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This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.

51.

प्रथम कोटि वेग नियम से सुक्रोज अम्लीय विलयन में ग्लूकोज़ तथा फ्रक्टोज़ में `(t_(1//2)=3.00` घण्टे ) वियोजित होता है 8 घण्टे बाद सुक्रोज के नमूने का कितना भाग शेष रहेगा

Answer» `therefore" "K=(0.693)/(t_(1//2))=(0.693)/3=0.231" घण्टे"^(-1)`
प्रथम कोटि की अभिक्रिया के लिए
`K=(2.303)/8log""([A]_0)/([A])`
`0.231=(2.303)/8log""([A]_0)/([A])`
`log([A]_0)/A=(0.231xx8)/(2.303)=0.8024`
antilog लेने पर `([A]_0)/([A])=6.3445`
या `([A])/([A]_0)=1/(6.3445)=1.576`
52.

यदि X के अणुओं का Y में परिवर्तन दितीय कोटि की अभिक्रिया हो तथा X की सान्द्रता तिगुनी कर दी जाए तो इससे Y के बनने की दर कितनी गुनी अधिक हो जायेगी।

Answer» Correct Answer - 9
53.

`t_(1//4)` वह समय माना जा सकता है जिसमे किसी अभिकारक की सान्द्रता`3//4` रह जाती है प्रथम कोटि अभिकारक के लिए वेग स्थिरांक K है तब `t_(1//4)` को इस प्रकार लिखा जा सकता हैA. `0.10//K`B. `0.29//K`C. `0.69//K`D. `0.75//K`

Answer» `K=(2.303)/tlog""a/(a-x)=(2.303)/(t_(1//4))log""a/(3a//4)=(2.303)/(t_(1//4))log""4/3`
`K=(2.303xx0.125)/(t_(1//4))=(0.29)/(t_(1//4))`
54.

एक अभिक्रिया A में प्रथम कोटि तथा B में द्वितीय कोटि की (i) अवकलित वेग समीकरण लिखिए। (ii ) B का सांद्रण 3 गुना बढ़ने पर वेग किस प्रकार प्रभावित होगा? यदि (iii ) A और B दोनों का सांद्रण दोगुना कर दिया जाये तो वेग पर क्या प्रभाव होगा?

Answer» (i) `(dx)/(dt) = k[A][B]^(2)`
(ii) दर `(r_(1))=k.a.b^(2)` (माना की A तथा B के प्रारम्भिक सांद्रण क्रमश: a तथा b है।
[B] को तीन गुना करने पर, वेग `(r_(2))=k.a.(3b)^(2)=9kab^(2)=9r_(1)`
`therefore` अभिक्रिया वेग 9 गुना बढ़ जायेगा।
(iii) [A] तथा [B] दोनों को दोगुना करने पर
वेग `(r_(2))= k(2a)(2b)^(2)=8kab^(2)=8r_(1)`
55.

अभिक्रिया `A+ B to C +D` के लिए प्रायोगिक रूप से यह ज्ञात होता हैं की A का सांद्रण दोगुना करने पर अभिक्रिया का वेग चार गुना हो जाता हैं लेकिन B का सांद्रण दोगुना करने पर अभिक्रिया के वेग पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता हैं। अभिक्रिया की कोटि तथा वेग नियम को व्यक्त कीजिये।

Answer» A का सांद्रण दुगुना करने पर अभिक्रिया का वेग चार गुना जो जाता हैं। अतएव,
Rate `prop [A]^(2)`
तथा B का सांद्रण दोगुना करने पर उसके वेग में कोई परिवर्तन नहीं होता हैं। अतएव, `"Rate" prop [B]^(0)`
अर्थात अभिक्रिया का वेग B के सांद्रण पर निर्भर नहीं करता हैं। अतः अभिक्रिया के वेग नियम को निम्न प्रकार किया जा सकता हैं-
`"Rate"= k[A]^(2) [B]^(0)`
यह A के सापेक्ष कोटि तथा B के सापेक्ष शून्य कोटि की अभिक्रिया की कुल कोटि 2+0=2 हैं।
56.

यदि अभिकारक का प्रारम्भिक सांद्रण दोगुना कर दिया जाये तो अर्द्ध - अभिक्रिया का समय भी दोगुना हो जाता हैं। इस अभिक्रिया की कोटि होगी-A. शुन्यB. प्रथमC. द्वितीयD. तृतीय

Answer» Correct Answer - A
57.

