखित कारण थे – ⦁ सन् 1964 में पण्डित जवाहरलाल नेहरू के निधन के बाद कांग्रेस में कोई प्रभावशाली व्यक्तित्व दिखाई नहीं देता था। |
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भारत में जनसंख्या को नियन्त्रित करने के लिए कोई चार उपाय बताइए। |
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Answer» जनसंख्या की समस्या के समाधान के लिए हमें एक साथ कई उपाय करने पड़ेंगे। जन्म-दर को कम करने के लिए तत्कालीन एवं दीर्घकालीन उपाय किये जाने चाहिए। तत्कालीन उपायों में निरोध, नसबन्दी, लूप, ऑपरेशन आदि के लिए लोगों को प्रेरित करना तथा दीर्घकालीन उपायों में विवाह की न्यूनतम आयु में वृद्धि, बाल-विवाह पर रोक, मनोरंजन के साधनों में वृद्धि, आत्म-संयम वे ब्रह्मचर्य के पालन के लिए लोगों को प्रेरित करना आदि हैं। इन उपायों का संक्षिप्त विवरण निम्नलिखित है 1. जन्म-दर में कमी करना – जनसंख्या-वृद्धि को सीमित करने के लिए यह आवश्यक है कि मृत्यु-दरे के साथ-साथ जन्म-दर में भी गिरावट लायी जाए। वर्ष 1951-60 में जन्म-दर 41.7% थी, जो 2011 ई० में 23% हो गयी। जन्म-दर में और अधिक कमी लायी जानी चाहिए। |
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भारत का विभाजन किन परिस्थितियों में हुआ? वर्णन कीजिए।अथवा भारत विभाजन के प्रमुख कारणों का विस्तारपूर्वक उल्लेख कीजिए। |
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Answer» भारत की स्वतन्त्रता प्राप्ति के समय परिस्थितियों से विवश होकर ही कांग्रेस के नेताओं ने भारत-विभाजन के साथ स्वतन्त्रता प्राप्त करना स्वीकार किया। महात्मा गांधी ने तो यहाँ तक कह दिया था कि “पाकिस्तान का निर्माण उनकी लाश पर होगा।” फिर भी भारत का विभाजन होकर ही रहा। भारत-विभाजन के लिए उत्तरदायी परिस्थितियाँ व कारण निम्नांकित रूप से वर्णित हैं- 1. अंग्रेजी सरकार की ‘फूट डालो और राज करो’ की नीति–ब्रिटिश शासकों ने हिन्दू-मुसलमानों में निरन्तर फूट डालने हेतु ‘फूट डालो और राज करो’ की नीति को अपनाया। वे निरन्तर हिन्दू-मुस्लिम सम्बन्धों में कटुता लाने तथा उन्हें परस्पर विरोधी बनाने का प्रयास करते रहे। डॉ० राजेन्द्र प्रसाद के अनुसार, “पाकिस्तान के निर्माता कवि इकबाल तथा मि० जिन्ना नहीं? बल्कि लॉर्ड मिण्टो थे।” कांग्रेस के नेतृत्व में हुए स्वाधीनता आन्दोलन में अधिकांश हिन्दुओं ने भाग लिया था इसलिए ब्रिटिश शासन ने हिन्दुओं और कांग्रेस से अपना बदला लेने के लिए मुस्लिम साम्प्रदायिकता को प्रोत्साहन दिया। इस तरह उपर्युक्त परिस्थितियों के कारण भारत का विभाजन हो गया। महात्मा गांधी के अनुसार, “32 वर्षों के सत्याग्रह का यह एक लज्जाजनक परिणाम था।” |
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भारत विभाजन में आने वाली कठिनाइयों का वर्णन कीजिए। |
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Answer» भारत विभाजन में आने वाली कठिनाइयाँ 1. मुस्लिम बहुल इलाकों का निर्धारण करना-भारत में दो इलाके ऐसे थे जहाँ मुसलमानों की आबादी अधिक थी। एक इलाका पश्चिम में था तो दूसरा इलाका पूर्व में था। ऐसा कोई तरीका न था कि इन दोनों इलाकों को जोड़कर एक जगह कर दिया जाए। अत: फैसला यह हुआ कि पाकिस्तान के दो इलाके शामिल होंगे- |
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भारत के पहले तीन चुनावों में कांग्रेस के प्रभुत्व के दो कारण बताइए। |
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Answer» ⦁ राष्ट्रीय संघर्ष में कांग्रेसी नेताओं का जनता में अधिक लोकप्रिय होना उसकी प्रधानता का प्रमुख कारण था। |
