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अभिक्रिया `A+B to C + D` के लिए अभिकारक B का सांद्रण स्थिर रखते हुए अभिकारक A का सांद्रण दोगुना करने पर अभिक्रिया की दर दुगुनी हो जाती है। तो अभिक्रिया के दर व्यंजक में अभिकारक A को कोटि क्या होगी। |
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Answer» अभिक्रिया `A+ B to C + D` के लिए दर `prop [A]^(n)` ( जहाँ n अभिक्रया की कोटि है) जब A = 1 मोल `लीटर^(-1)` , दर =1 = k `[t]^(n)` और जब A =2 मोल `लीटर^(-1)` , दर = 2= `k[2]^(n) ` समी `(2)` को समी (1) से भाग देने पर `(2)/(1)= (k[2]^(n))/(k[1]^(n))` `2=2^(n)` ` n=1` अत: अभिकारक A के सापेक्ष अभिक्रिया की कोटि 1 है। |
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