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अभिक्रिया `A+ B to C +D` के लिए प्रायोगिक रूप से यह ज्ञात होता हैं की A का सांद्रण दोगुना करने पर अभिक्रिया का वेग चार गुना हो जाता हैं लेकिन B का सांद्रण दोगुना करने पर अभिक्रिया के वेग पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता हैं। अभिक्रिया की कोटि तथा वेग नियम को व्यक्त कीजिये। |
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Answer» A का सांद्रण दुगुना करने पर अभिक्रिया का वेग चार गुना जो जाता हैं। अतएव, Rate `prop [A]^(2)` तथा B का सांद्रण दोगुना करने पर उसके वेग में कोई परिवर्तन नहीं होता हैं। अतएव, `"Rate" prop [B]^(0)` अर्थात अभिक्रिया का वेग B के सांद्रण पर निर्भर नहीं करता हैं। अतः अभिक्रिया के वेग नियम को निम्न प्रकार किया जा सकता हैं- `"Rate"= k[A]^(2) [B]^(0)` यह A के सापेक्ष कोटि तथा B के सापेक्ष शून्य कोटि की अभिक्रिया की कुल कोटि 2+0=2 हैं। |
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