सुक्रोज का प्रतिलोमन प्रथम कोटि अभिक्रिया हैं और इसमें पोलेरीमीटर द्वारा ध्रुवित प्रकाश के घूर्णन में परिवर्तन का मापन करते हैं। यदि `t= infty, t=t ` तथा `t=0` समय पर घूर्णन के मान क्रमश: `r_(infty), r_(t)` तथा `r_(0)` हो तो इस प्रथम कोटि अभिक्रिया को निम्न प्रकार वयक्त किया जा सकता हैं-A. `k=1/t log_( e)(r_(t)-r_(infty))/(r_(0)-r_(infty))`B. `k=1/t log_( e) (r_(0)-r_(infty))/(r_(t)-r_(infty))`C. `k=1/t log_(e ) (r_(infty)-r_(0))/(r_(infty)-r_(t))`D. `k=1/t log_( e) (r_(infty-r_(t))/(r_(infty)-r_(0)))`

Answer» Correct Answer - B
58.

किसी अभिक्रिया में अभिकारक a की सान्द्रता दुगुनी करने पर अभिक्रिया का वेग 2 गुना हो जाता है तो अभिक्रिया की A के सापेक्ष कोटि होगी।A. 1B. 0C. 2D. 3

Answer» Correct Answer - A
59.

किसी अभिकारक के लिए एक अभिक्रिया द्वितीय कोटि की है अभिक्रिया का वेग किस प्रकार प्रभावित होगा, यदि अभिकारक की सान्द्रता- (i) दो गुनी कर दी जाये, (ii) आधी कर दी जाये

Answer» वेग `(r )=K[A]^2`, यदि [A] को दो गुना किया जाये तो
(i) `r_1=K[2A]^2,r_1=4r`
प्रारम्भिक वेग का चार गुना हो जाएगी
(ii) यदि [A] को आधा कर दिया जाये, तो `r_2=K[A//2]^2,r_2=1//4r`
प्रारम्भिक वेग का `1//4` रह जायेगा
60.

एक प्रथम कोटि अभिक्रिया के लिए वेग स्थिरांक 60 सेकण्ड है अभिकारक की प्रारम्भिक सान्द्रता से `1/16` वां भाग रह जाने में कितना समय लगेगा

Answer» `therefore" "t=(2.303)/Klog""[A]_0/([A])`
`[A]_0=1, [A]=1//6`
`therefore" "t=(2.303)/(60)log""1/(1//16)=4.6xx10^(-2)" सेकण्ड"`
61.

अभिक्रिया `A to B` में अभिकारकों का सांद्रण चार गुना करने पर अभिक्रिया का वेग दोगुना हो जाता हैं। इस अभिक्रिया की कोटि होगी-

Answer» Correct Answer - C
62.

एक शून्य कोटि को अभिक्रिया का वेग स्थिराँक K मोल `"लीटर"^(-1)" सेकेण्ड"^(-1)` हे। यदि अभिकारक की आरम्भिक सान्द्रता a मोल `"लीटर"^(-1)` हो तो अभिक्रिया को पूर्ण होने में कितना समयलगेगा?

Answer» शून्य कोटि की अभिक्रिया के लिए
`therefore" "K=a/t" "thereforet=a/K`
63.

दो अभिक्रियाएं (i) `A to` Products तथा (ii) `B to` Products प्रथम कोटि गतिकी का पालन करती है। अभिक्रिया (i) का ताप 300 K से 310 K बढ़ाये जाने पर अभिक्रिया का वेग दोगुना हो जाता है। 310 K पर इस अभिक्रिया के लिए अर्द्ध -आयु का मान 30 मिनट है। इस ताप पर A की तुलना में B का विघटन दोगुना अधिक तीव्र होता है। यदि अभिक्रिया ( ii ) की सक्रियण ऊर्जा का मान (i) की तुलना में आधा है तो 300 K पर अभिक्रिया (ii) के लिए वेग सिथरांक की गड़ना कीजिये।

