Explore topic-wise InterviewSolutions in .

This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.

1.

एक रासायनिक अभिक्रिया का ताप 290K से बढ़ाकर 300K करने पर अभिक्रिया की दर दोगुनी हो जाती है अभिक्रिया की ऊर्जा का मान ज्ञात कीजिये। `(R=8.314J"-"K^(-1)-mol^(-1),log2=0.3010)`

Answer» `log""(K_2)/(K_1)=(E_a(T_2-T_1))/(2.303RT_1T_2)` से
`T_1=290K,T_2=300K,K_1/K_2=2`
`therefore" "log2=(E_a(300-290))/(2.303xx8.314xx290xx300)`
`therefore" "E_a=(0.3.10xx2.303xx8.314xx290xx300)/(10)`
`E_a=50140.62Jmol^(-1)`
`E_a=50.140KJmol^(-1)`
2.

किसी प्रथम कोटि की अभिक्रिया को पूर्ण होने में कितना समय लगेगा?

Answer» Correct Answer - अन्नत
3.

एक एन्जाइम उत्प्रेरित अभिक्रिया में पदार्थ की अर्ध-आयु 138s है पदार्थ की सान्द्रता`1.28mgL^(-1)` से गिरकर 1.24 mg/L होने में लगने वाला समय होगाA. 690sB. 276sC. 414sD. 552s

Answer» `thereforen` अर्ध आयु के बाद शेष बची मात्रा `N=(N_0)/(2^n)`
`0.04=(1.28)/(2^n)`
या `" " 2^n=(1.28)/(0.04)=32`
`therefore` अर्ध आयु की संख्या , n=5
`therefore" " n=t/(t_(1//2))`
`thereforet=nxxt_(1//2)=5xx138=690sec`
अन्य विधि:
`therefore" " t_(1//2)=138` से0
`therefore" " K=(0.693)/(138)`
`therefore" " K=(2.303)/tlog"([A]_0)/([A]_t)`
`therefore" " t=(2.303xx138)/(0.693)log"(1.28)/(0.04)`
690 sec
4.

कोई प्रथम कोटि अभिक्रिया 16 मिनट में 50% पूर्ण हो जाती है। तो अभिक्रिया का वह प्रभाज ज्ञात कीजिए जो 32 मिनट में पूर्ण होगा।

Answer» Correct Answer - 0.75
`(0.693)/(10)= 0.0693 ` घण्टा`^(-1)`
5.

एक प्रथम कोटि अभिक्रिया 40 मिनट में 90% पूर्ण हो जाती है। इस अभिक्रिया का अर्ध्द-आयुकाल ज्ञात कीजिए।

Answer» माना कि क्रियाकारक की प्रारंभिक सांद्रता =a
`t =40` मिनट पर 90% अभिक्रिया पूर्ण होती है।
`x= a ` का 90% = 0.9a जबकि `t=40` मिनट
प्रथम कोटि अभिक्रिया समीकरण से -
`k = (2.303)/(t) log .(a)/((a-x))`
`k= (2.303)/(40) log .(a)/((a- 0.9a))`
`= (2.303)/(40) log 10`
`k= 5.758 xx 10^(-2) मिनट^(-1)`
अर्ध्द – आयुकाल `t_(1//2) = (0.693)/(k) = (0.693)/(5.758 xx 10^(-2))`
`= 12.05` मिनट।
6.

अम्लीय विलयन में एथिल ऐसीटेट का जल – अपघटन ……… प्रथम कोटि की अभिक्रिया है।

Answer» Correct Answer - अभासी (छदम)
7.

कथन 1 : मेथिल ऐसीटेट का जलअपघटन तनु HC1 के साथ छदम प्रथम कोटि प्रतिक्रिया है। कथन 2: जल अपघटन में HC1 उत्प्रेरक जैसा व्यवहार करता है।A. यदि दोनों कथन सही है। और कथन 2 कथन 1 की सही व्याख्या है।B. यदि दोनों कथन सही है। परंतु कथन 2 कथन 1 की सही व्याख्या है।C. यदि कथन 1 सही है पंरतु कथन 2 गलत है।D. यदि कथन 1 गलत है लेकिन कथन 2 सही है।

Answer» Correct Answer - b
8.

एक प्रथम कोटि की अभिक्रिया 32 मिनट में 75 % पूर्ण होती है। इसके 50 % पूर्ण होने में लगा समय होगा।A. ` 16`मिनटB. 8 मिनटC. 4 मिनटD. 32 मिनट

Answer» Correct Answer - A
अभिक्रिया दो अर्ध्द आयुकाल में 75% पूर्ण होती है। अर्थात `2xx t_(1//2) =32` मिनट या `t_(1//2) =16 ` मिनट
9.

प्रथम कोटि अभिक्रिया के लिए इनमें से कौन – सा संबंध सही है। `(C_(0)` अभिकारक की आरभिक मात्रा है। और `T_(1//2)` उसका अर्ध्द – आयुकाल है।A. `t_(1//2) prop C_(0)^(0)`B. `t_(1//2) prop C_(0)^(0)`C. `t_(1//2) prop C_(0)^(0)`D. `t_(1//2) prop C_(0)^(1//2)`

Answer» Correct Answer - A
10.