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नीचे 1947 के अगस्त के कुछ बयान दिए गए हैं जो अपनी प्रकृति में अत्यन्त भिन्न हैंआज आपने अपने सर काँटों का ताज पहना है। सत्ता का आसन एक बुरी चीज है। इस आसन पर आपको बड़ा सचेत रहना होगा…… आपको और ज्यादा विनम्र और धैर्यवान बनना होगा…… अब लगातार आपकी परीक्षा ली जाएगी। -मोहनदास करमचन्द गांधी….. भारत आजादी की जिन्दगी के लिए जागेगा…… हम पुराने से नए की ओर कदम बढ़ाएँगे….. आज दुर्भाग्य के एक दौर का खात्मा होगा और हिन्दुस्तान अपने को फिर से पा लेगा…… आज हम जो जश्न मना रहे हैं वह एक कदम भर है, सम्भावनाओं के द्वार खुल रहे हैं…… -जवाहरलाल नेहरू इन दो बयानों से राष्ट्र-निर्माण का जो एजेण्डा ध्वनित होता है उसे लिखिए। आपको कौन-सा एजेण्डा अँच रहा है और क्यों? |
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Answer» मोहनदास करमचन्द गांधी और जवाहरलाल नेहरू द्वारा दिए गए उपर्युक्त बयान राष्ट्र निर्माण की भावना से सम्बन्धित हैं। गांधी जी ने देश की जनता को चुनौती देते हुए कहा है कि देश में स्वतन्त्रता के बाद लोकतान्त्रिक शासन व्यवस्था कायम होगी, राजनीतिक दलों में सत्ता प्राप्ति के लिए संघर्ष होगा। ऐसी स्थिति में नागरिकों को अधिक विनम्र और धैर्यवान बनना होगा, उन्हें धैर्य से काम लेना होगा तथा चुनावों में निजी स्वार्थों से ऊपर उठकर देशहित को प्राथमिकता देनी होगी। जवाहरलाल नेहरू द्वारा दिया गया बयान हमें विकास के उस एजेण्डे की तरफ संकेत कर रहा है कि भारत आजादी की जिन्दगी जिएगा। यहाँ राजनीतिक स्वतन्त्रता, समानता और किसी हद तक न्याय की स्थापना हुई है लेकिन हमारे कदम पुराने ढर्रे से प्रगति की ओर बहुत धीमी गति से बढ़ रहे हैं। नि:सन्देह 14-15 अगस्त, 1947 की मध्यरात्रि को उपनिवेशवाद का खात्मा हो गया। हिन्दुस्तान जी उठा, यह एक स्वतन्त्र हिन्दुस्तान था लेकिन आजादी मनाने का यह उत्सव क्षणिक था क्योंकि आगें बहुत समस्याएँ थीं जिनमें उनको समाप्त कर नई सम्भावनाओं के द्वार खोलना है, जिससे गरीब-से-गरीब भारतीय यह महसूस कर सके कि आजाद हिन्दुस्तान भी उसका मुल्क है। इस प्रकार नेहरू के बयान में भविष्य के राष्ट्र की कल्पना की गई है जिसमें उन्होंने एक ऐसे राष्ट्र को कल्पना की है जो आत्मनिर्भर एवं स्वाभिमानी बनेगा। उपर्युक्त दोनों कथनों में महात्मा गांधी का कथन इस दृष्टि से अधिक महत्त्वपूर्ण है क्योंकि वह भविष्य में लोकतान्त्रिक शासन के समक्ष आने वाली समस्याओं के प्रति नागरिकों को आगाह करता है कि सत्ता प्राप्ति के मोह, विभिन्न प्रकार के लोभ-लालच, भ्रष्टाचार, धर्म, जाति, वंश, लिंग के आधार पर जनता में फूट डाल सकते हैं तथा हिंसा हो सकती है। ऐसी परिस्थितियों में जनता को विनम्र और धैर्यवान रहते हुए देशहित में अपने प्रतिनिधियों का चुनाव करना चाहिए। |
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वर्ष 2011 की जनगणना के आँकड़ों के अनुसार पुरुष जनसंख्या तथा स्त्री जनसंख्या बताइए। |
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Answer» वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार 62.37 करोड़ पुरुष एवं 58.64 करोड़ स्त्री जनसंख्या है। |
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जनसंख्या के घनत्व को प्रभावित करने वाले चार प्रमुख कारकों का उल्लेख कीजिए। |
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Answer» किसी स्थान-विशेष पर जनसंख्या का घनत्व निम्नलिखित मुख्य तत्त्वों द्वारा प्रभावित होता है |
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भारत का विभाजन क्यों हआ? |
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Answer» राष्ट्रीय आन्दोलन की चरम स्थिति में मुस्लिम लीग ने ‘द्वि-राष्ट्र सिद्धान्त’ की बात की। इस सिद्धान्त के अनुसार भारत किसी एक कौम का नहीं बल्कि हिन्दू और मुसलमान नामक दो कौमों का देश था और इसी कारण मुस्लिम लीग ने मुसलमानों के लिए अलग देश यानि पाकिस्तान की माँग की। यद्यपि कांग्रेस ने द्वि-राष्ट्र सिद्धान्त और पाकिस्तान की माँग का विरोध किया तथापि ब्रिटिश शासन की ‘फूट डालो और राज करो’ की नीति के चलते कांग्रेस ने भी अन्ततः पाकिस्तान की माँग मान ली और भारत का विभाजन निश्चित हो गया। |