Answer» Correct Answer - `3.27 xx 10^(-2) min^(-1)`
दी गई अभिक्रियाएं हैं, (i) `A to` Products,
(ii) `B to` Products.
दोनों ही अभिक्रियाएं प्रथम कोटि की अभिक्रियाएं है।
आरहीनियम समीकरण के अनुसार,
`log_(10)(k_(2))/k_(1) = E_(a)/(2.303 R) [1/T_(1)-1/T_(2)]`
यदि `T_(1) = 300 K` तथा `T_(2) = 310 K` तब
समी० (i ) के लिए,
`log_(10)k_((i))^(310) /K_((i))^(300) = (E_(a)(i))/(2.303 R) [ 1/300 -1/310]` .................(i)
समी० (ii ) के लिए,
`log_(10)(k_((ii))^(310))/(k_((ii))^(300)) = (E_(a)(ii))/(2.303 R) [1/300 -1/310]`.............(ii)
समी० (i) को समी० (ii) से भाग देने पर,
`log_(10)(k_((i))^(310)/k_((i))^(300))/log_(10)(k_((ii))^(310)/k_((ii))^(300))= (E_(a)(i))/(E_(a)(ii))`....................(iii)
दिया है,
(a) `k_(i)^(310) = 2 xx k_((i))^(300)` [`therefore` अभिक्रिया (i) का वेग का ताप को 300 K से 310 K करने पर दोगुना हो जाता है।
(b ) `k_((i))^(310) = 0.693/30 = 0.231 "min"^(-1) [ therefore 310 K` पर अभिक्रिया (i) की अर्द्ध -आयु 30 मिनट है।]
( c) `k_((ii))^(310) = 2 xx k_((i))^(300) [therefore 310 K` पर B, A की अपेक्षा दोगुनी तीव्रता से विघटित होता है।
( d) `E_(a) (ii) =1/2 E_(a) (i)` [`therefore` (ii) की सक्रियण ऊर्जा अभिक्रिया (i) की सक्रियण ऊर्जा से आधी है।
समी० (iii) तथा सम्बन्ध (a), (b), ( c) तथा ( d) से,
`(log_(10)(2 xx k_((i))^(300))/k_((i))^(300))/(log_(10)(2 xx 0.0231)/(k_((ii))^(300)))=(E_(a)(i))/(1/2 xx E_(a)(ii))`
`(log_(10)2)/(log_(10)((2 xx 0.0231)/k_(ii)^(300)))=2`
`log_(10)((2 xx 0.0231)/(k_(ii)^(300)))= (log_(10)2)/2=0.1505`
`(2 xx 0.0231)/k_((ii))^(300)= (2 xx 0.0231)/(1.4141) = 0.0327`
`=3.27 xx 10^(-2) "min"^(-1)`
अतः 300 K पर अभिक्रिया (ii) का वेग सिथरांक `32 xx 10^(-2) min^(-1)` है।
64.

अभिक्रिया `4NH_3(g)+5O_2(g)rarr+6H_2O(g)` का वेग अमोनिया सांद्रण के सापेक्ष `-1/4(d[NH_3])/(dt)` है `O_2,NO` तथा `H_2O` के सापेक्ष अभिक्रिया का वेग ज्ञात कीजिये

Answer» क्रमशः `-1/5(d[O_2])/(dt),1/4(d[NO])/(dt),1/6(d[H_2O])/(dt)`
65.

डाइमेथिल ईथर के अपघटन से `CH_(4), H_(2)` तथा CO बनते है। इस अभिक्रिया का वेग निम्न समीकरण द्वारा दिया जाता हे। वेग ` =k [CH_(3)OCH_(3)]^(3//2)` अभिक्रिया के वेग का अनुगमन किसी बंद पात्र में बढते दाब द्वारा किया जाता अत वेग समीकरण को डाइमेथिल ईथर के आशिक दाब के पदों में भी व्सक्त किया जा सकता है। अत: वेग `=k [P_(CH_(3)OCH_(2))]^(3//2)` यदि दाब को बार में तथा समय को मिनट में मापा जाए तो अभिक्रिया वेग तथा स्थिरांक की इकाईयाँ क्या होगी।

Answer» वेग की इकाई `(r )= (दाब ) /(समय) = (बार)/(मिनट) = बार मिनट^(-1)`
वेग स्थिरांक (k) की इकाई `= (atm)^(1-m) min^(-1)`
`= (bar)^(1-n) = min^(-1)`
`=(bar)^((1-3//2)) (min)^(-1)`
`=(bar)^(-1//2) (min)^(-1)`
66.