एक प्रथम कोटि की अभिक्रिया 50 मिनट में 90% पूर्ण हो जाती है। तो इस अभिक्रिया के लिए अर्ध्द- आयुकाल की गणना कीजिए।

Answer» माना कि अभिक्रिया की प्रारंभिक सांद्रता =a
`t= 50` मिनट पर 90% क्रिया पूर्ण होती है।
अत : x =a का 90% = 0.9a ,t=50 मिनट
प्रथम कोटि अभिक्रिया से
` k= (2.303)/(t) log .(a)/(a-x)`
` = (2.303)/(50) log .(a)/(a-0.9a)`
यदि `a=1 ` हो ,तो
`=(2.303)/(50) log .(1)/(1-0.9a)`
` = (2.303)/(50) log 10`
` = (2.303)/(50) =0.04606 = 4.606 xx 10^(-2)`
`:’` अर्ध्द आयुकाल `t_(1//2) = (0.693)/(k) = (0.693)/(4.606 xx 10^(2))`
= मिनट
11.

एथिल ऐसीटेट `H^(+)` द्वारा उत्प्रेरित जल- अपघटन अभिक्रिया की कोटि होगी।A. शून्यB. एकC. दोD. तीन

Answer» Correct Answer - B
12.

एक प्रथम कोटि अभिक्रिया का अर्ध्द – आयुकाल 530 sec है । उसका दर – नियतांक होगा।A. `2.88 XX 10^(-3) SEC^(-1)`B. `2.72 xx 10^(-3) sec^(-1)`C. `1.307 xx 10^(-3) sec^(-1)`D. `1.44 sec^(-1)`

Answer» Correct Answer - C
`k= (0.693)/(t_(1//2)) = (0.693)/(430) = 0.001612` या `1.61 xx 10^(-3)` से़`^(-3)`
13.

किसी पदार्थ का विघअन प्रथम कोटि की अभििक्रिया का पालन करता है। यदि अभिक्रिया का अर्ध्द- आयुकाल 35 मिनट हो, तो दर स्थिरांक की गणना कीजिए।

Answer» दिया है। `t_(1//2) =35` मिनट
`k= (0.693)/(t_(1//2)) = (0.693)/(35) =0.0198 मिनट^(-1)`
14.

`N_(2) O_(5)` की प्रथम कोटि की अभिक्रिया के लिए दर – स्थिरांक का मान `6.2 xx 10^(-4)` सेकण्ड`^(-1)` हो तो अर्ध्द आयुकाल ज्ञात कीजिए।

Answer» `t_(1//2)= (0.693)/(6.2xx 10^(-4)) = 1117.7`
15.

एक प्रथम कोटि अभिक्रिया के लिए दर स्थिरांक k का मान `7.39 xx 10^(-5) " सेकण्ड"^(-5)` मापा गया , अभिक्रिया के अर्ध्द- आयुकाल की गणना कीजिए।

Answer» प्रथम कोटि अभिक्रिया के लिए अर्ध्द- आयुकाल
`t_(1//2) = ( 0.693)/(k) = (0.693)/(7.39 xx 10^(-3))`
`=9377 .53` सेकण्ड़
16.

NaOH द्वारा एथिल एसिटेट के जल अपघटन के लिए ताप गुणांक का मान `1.75` है। इस अभिक्रिया के लिए सक्रियण ऊर्जा की गणना कीजिये।

Answer» Correct Answer - 42.7 kJ `mol^(-1)`
तापमान गुणांक `=k_(308)/k_(298)= 1.75`
आरहीनियम समीकरण के अनुसार,
`log_(10)k_(2)/k_(1) = E_(a)/(2.303 R)[1/T_(1)-1/T_(2)]`
`T_(1) = 298 K` तथा `T_(2)= 308` K रखने पर,
`log_(10) 1.75 = E_(a)/(2.303 xx 8.314)[1/298- 1/308]`
`log_(10)` रखने पर,
`log_(10)(k_(2)/k_(1)) =E_(a)/(2.303 R) [1/T_(1)-1/T_(2)]`
`T_(1) = 298 K` तथा `T_(2)= 308 K` रखने पर,
`log_(10)(k_(308)/k_(298))= E_(a)/(2.303 xx 8.314) [1/298 - 1/308]`
`log_(10)1.75 = E_(a)/(2.303 xx 8.314) xx 20/(298 xx 308)`
`E_(a) = (2.303 xx 8.314 xx 298 xx 308 xx log_(10)1.75)/(10)`
`=42711.5 J "mol"^(-1) = 42.7 kJ "mol"^(-1)`
17.

यदि दर – स्थिरांक k हो तो प्रथम कोटि अभिक्रिया के लिए अर्ध्द – आयुकाल का समीकरण होगा।A. `(0.693)/(k)`B. `(1)/(KA)`C. `(0.693)/(ka)`D. `(3)/(2ka^(3))`

Answer» Correct Answer - A
18.