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राष्ट्रीय आन्दोलन के नेता एक पन्थनिरपेक्ष राज्य के पक्षधर क्यों थे? |
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Answer» राष्ट्रीय आन्दोलन के नेता एक पन्थनिरपेक्ष राज्य के पक्षधर थे क्योंकि वे जानते थे कि बहुधर्मावलम्बी देश भारत में किसी धर्म विशेष को संरक्षण देना भारत की एकता के लिए बाधक बनेगा तथा इससे विविध धर्मावलम्बियों के मूल अधिकारों का हनन होगा। |
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1952 के चुनावों में कुल मतदाताओं में केवल साक्षर मतदाताओं का प्रतिशत था-(a) 35 प्रतिशत(b) 25 प्रतिशत(c) 15 प्रतिशत(d) 75 प्रतिशत। |
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Answer» सही विकल्प है (c) 15 प्रतिशत। |
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| 125792. |
स्वतन्त्रता प्राप्ति के बाद सबसे बड़ी चुनौती थी-(a) औद्योगिक विकास(b) निर्धनता(c) बेरोजगारी(d) भारत की क्षेत्रीय अखण्डता को बनाए रखना। |
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Answer» (d) भारत की क्षेत्रीय अखण्डता को बनाए रखना। |
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| 125793. |
तीव्र जनसंख्या वृद्धि के किन्हीं चार दुष्परिणामों का उल्लेख कीजिए। |
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Answer» (1) यह आर्थिक प्रगति में बाधक है। |
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भारत और पाकिस्तान के मध्य विभाजन का क्या आधार तय किया गया? |
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Answer» भारत और पाकिस्तान के बीच विभाजन का आधार तय किया गया कि धार्मिक बहुसंख्या के आधार पर विभाजन होगा। अर्थात् जिन क्षेत्रों में मुसलमान बहुसंख्यक थे, वे क्षेत्र ‘पाकिस्तान’ के भू-भाग होंगे तथा शेष भाग ‘भारत’ कहलाएँगे। |
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विभाजन की त्रासदी बताने हेतु कोई दो घटनाएँ बताइए। |
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Answer» ⦁ अनेक परिवारों के लोगों ने अपने ‘कुल की इज्जत’ बचाने के नाम पर घर की बहू-बेटियों तक को मार डाला। बहुत-से बच्चे अपने माँ-बाप से बिछुड़ गए। |
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बंगलादेश का निर्माण कब हुआ-(a) सन् 1971 में(b) सन् 1974 में(c) सन् 1976 में(d) सन् 1978 में। |
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Answer» सही विकल्प है (a) सन् 1971 में। |
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जनसंख्या विस्फोट का क्या अर्थ है? |
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Answer» तीव्र गति से जनसंख्या का बढ़ना, जनसंख्या विस्फोट कहलाता है। |
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भारत में सर्वप्रथम नियमित रूप से जनगणना कब प्रारम्भ हुई? |
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Answer» भारत में 1881 ई० में सर्वप्रथम नियमित रूप में अखिल भारतीय जनगणना सम्पन्न हुई। या भारत में परिवार नियोजन कार्यक्रम प्रथम पंचवर्षीय योजना में 1952 से आरम्भ किया गया था। |
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सन् 1960 में बम्बई का विभाजन कर कौन-कौन से दो राज्यों का निर्माण किया गया-(a) पंजाब और हरियाणा(b) महाराष्ट्र और गुजरात(c) असम और मेघालय(d) मध्य प्रदेश और आन्ध्र प्रदेश। |
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Answer» सही विकल्प है (b) महाराष्ट्र और गुजरात। |
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भारत में अन्तिम जनगणना कब हुई तथा अगली जनगणना कब होगी? |
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Answer» भारत में अन्तिम जनगणना सन् 2011 में हुई तथा अगली जनगणना वर्ष 2021 में होगी। |
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