`2A+BrarrC+D` अभिक्रिया की बलगतिकी का अध्ययन करने पर निम्नलिखित परिणाम प्राप्त हुए अभिक्रिया के लिए वेग नियम तथा वेग स्थिरांक ज्ञात कीजिये

Answer» प्रयोग I तथा IV में [B] समान है परन्तु [A] चार गुना है अतः अभिक्रिया का वेग भी चार गुना होगा
`thereforeA` के सापेक्ष वेग , वेग `prop [A] " "…(i)`
प्रयोग II तथा III में [A] सामान है परन्तु [B] दो गुना है अतः अभिक्रिया का वेग चार गए हो जायेगा
`thereforeB` के सापेक्ष वेग, वेग `prop[B]^2" "...(ii)`
समीकरण (i) तथा (ii) को संयुक्त करने पर हमें अभिक्रिया का वेग नियम प्राप्त हो जाता है
वेग = `K[A][B]^2`
अभिक्रिया की कोटि = 1+2+3
वेग स्थिरांक
`K="वेग"/([A][B]^2)=(6.0xx10^(-3))/((0.1)(0.1)^2)=6.0" मोल"^(-2)" लीटर"^(-2)" मिनट"^(-1)`
67.

रासायनिक अभिक्रिया, `2NO_(2)Cl to 2NO_(2) +Cl_(2)` के लिए वेग नियम निम्न है- Rate `=k[NO_(2)Cl]` वेग निर्धारित करने वाला पद होगा-A. `2NO_(2)Cl to 2NO_(2) + 2Cl`B. `NO_(2) + Cl_(2) to NO_(2)Cl + Cl`C. `NO_(2)Cl + Cl to NO_(2) + Cl_(2)`D. `NO_(2)Cl to NO_(2) + Cl`

Answer» Correct Answer - D
68.

निम्नलिखित साम्यावस्था की अभिक्रिया के लिए अभिक्रिया का वेग नियम समीकरण (1) द्वारा दिया जाता है `[Cu(NH_3)_4]^(2+)+H_2OhArr[Cu(NH_3)_3H_2O]^(2+)+NH_3` `(dx)/(dt)=2.0xx10^(-4)[Cu(NH_3)_4^(2+).[H_2O]-3.0xx10^5` `[Cu(NH_3)_3H_2O]^(2+).[NH_3]" "...(1)` ज्ञात कीजिये (i) अग्र एवं पश्च अभिक्रिया का वेग (ii) अग्र एवं पश्च अभिक्रिया वेगो का अनुपात (iii) अभिक्रिया किस दिशा में अधिक होगी

Answer» अग्र अभिक्रिया का वेग
`=2.0xx10^(-4)[Cu(NH_3)_4]^(2+)[H_2O]`
पश्च अभिक्रिया का वेग `=3.0xx10^5[Cu(NH_3)_3H_2O]^(2+)[NH_3]`
(ii) `K_f=2.0xx10^(-4)," "K_b=3.0xx10^5" "[therefore` वेग (rate)=K(conc.)]
`therefore" " K_f/K_b=(2.0xx10^(-4))/(3.0xx10^5)`
`=6.6xx10^(-10)=K_c`
(iii) `thereforeK_c` का मान कम है अतः अभिक्रिया पश्च दिशा में अधिक होगी
69.

`K=Ae^(-E_a//RT)` के लिए सही कथन हैA. `E_a` संक्रियण ऊर्जा हैB. R रिडवर्ग नियतांक हैC. K साम्य स्थिरांक हैD. अधिशोषण गुणांक

Answer» R मोलर गैस नियतांक है A आवृति गुणांक तथा K वेग स्थिरांक है
70.

अभिक्रिया `A+Brarr` उत्पाद का वेग व्यंजक इस प्रकार है दर = `K[A]^n[B]^m, A` की सान्द्रतादोगुनी करने पर तथा B की सान्द्रताआधी करने पर नई अभिक्रिया का दर का पुराणी अभिक्रिया दर से अनुपात होगाA. n-mB. `2^(n-m)`C. `1/(2^(m+n))`D. m+n

Answer» `r_0=K[A]^n[B]^m`
`r_1=K[2A]^n[B//2]^m`
`r_1=K2^(n-m)[A]^n[B]^m" या "r_1=rxx2^(n-m)`
71.