आहीनियम समीकरण के अनुसार `T to oo` होने पर , दर- स्थिरांक (k) का मान क्या होगा। क्या यह मान भौतिक रूप से सार्थक होगा ।

Answer» आहीनियम समीकरण के अनुसार `k= Ae^(-E//RT)` होता है। यदि `T = oo` हो , तो `k= 0` अर्थात `E_(a)` का मान शून्य हो जायेगा जो कि संभव नहीं है।
19.

कथन 1: यदि किसी अभिक्रिया की ऊर्जा शून्य हो तो वेग स्थिरांक पर ताप का काई प्रभाव नहीं पडता है। कथन 2: सक्रियण ऊर्जा जितनी कम होती है। अभिक्रिया उतनी ही तीव्र होती है।A. यदि दोनों कथन सही है। और कथन 2 कथन 1 की सही व्याख्या है।B. यदि दोनों कथन सही है। परंतु कथन 2 कथन 1 की सही व्याख्या है।C. यदि कथन 1 सही है पंरतु कथन 2 गलत है।D. यदि कथन 1 गलत है लेकिन कथन 2 सही है।

Answer» Correct Answer - b
20.

`600K` ताप पर एथिल आयोडाइड के अपघटन में प्रथम कोटि वेग स्थिरांक `1.60 xx 10^(-5) s^(-1)` है। इस अभिक्रिया की सक्रियण ऊर्जा `209KJ//mol` है `700k` ताप पर वेग स्थिरांक की गणना कीजिए।` C_(2)H_(5) I_((g)) to C_(2)H_(4(g)) + HI_((g))`

Answer» `log K_(2) - log K_(1) = (E_(a))/(2.303 R)[(1)/(T_(1))-(1)/(T_(2))]`
`log k_(2) = log k_(1) + (E_(a))/(2.303 R) [(T_(2)-T_(1))/(T_(1)T_(2))]`
`k_(1)= 1.60 xx 10^(-5) s^(-1) ,E_(a) = 209 kJ // mol`
`=209 xx10^(3) J mol^(-1) k_(2) = ? ,T _(1)= 600 k`
` T_(2) = 700 k , R = 8.314 J mol^(-1) k^(-1)`
मान रखने पर
`log k_(2) = log (1.60 xx 10^(-5) ) + (209 xx 10^(3))/(2.303 xx 8.314) [(700-600)/(600 xx 700)]`
`log K_(2) = - 5 log 10 + log 1.60 + (209 xx 10^(3))/(19.1471) [ (100)/(42000)]`
`log k_(2) = (-5 + 0.204 ) + 10.9154 xx 10^(3) (2.3809 xx 10^(-4))`
`log k_(2) = - 4.7959 + 2.5958`
`=- 2.197`
`k_(2)= “ Antilog “ (-2.1971)`
`k_(2)`= Antilog `(var(3).8029)`
`=6.352 xx 10^(-3) s^(-1)`
21.

ताप का वेग स्थिरांक पर कया प्रभाव होगा।

Answer» सामान्य ताप बढाने पर वेग स्थिरांक मा मान बढता है वह पाया गया है कि किसी रासायनिक अभिक्रिया में `10^(@)C` ताप वृध्दि से वेग स्थिरांक लगभग दुगुना हो जाता है। लेकिन ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया में ताप बढाने पर वेग स्थिरांक का मान कम हो जाती है ताप बढाने पर अणुओ के मध्य प्रभावी टक्करे बढती है। जिससे अभिक्रिया का वेग भी बढ जाता है।
22.

अभिक्रिया, `3Ararr` उत्पाद के लिए अभिकारक (A) की सांद्रता चार गुनी करने पर अभिक्रिया का वेग दो गुना हो जाता है अभिक्रिया का वेग दो गुना हो जाता है अभिक्रिया की कोटि की गणना कीजिये

Answer» माना वेग (rate)= `K[A]^n" "…(1)`
जहाँ n अभिक्रिया की कोटि है
दिया है - `2xx"वेग"(rate)=K[4A]^n" "…(2)`
समीकरण (1) व (2) से
`1/2=(1/4)^nrArrn=1/2`
23.

वेग स्थिरांक पर ताप का क्या प्रभाव पडता है। ताप के इस प्रभाव को मात्रात्मक रूप में कैसे प्रदर्शित कर सकत है।

Answer» वेग स्थिरांक (k) ताप की वृध्दि से बढता और लगभग से प्रभाव व्यक्त किया जा सकता है।
`k= Ae^(-E//RT)`
व्याख्या के लिए पाठ्य भाग (आहीनियम समीकरण) देखे।
24.

एक अभिक्रिया A के प्रति प्रथम कोटि तथाB के प्रति द्धितीय कोटि की है। (i) अवकल वेग समीकरण लिखिए। (ii) B की सांद्रता तीन गुनी करने से वेग पर क्या प्रथम पडेगा। (iii) A तथा B दोनो की सांद्रता को दुगुनी करने से वेग क्या प्रभाव पडेगा।

Answer» (i) अभिक्रिया के लिए अवकल वेग समीकरण है -
वेग `(r ) = k[A]^(t) [B]^(2)`
(ii) अभिक्रिया के लिए अवकल वेग समीकरण है। -
वेग `(r’) = k[A]^(1) [3B]^(2)`
`r’//r= (k[A]^(1)[3B]^(2))/(k[A][B]^(2)) = 9r`
या `r’= 9r`
अभिक्रिया का वेग 9 गुना बढ जाएगा।
(iii) अभिक्रिया के लिए अवकल वेग समीकरण है -
वेग `(r’) = k [2A]^(1) [2B]^(2)`
`r’//r = (k[2A]^(1)[2B]^(2))/(k[A]^(1)[B]^(2)) = k`
या अभिक्रिया का वेग 8 ग्रुना बढ जाएगा।
25.

100 सेकण्ड में प्रथम कोटि की अभिक्रिया द्वारा किसी पदार्थ की मात्रा एक तिहाई रह जाती है कितने समय इसकी प्रारभिक मात्रा का नवा भाग रह जायेगा

Answer» प्रथम कोटि की अभिक्रिया के लिए
वेग स्थिरांक `(K)=(2.303)/tlog_(10)""a/((a-x))`
जहाँ प्रारम्भिक मात्रा = a ग्राम-अणु/लीटर
t=100 सेकण्ड बाद शेष मात्रा = (a-x) =`a/3` ग्राम-अणु / लीटर
अतः `K=(2.303)/(100)log_(10)""a/(a//3)=(2.303)/(100)log_(10)""3`
`=10.988xx10^(-3)" सेकण्ड"^(-1)`
माना `t_1` सेकण्ड बाद उसकी शेष मात्रा
`(a-x)=a/9` ग्राम-अणु/लीटर
`t_1=(2.303)/(10.988xx10^(-3))log""a/(a//9)rArrt_1=200` सेकण्ड
26.

`2A to ` उत्पाद अभिक्रिया में A की सांद्रता 10 मिनट में 0.5 `mol L^(-1)` से घटकर `0.4 mol L^(-1)` रह जाती है। इस समयान्तराल के लिए अभिक्रिया वेग की गणना कीजिए।

Answer» `2A to` उत्पाद के लिए
अभिक्रिया का वग `= (d[A])/(2dt)`
`(A की सांद्रता में परिवर्तन)/ (2 dt)`
A की सांद्रता में परिवर्तन =0.4 – 0.5 `mol L^(-1)`
`d[A] =-0.1 mol L^(-1)`
`dt = 10` मिनट
अत अभिक्रिया का वेग `=(-0.1)/(2xx 10) = (0.1)/(20)`
अभिक्रिया का वेग = A के विलुप्त होने की दर
`=0.05 mol L^(-1) min^(-1)`
27.

किसी अभिक्रिया के लिए एक अभिक्रिया द्धितीय कोटि की है। अभिक्रिया का वेग कैसे प्रभावित होगा: यदि अभिक्रिया की सांद्रता (i) दुगुनी कर दी जाए (ii) आधी कर दी जाए।

Answer» माना कि अभिक्रिया `A to ` उत्पादन है।
अभिक्रिया वेग `(r ) = k[A]^(2)`
(द्धितीय कोटि अभिक्रिया के लिए )
(i) जब सांद्रता दोगुनी की जाती है। तो अभिक्रिया को इस प्रकार व्यक्त किया जा सकता है।
अभिक्रिया वेग `(r’) = k [ 2A]^(2)`
`r’// r = (k[2A]^(2))/(k[A]^(2)) =4 ` या `r’ = 4r`
अभिक्रिया की दर (वेग) चार गुना हो जाएगी।
(ii) जब अभिकारकों की सांद्रता आधी की जाती है।
28.

अभिक्रिया `A+B to C + D` के लिए अभिकारक B का सांद्रण स्थिर रखते हुए अभिकारक A का सांद्रण दोगुना करने पर अभिक्रिया की दर दुगुनी हो जाती है। तो अभिक्रिया के दर व्यंजक में अभिकारक A को कोटि क्या होगी।

Answer» अभिक्रिया `A+ B to C + D` के लिए
दर `prop [A]^(n)` ( जहाँ n अभिक्रया की कोटि है)
जब A = 1 मोल `लीटर^(-1)` , दर =1 = k `[t]^(n)`
और जब A =2 मोल `लीटर^(-1)` , दर = 2= `k[2]^(n) `
समी `(2)` को समी (1) से भाग देने पर
`(2)/(1)= (k[2]^(n))/(k[1]^(n))`
`2=2^(n)`
` n=1`
अत: अभिकारक A के सापेक्ष अभिक्रिया की कोटि 1 है।
29.

प्रथम कोटि की अभिक्रिया के लिए वेग स्थिरांक `60 s^(-1)` है। अभिक्रियक को अपनी प्रारभिक सांद्रता से `1//16` वाँ भाग रह जाने में कितना समय लगेगा।

Answer» प्रथम कोटि की अभिक्रिया के लिए
`t= (2.303)/(k) log .(a)/((a-x))`
माना कि प्रारभिक सांद्रता `=a `
अतिम सांद्रता `(a-x ) = a// 16 , k = 60 s^(-1)`
`t= (2.303)/((60s^(-1)) ) log .(a)/(a//16) = (2.303)/((60s^(-1)) ) log 16`
`= (2.303x x 1.2041)/((60s^(-1)))`
`=0.0462 s`
`=4.62 xx 10^(-2) s`
30.