अभिक्रिया `2A+Brarr` उत्पाद में जब केवल B की सान्द्रतादोगुनी की जाती है तो अर्ध-आयु परिवर्तित नहीं होती जब केवल A की सान्द्रतादोगुनी की जाती है तो दर दोगुना बढ़ जाती है इस अभिक्रिया के लिए दर स्थिरांक का मात्रक हैA. लीटर `"मोल"^(-1)" से"^(-1)`B. कोई मात्रक नहींC. मोल `"लीटर"^(-1)" से"^(-1)`D. `"से"^(-1)`

Answer» `2A+Brarr` उत्पाद
[B] दोगुना करने पर , अर्ध-आयु अपवर्तित है इसीलिए अभिक्रिया B के सन्दर्भ में प्रथम कोटि की (प्रथम कोटि अभिक्रिया में अर्ध-आयु काल अभिकर्मक की सान्द्रतामें परिवर्तन पर निर्भर नहीं करता) है [A] दोगुना करने पर दर दोगुनी हो जाती है
अतः A के सन्दर्भ में भी प्रथम कोटि की है अभिक्रिया की कुल कोटि = 1+1=2
दर स्थिरांक का मात्रक = `("सांद्रता")^(1-n) " समय"^(-1)`
`("मोल"" लीटर")^(-1)" से"^(-1) = "लीटर मोल"^(-1)" से"^(-1)`
72.

निम्न तीन अभिक्रियाओं (II,II,III) के लिए, साम्य स्थिरांक दिए गए है (I) `CO(g)+H_2O(g)hArrCO_2(g)+H_2(g),K_1` (II) `CH_4(g)+H_2O(g)hArrCO(g)+3H_2(g),K_2` (III) `CH_4(g)+2H_2O(g)hArrCO_2(g)+4H_2(g),K_3` निम्न में से कौन-सा सम्बन्ध सत्य हैA. `K_1.sqrt(K_2)=K_3`B. `K_2.K_3=K_1`C. `K_3=K_1.K_2`D. `K_3.K_2^3=K_1^2`

Answer» समीकरण (II) व (II) को जोड़ने पर समीकरण (III) प्राप्त होती है
अतः समीकरण (III) = समीकरण (II) +समीकरण (II)
`K_3=K_1.K_2`
73.

माना की कोई अभिक्रिया `A to` उत्पाद हैं जिसके लिए K का मान `2.0 xx 10^(-2)s^(-1)` हैं| 100 s के बाद शेष बचे A का सांद्रण ज्ञात कीजिये यदि A का प्रारम्भिक सांद्रण `1.0 "mol" L^(-1)` हो।

Answer» k के मात्रक `(s^(-1))` स्पष्ट करते हैं की अभिक्रिया प्रथम कोटि की हैं। प्रथम कोटि अभिक्रिया के लिए,
`k=(2.303)/t log_(10) ([A]_(0))/([A])`
`therefore 2.0 xx 10^(-2)= 2.303/100 log_(10) 1.0/[A] =-2.303/100 log_(10)[A]`
`log_(10)[A] = -(2.0 xx 10^(-2) xx 100)/(2.303) = -0.8684`
`[A]= "antilog"_(10)(-0.8684) = 0.1354` mol `L^(-1)`
74.

एक हाइड्रोकार्बन के विघटन का वेग सिथरांक 546 K पर `2.5418 xx 10^(-5)s^(-1)` हैं। यदि सक्रियण ऊर्जा `179.9 kJ//mol` हो तो प्री- एक्सपोनेनिशयल कारका का मन क्या होगा?

Answer» दिया हैं: `k=2.418 xx 10^(-5)s^(-1)`
T=546 K, `E_(a) = 179.9 kJ mol^(-1)`
आरहीनियम समीकरण के अनुसार,
`k=Ae^(-E_(a)//RT)`
`2.303 log_(10)k= 2.303 log_(10)A-E_(a)/(RT)`
`log_(10)A=log_(10)k=E_(a)/(2.303 RT)`
`=log_(10) 2.418 xx 10^(-5) + E_(a)/(2.303 RT)`
`=log_(10)2.418 xx 10^(-5) + 179.9/(2.303 + 8.314 xx 10^(-3) xx 546)`
`=-4.6165 + 17.2082 = 12.5917`
A=`"antilog"_(10)12.5917 = 3.91 xx 10^(12) s^(-1)`
75.