एक अभिक्रिया `A+ B to ` उत्पाद के लिए , दर ही जाती है। दर `= k [A] [B]^(2)` (i) यदि B की सांद्रता दुगुनी कर दी जाए , तो अभिक्रिया की दर कैसे प्रभावित होगी। (ii) यदि A अधिक मात्रा में हो तो अभिक्रिया की कुल दर क्या होगी।

Answer» (i)4 गुना हो जायेगी (ii) दर `[B]^(2)`
31.

एक प्रथम कोटि की अभिक्रिया `50%` पूर्ण होने में 30 मिनट का समय लेती है। इस अभिक्रिया का 90% पूर्ण होने में लगने वाने समय का परिकलन कीजिए।

Answer» Correct Answer - ` t= 99.7 min`
`t= (2.303)/(k) log10 .(a)/((a-x))`
`k= (0.693/(t_(1//2))= (0.693)/(30)`
`a= 100,(a-x) =100 - 90 =10`
`t= (2.303 xx 30)/(0.693) log 10 .(100)/(10)`
`= 99.7 ` मिनट
32.

एक प्रथम कोटि की अभिक्रिया का वेग स्थिरांक `1.15 xx 10^(-3) s^(-1)` है इस अभिक्रिया में अभिकारक की 5g मात्रा को घटकर 3g होने में कितना समय लगेगा।

Answer» प्रथम कोटि अभिक्रिया के लिए
वेग स्थिराक `(k) = (2.303)/(t ) log_(w ) ([R]_(0))/([R])`
`t = (2.303)/(k) log_(w) .([R]_(0))/([R])`
t = समय k= वेग स्थिरांक `=1.15 xx 10^(-3) s^(-)`
`[R]_(0)=` अभिकारक की प्रारंभिक सांद्रता =5g
[R]= अभिकारक की t समय पर सांद्रता `=3g`
अत ` t= (2.303)/(1.15 xx 10^(-3)) log .(5)/(3)`
`t = 2xx 10^(3) (log 5 – log 3)`
`t = 2xx 10^(3) (0.6990 -0.4 771)`
`t= 2xx 10^(3) (0.2219)`
`= 443.8 = 444 s`
33.

अभिक्रिया `A + 2B to 3C + 2D` में किसी क्षण D में किसी क्षण D की सांद्रता में होने वाले परिवर्तन की दर 0.4 mol `L^(-1)s^(-1)` उस क्षण पर अभिक्रिया की दर, A तथा B विलुप्त (disappearance) होने की दर तथा C के बनने (appearance) की दर की गणना कीजिये।

Answer» निम्न अभिक्रिया के लिए,
`A+2B to 3C + 2D`
अभिक्रिया की दर `=-(dA)/(dt)=1/2(dB)/(dt)=1/3(dC)/(dt)=1/2(dD)/(dt)`
प्रश्नानुसार, `(d[D])/(dt)=0.4 mol L^(-1)s^(-1)`
अभिक्रिया की दर `=1/2(d[D])/(dt)=1/2 xx 0.4 =0.2 mol L^(-1)s^(-1)`
A के विलुप्त होने की दर `=-(dA)/(dt)=1/2(dD)/(dt)=1/2 xx 0.4=0.2 mol L^(-1)s^(-1)`
B के विलुप्त होने की दर `=-(dB)/(dt)=(dD)/(dt)=0.4 mol L^(-1)s^(-1)`
C के बनने की दर `=(dC)/(dt)=3/2(dD)/(dt)=3/2 xx 0.4 =0.6 mol L^(-1)s^(-1)`
34.

निम्नलिखित अभिक्रिया के लिए सभी अभिकारकों तथा उत्पादों के रूप में औसत दर तथा ताक्षणिक दर को व्यक्त कीजिये। `2A + B to 3C + 4D`

Answer» Correct Answer - atm `s^(-1)`
35.

अभिक्रिया की दर को परिभाषित कीजिये। औसत तथा तात्क्षणिक दरों की व्याख्या कीजिये।

Answer» Correct Answer - `mol L^(-1)s^(-1)`
36.

अभिक्रिया `A+3B to 2C + 4D` के सभी अभिकारकों तथा उत्पादों के रूप में अभिक्रिया की ताक्षणिक दर को लिखिए।

Answer» Correct Answer - तात्क्षणिक वेग `=(-d[A])/(dt) = -1/3(d[B])/(dt)=1/2(d[C])/(dt) =1/4(d[D])/(dt)`
(a) पूर्णत: चूर्णित ठोस अभिकारक का पृष्ट क्षेत्रफल अधिक होता हैं। अतः अभिक्रिया तीव्र वेग से होती हैं।
(b) आणिवक संघटों की संभावना में वृद्धि के कारण।
37.

एक प्रथम कोटि की अभिक्रिया 20 मिनट में 25% पूर्ण होती है। अभिक्रिया के 75% पूर्ण होने में लगने वाले समय की गणना कीजिए।

Answer» Correct Answer - `96.36 `मिनट
38.

एक प्रथम कोटि अभिक्रिया में 40 मिनट में `30%` विघटन होता हैं। `t_(1//2)` की गड़ना कीजिये।

Answer» प्राशनुसार, `[A]_(0) = 100, [A]=100-30=70`
`therefore k=(2.303)/t log_(10)([A]_(0))/([A])`
`=(2.303)/40 log_(10) 100/70 = 8.92 xx 10^(-3) "min"^(-1)`
`therefore t_(1//2) = 0.693/k = 0.693/(8.92 xx 10^(-3) = 77.69` min
39.

किसी प्रथम कोटि की अभिक्रिया का वेग स्थिरांक `7xx10^(-4)` प्रति सेकण्ड है अपनी प्रारंभिक मात्रा का `1//4` तक काम होने के लिए अभिकारक द्वारा लिए गए समय की गणना कीजिये `(log_(10)"2=0.3010)`

Answer» प्रथम कोटि की अभिक्रिया के लिए
`K=(2.303)/tlog_(10)"a/((a-x))`
माना प्रारंभिक सांद्रता = a
`therefore` शेष बची मात्रा `(a-x)=a/4`
अब `7xx10^(-4)=(2.303)/tlog_(10)"a/(a//4)`
या `t=(2.303)/(7xx10^(-4))log_(10)"4=1.98xx10^3` सेकण्ड
40.

A तथा B के मध्य अभिक्रिया में निम्न उपादेय मिलते हैं- गड़ना कीजिये - (i) A तथा B के सापेक्ष अभिक्रिया की कोटि (ii) 300 K पर वेग सिथरांक (iii) सक्रियण ऊर्जा (iv) पूर्व चरघातांकी कारक।

Answer» Correct Answer - (i) 2.1 , (ii) `2.67 xx 10^(8) s^(-1)`, (iii) `55.41 kJ mol^(-1)` (iv) `1.18 xx 10^(18) s^(-1)`
(i) यदि A के सापकेश अभिक्रिया की कोटि p तथा B के सापेक्ष अभिक्रिया की कोटि q है तब दर नियम प्रकार किया जा सकता है-
दर `=k[A]^(p)[B]^(q)`
300 K पर,
`5.0 xx 10^(-4) =k^(300)[2.5 xx 10^(-4)]^(p)[3.0 xx 10^(-5)]^(q)`…….(i)
`4.0 xx 10^(-3) = k^(300)[5.0 xx 10^(-4)][6.0 xx 10^(-5)]^(q)`.........(ii)
`1.6 xx 10^(-2) = k^(300)[1.0 xx 10^(-3)]^(p)[6.0 xx 10^(-5)]q`.......(iii)
`1/8 = (1/2)^(2) xx (1/2)^(q)`
`(1/2)^(1) = (1/2)^(q)`
`(1/2)^(1) =(1/2)^(q)`
`therefore q=1`
अतः दी गई अभिक्रिया की कोटि A के सापेक्ष 2 तथा B के सापेक्ष 1 है।
(ii) p तथा q के मान समी० (i ) में रखने पर,
`5.0 xxx 10^(-4) = k^(300) (2.4 xx 10^(-4))^(2) (3.0 xx 10^(-5))^(1)`
`therefore k^(300)=(5.0 xx 10^(-4))(2.5 xx 10^(-4))^(2) xx (3.0 xx 10^(-5))`
`=2.67 xx 10^(8)s^(-1)`
(iii) 320 K पर `2.0 xx 10^(-3) = k^(320) xx (2.5 xx 10^(-4))^(2) xx (2.0 xx 10^(-5))^(1)`
`therefore k^(320)= (2.0 xx 10^(-3))/((2.5 xx 10^(-4))^(2) xx (3.0 xx 10^(-5))`
आरहीनियम समीकरण के अनुसार,
`log_(10)k_(2)/k_(1) = E_(a)=55407.8 J mol^(-1)= 55.41 kJ mol^(-1)`
(iv) आरहीनियम समाकरण के अनुसार,
`k= Ae^(-E_(a)/(RT))`
`therefore log_(e)k = log_(e)A-E_(a)/(RT)`
`log_(10)k = log_(10)A-E_(a)/(2.303 RT)`
300 K
`log_(10)2.67 xx 10^(8) = log_(10)A-(55407.8)/(2.303 xx 8.314 xx 300)`
`8.4265 = log_(10)A - 9.6460`
`A="antilog"_(10)(8.4265+9.6460)`
`=1.18 xx 10^(18)s^(-1)`
41.