546 K पर हाइड्रोकार्बन के वियोजन का वेग स्थिरांक `2.418xx10^(-5)" सेकण्ड"^(-1)` है यदि संक्रियां ऊर्जा 179.9 किलजुल/मोल हो तो चरघनकी कारक का मान क्या है

Answer» `therefore" "K=A.e^(-E_a//RT)`
या `logK=logA-E_a/(RT)`
या `logA=logK+E_a/(2.303RT)`
`=log2.418xx10^(-5)+(179.9xx10^3)/(2.303xx8.314xx546)`
`=-4.6165+17.21`
`=-4.6184+17.21=12.5935`
`A="antilog " 12.5935=3.9xx10^(12)" सेकण्ड"^(-1)`
76.

आरहीनियस समीकरण के अनुसार ताप बढ़ाने पर अभिक्रिया की गति बढ़ती है, क्यो

Answer» ताप बढ़ाने पर अणुओं की गतिज ऊर्जा बढ़ जाती है जिससे सक्रिय अणुओं की संख्या बढ़ जाती है। सक्रिय अणुओं की टक्करें प्रभावी होती है जिससे उत्पाद के अणुओं की संख्या बढ़ जाती है
77.

कोयले का कढेर घोरे-धीरे सुलगता रहता है पर कोयले का चूर्ण तीत्रता से जल जाता है, क्यो?

Answer» कोयले के चूर्ण का पृष्ठ क्षेत्रफल अधिक होने के कारण कोयले के पूर्ण जलने की अभिक्रिया तोव्रता से होती है।
78.

अभिक्रिया की क्रिया-विधि (nechanism) से क्या तात्पर्य है?

Answer» अभिक्रिया की क्रिमा-चिधि. अभिकारको द्वारा विभिन्न क्रिया पदो द्वारा क्रिया की पूर्णता की परिचायक होती है ।
79.

चीनी का चूर्ण जल में तीव्रता से घुलता है पर चोनी का टुकड़ा घीरे-धीरे घुलता है, क्यो?

Answer» चीनी का चूर्ण अवस्था में पृष्ठ क्षेत्रफल अधिक होता है।
80.

AgBr का प्रकाश की उपस्थिति में विघटन के अध्ययन को रासायनिक बलगतिकी में समाहित नही करते। क्यो?

Answer» AgBr का प्रकाश की उपस्थिति में विघटन तात्कालिक अभिक्रिया (instantaneous reaction) है
81.

अभिक्रिया, `2NO_2Clrarr2NO_2+Cl_2` , की वेग समीकरण, `r=K[NO_2Cl]` है। अभिक्रिया की क्रिया-विधि स्पष्ट कीजिए

Answer» `NO_2Cloverset"मन्द"rarrNO_2+Cl`
`overset(NO_2Cl+Cloverset"तीव्र"rarrNO_2+Cl_2)underset(2NO_2Clrarr2NO_2+Cl_2)rarr`
82.

किसी अभिक्रिया के लिए निम्न तथ्यों के आधार पर अभिक्रिया की कोटि ज्ञात कीजिए (a) `1/Cvs` समय के वक्र को प्रवणता K होने पर (b) Cvs समय के वक्र को प्रवणता (-K) होने पर (c ) `logCvs` समय के वक्र को प्रवणता `[-K/(2.303)]` होने पर

Answer» (a) द्वितीय, (b) शून्य, (c) प्रथम
83.

बोल्टजमैन स्थिरांक किसे कहते हैं

Answer» बोल्टजमैन स्थिराक = `E_a //RT`
84.

`log_(10)k` तथा `1/T` के मध्य आरेखित ग्राफ की प्रवणता होगी-A. `E_(a)/R`B. `-E_(a)/R`C. `E_(a)/(2,303 R)`D. `-E_(a)/(2.303 R)`

Answer» Correct Answer - D
85.

यदि `log_(10)[A]` तथा t के मध्य ग्राफ तृणात्मक प्रवणता के साथ एक सीधी रेखा हैं तो अभिक्रिया की कोटि होगी-A. शुन्यB. प्रथमC. द्वितीयD. तृतीय

Answer» Correct Answer - B
86.

निम्न अभिक्रिया के लिये गति की समीकरण लिखिये `A+Brarr` उत्पाद तथा वेग स्थिरॉक ज्ञात कीजिए, यदि

Answer» (rate)= `K[A]^1[B]^0,K=0.5" से"^(-1)`
87.

log k तथा T के बीच ग्राफ एक सीधी रेखा होती है जिसकी ढाल निम्न के बराबर है।A. `-(E_(a))/( R )`B. `+ (E_(a))/(R )`C. `-(E_(a))/(2.303 R)`D. `(E_(a))/(2.303 R)`

Answer» Correct Answer - C
88.