निम्न अभिक्रियाओं के लिये सभी अभिकारकों तथा उत्पादों के पदों में औसत तथा तात्क्षणिक दर को व्यक्त कीजिये। (i) `2NO + Br_(2) to 2NOBr` (ii) `4NH_(3)(g) + SO_(2)(g) to 4NO(g) + 6H_(2)O(g)`

Answer» (i) निम्न अभिक्रिया के लिए,
`2NO + Br_(2) to 2NOBr`
औसत दर `-1/2 (DeltaNO)/(Deltat)=-(DeltaBr_(2))/(Deltat)=1/2(DeltaNOBr)/(Deltat)`
ताक्षणिक दर `=-1/2 (d(NO))/(dt)=-(d(Br_(2)))/(dt)=1/2(d(NOBr))/(dt)`
(ii) निम्न अभिक्रिया के लिए,
`4NH_(3)(g) + 5O_(2)(g) to 4NO (g) + 6H_(2)O(g)`
औसत दर `=-1/4 (DeltaNH_(3))/(Deltat)=-1/5(DeltaO_(2))/(Deltat)=1/4(DeltaNO)/(Deltat)=1/6(DeltaH_(2)O)/(Deltat)`
ताक्षणिक दर `=-1/4(dNH_(3))/(dt)=-1/5(dNO)/(dt)=1/6(dH_(2)O)/(dt)`
42.

एक प्रथम कोटि की अभिक्रिया 40 मिनट में 30% वियोजित होती है `t_(1//2)` की गणना कीजिये

Answer» प्रथम कोटि की अभिक्रिया के लिए
`k= (2.303)/(k) xx (a)/(a-x)`
` a= 100% , x = 30% , (a-x) = (100 -30) = 70%`
` t= 40 min`
`k=-(2.303)/((40 min)) log .(100)/(70)`
` = (2.303)/((40min)) xx 0.1547 = 0.00891 min^(-1)`
`t_(1//2) = (0.693)/(k)= (0.693)/((0.00891 min^(-1))`
`=77.7 min`
43.

प्रथम कोटि की अभिक्रिया के लिए किसी पदार्थ की मात्रा 100 सेकण्ड में आधी रह जाती है तो (a) अभिक्रिया का वेग स्थिरांक ज्ञात कीजिये (b) अभिकारक की सांद्रता 0 .05M से 0.0125M होने में कितना समय लगेगा या कितने समय में अपनी प्रारंभिक मात्रा का चौथाई रह जायेगा

Answer» प्रथम कोटि की अभिक्रिया के लिए
`K=(0.693)/(t_(1//2))=(0.693)/(100)=6.93xx10^(-3)" सेकण्ड"^(-1)`
(b) `K=(2.303)/tlog_(10)""a/((a-x))`
`therefore" "t=(2.303)/(6.93xx10^(-3))log""(0.05)/(0.0125)`
`rArr" "t=200.05` सेकण्ड
44.

एक प्रथम कोटि अभिक्रिया के लिए वेग सिथरांक `60s^(-1)` हैं। अभिक्रिया के प्रारम्भिक सांद्रण का `1//16` भाग शेष रहने तक अभिक्रिया में कितना समय लगेगा ?

Answer» `t=(2.303)/(k) log_(10)([A]_(0))([A])`
`=(2.303)/60 log_(10) ([A]_(0))/(1/16 xx [A]_(0))`
`=4.6 xx 10^(-2)s`
45.

अभिक्रिया `A+2B to 2C` के लिए निम्न उपादेय (data) प्राप्त होते है- वेग नियम तथा अभिक्रिया की कोटि बताइए।

Answer» माना की A के सापेक्ष अभिक्रिया की कोटि p तथा B के सापेक्ष कोटि q है। अतएव बेग नियम को निम्न प्रकार से लिखा जा सकता है-
`"Rate" =k[A]^(p)[B]^(q)`
प्रयोग के विभिन्न सैटों के लिए [A], [B] के मान रखने पर,
`0.15 = k[1.0]^(p)[1.0]^(q)` …………(i)
`0.30=k[2.0]^(p)[1.0]^(q)` ...........(ii)
`0.45=k[3.0]^(p)[1.0]^(q)` .......(iii)
`0.15 = k[1.0]^(p)[2.0]^(q)`...........(iv)
`0.15 = k[1.0]^(p)[3.0]^(q)`...........(v)
समी (i) की समी (ii) से विभाजित करने पर,
`0.15/0.30 = (1.0/2.0)^(p)`
`1/2=(1/2)^(p)`
`therefore p=1`
समी (iv) को समी (v) से विभाजित करने पर,
`0.15/0.15=(2.0/3.0)^(q)` या `1=(2/3)^(q)`
`therefore q=0`
अतएव वेग नियम निम्न होगा- `"Rate"=k[A]^(1)[B]^(0)`
`"Rate"=k[A]`
इस प्रकार यह A के सापेक्ष प्रथम कोटि तथा B के सापेक्ष शुन्य कोटि की अभिक्रिया है। इस अभिक्रिया की कुल कोटि `=1+0=1` के सापेक्ष शुन्य कोटि की अभिक्रिया है। इस अभिक्रिया की कुल कोटि की अभिक्रिया है। इस अभिक्रिया की कुल कोटि =`1+0=1`
46.