किसी अभिक्रिया के लिए `log_(10)` k तथा `1/T` के मध्य आरेखित ग्राफ की प्रवणता -5841 K है। इस अभिक्रिया की सक्रिंया ऊर्जा की गड़ना कीजिये `(R=8.314 JK^(-1) mol^(-1))`

Answer» `log_(10)k` तथा `1/T` के मध्य आरेखित ग्राफ की प्रवणता निम्न होती है-
प्रवणता =`-E_(a)/(2.303 R)`
`E_(a) = -2.303 xx R xx` प्रवणता
=`-2.303 xx 8.314 xx (-5841)`
`=111838.4 J "mol"^(-1)= 111.8 kJ mol^(-1)`
89.

प्रथम कोटि अभिक्रिया के लिए `log_(10)[A]` तथा t के मध्य आरेखित ग्राफ की आकृति किस प्रकार सम्बन्धित है?

Answer» Correct Answer - सीधी रेखा
`समय^(-1)` , यह उस तापमान पर निर्भर नहीं करता हैं, जिसे सामान्यत: प्राप्त किया जा सकता हैं।
90.

निम्नलिखित तथ्यों के आधार पर अभिक्रिया की कोटि, वेग समीकरण एवं अर्द्ध-आयु काल ज्ञात कीजिए। `Ararr` उत्पाद

Answer» प्रथम कोटि, वेग (rate)= `K[A],t_(1//2)=62.43` मिनट
91.

कोयले का जलना यद्यपि ऊप्माक्षेपी अभिक्रिया है, परन्तु कोयला स्वयं नहीं जलता है, क्यों

Answer» कोयले के जलने की देहली ऊर्जा का मान अधिक होता है अत: पहले अणुओं को देहली ऊर्जा स्तर तक पहुँचने के लिए सक्रियण ऊर्जा की आवश्यकता होती है
92.

सक्रियण ऊर्जा को किस प्रकार ज्ञात करते हैं?

Answer» आरहीनियस समीकरण `log_(10)""K_2/K_1=E_a/(2.303R)(1/T_1-1/T_2)` के द्वारा
93.

अभिक्रिया मिश्रण का एक भाग अलग कर दिया जाए तो अभिक्रिया पर क्या प्रभाव पड़ेगा ।

Answer» अभिक्रिया मिश्रण का एक भाग अलग करने पर अभिक्रिया की बलगतिकी पर कोई प्रभाव नही पड़ेगा , क्योकि अभिकारकों की मेलर सान्द्रता अपरिवर्तित रहती है।
94.

सक्रियण ऊर्जा का मान ऊप्माक्षेपी अभिक्रियाओं में अधिक होता है अथवा ऊष्माशोपी में।

Answer» कुछ नहीं कहा जा सकता।
95.

दर - स्थिरांक की ताप पर निर्भरता किस समीकरण द्वारा दर्शायी जाती है।

Answer» Correct Answer - आहीनियम समीकरण
96.

वेग स्थिरांक (rate constant) (K) तथा ताप (T) में खींचे गए ग्राफ नीचे दिए गए है इनमे से कौन-सा ग्राफ आरहीनियस समीकरण का पालन करता हैA. B. C. D.

Answer» आरहीनियस समीकरण के अनुसार
`K=A.e^(-E_a//RT)=(A)/(e^(E_a//RT)`
अतः जब T बढ़ता है तो K भी बढ़ता है
97.

किसी अभिक्रिया में देहली ऊर्जा तथा सक्रियण ऊर्जा में किसका मान अधिक होता है?

Answer» Correct Answer - देहली ऊर्जा का।
98.

अभिक्रिया – मिश्रण के इकाई आयतन में प्रति सेकण्ड संघट्टों की संख्या क्या कहलाती है।

Answer» Correct Answer - संघटअ आवृति
99.

किस प्रकार की अभिक्रियाओं (ऊष्माशोपी या ऊष्माक्षेपी) में सक्रियण ऊर्जा सदैव अभिक्रिया ऊष्मा से अधिक होगी?

Answer» Correct Answer - ऊष्माशोषी में।
100.

आरहीनियस समीकरण के अनुसार अभिक्रिया के वेग स्थिरांक का मान होगा-A. `Ae^((-Ea)//RT)`B. `Ae^(Ea//Rt)`C. `Ae^(-RT//Ea)`D. `Ae^(RT//Ea)`

Answer» Correct Answer - A