अभिक्रिया, `aA + bB + cC to` Products के प्रायोगिक अध्यन के आधार पर निम्न प्रेक्षण प्राप्त होते है- A का सांद्रण दोगुना करने पर अभिक्रिया के वेग पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। (b) B का सांद्रण दोगुना करने पर अभिक्रिया का वेग आधा रहा जाता है। (c ) C का सांद्रण दोगुना करने पर अभिक्रिया का वेग 8 गुना बढ़ जाता है। अभिक्रिया के लिए वेग नियम को बताइये तथा अभिक्रिया की कोटि का निर्धारण कीजिये।

Answer» `mol^(1-n)L^(n-1)s^(-1)`
47.

अभिक्रिया `A+B to D` की लिए प्रायोगिक रूप से यह पाया जाता है की A का सांद्रण दोगुना करने पर अभिक्रिया का वेग भी दोगुना हो जाता है तथा B का सांद्रण दोगुना करने पर अभिक्रिया का वेग चार गुना हो जाता है। इसके लिए वेग नियम बताइये तथा इस अभिक्रिया की कोटि क्या होगी?

Answer» चूँकि A का सांद्रण दोगुना करने पर अभिक्रिया का वेग दोगुना हो जाता है। अतः इस अभिक्रिया का वेग A के सांद्रण के समानुपाती होगा। B का सांद्रण दोगुना करने पर अभिक्रिया का वेग चार गुना हो जाता है। अतः अभिक्रिया का वेग B के सांद्रण के वर्ग के समानुपाती होगा। अतः इसके लिए वेग नियम निम्न होगा-
Rate `=k[A][B]^(2)`
यह A के सापेक्ष प्रथम कोटि तथा B के सापेक्ष द्वितीय कोटि की अभिक्रिया है। अतएव,
अभिक्रिया की कुल कोटि `=1+2=3`
48.

अभिक्रिया `A+BrarrC` के लिए , यह पाया गया कि A की सान्द्रताको दोगुना करने ओर दर चार गुना बढ़ जाती है और B की सान्द्रताको दोगुना करने पर दोगुनी हो जाती है पूर्णरूपेण अभिक्रिया की कोटि क्या हैA. 4B. `3//2`C. 3D. 1

Answer» `A+BrarrC`
`r=K[A]^m[B]^n`
`r_1=K[A]^m[B]^n" "…(1)`
`4r_2=K[2A]^m[B]^n" "…(2)`
`2r_3=K[A]^m[2B]^n" "…(3)`
समीकरण (1) और (2) से
`r_1/r_2=1/4=(1/2)^m`
समीकरण (1) और (3) से
`r_1/r_3=1/2=(1/2)^n`
n=1
`therefore" " r=K[A]^2[B]^1`
अभिक्रिया की कोटि = 2 + 1= 3
49.

अभिक्रिया `2NO + Br_(2) to 2NOBr` के लिए वेग नियम निम्न हैं- निम्न परिवर्तन से अभिक्रिया के वेग पर क्या प्रभाव पड़ेगा? (i) NO का सांद्रण दोगुना के वेग पर क्या प्रभाव पड़ेगा? (ii) `Br_(2)` का सांद्रण आधा किया जाता हैं। (iii) NO तथा `Br_(2)` दोनों का सांद्रण दोगुना किया जाता हैं।

Answer» अभिक्रिया `2NO + Br_(2) to 2NoBr` के लिए वेग नियम निम्न हैं-
Rate `=k[NO]^(2)[Br_(2)]`
वेग नियम से यह स्पष्ट हैं की NO के सापेक्ष यह अभिक्रिया द्वितीय तथा `Br_(2)` के सापेक्ष यह प्रथम कोटि की हैं। माना की NO तथा `Nr_(2)` के प्रारंभिक सांद्रण क्रमश: `a " mol"L^(-1)` तथा `b "mol"L^(-1)` हैं। अतः प्रारम्भिक दर `=ka^(2)b`
(i) NO का सांद्रण दोगुना करने पर, [NO]=2a
`therefore` अभिक्रिया की नई दर `=k(2a)^(2)b=4ka^(2)b=4 xx` प्रारम्भिक दर
अतः NO का सांद्रण आधा किया जाता हैं|
(ii) जब `Br_(2)` का सांद्रण आधा किया जाता हैं तो `[Br_(2)]=b/2`
`therefore` अभिक्रिया की नयी दर `=ka^(2)b/2=1/2 xx` प्रारम्भिक दर
अतएव `Br_(2)` का सांद्रण आधा करने पर अभिक्रिया का वेग आधा रह जाता हैं।
(iii) NO तथा `Br_(2)` के सांद्रणों को दोगुना करने पर,
`[NO]=2a` तथा `[Br_(2)]=2b`
`therefore` अभिक्रिया की नयी दर `=k(2a)^(2)(2b)=8ka^(2)b=8 xx` प्रारम्भिक दर
अतएव, जब NO तथा `Br_(2)` के सांद्रण दोगुना किये जाते हैं तो अभिक्रिया का वेग आठ गुना हो जाता हैं।
50.

क्रियाकारी पदार्थ के प्रारम्भिक सांद्रण को दोगुना करने पर एक शून्य कोटि की अभिक्रिया की अर्द्ध-आयुA. तीन गुना हो जाती हैB. दोगुना हो जाती हैC. आधी रह जाती हैD. अपरिवर्तित रहती है।

Answer» Correct Answer - B