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This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.
| 51. |
प्रकाश की तरंग अवधारणा में , प्रकाश की तीव्रता का आकलन तरंग के आयाम के वर्ग से किया जाता है । वह क्या है जो प्रकाश की फोकस अवधारणा में प्रकाश की तीव्रता का निर्धारण करता है ? |
| Answer» ( c ) फोटॉन अवधारणा के अनुसार प्रकाश की तीव्रता का निर्धारण किसी दी गयी आवृत्ति के लिए एकांक क्षेत्रफल पर प्रति एकांक समय में आपतित फोटानों की संख्या के द्वारा होता है । | |
| 52. |
यदि क्रान्तिक कौन C तथा ध्रुवण कौन `i _(p )` हो (तब प्रकश वायरल से सघन माध्यम में जा रहा है) तो-A. `sin C=tan i_(p)`B. `cos C=tani_(p)`C. `sin C=cot i_(p)`D. `cos C=cot i_(p)` |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 53. |
ब्रूस्टर का नियम है-A. `mu sin i_(p)=1`B. `mu cosi_(p)=1`C. `mutani_(p)=1`D. `mu cot i_(p)=1` |
| Answer» Correct Answer - D | |
| 54. |
व्यतिकरण की घटना किस प्रकार के स्रोतों में संभव है ? |
| Answer» कला - संबद्ध स्त्रोतों में , | |
| 55. |
विरल माध्यम से सघन माध्यम में जाने पर प्रकाश का वेग कम हो जाता है । |
| Answer» Correct Answer - सत्य | |
| 56. |
जब प्रकाश विरल से सघन माध्यम में गति करता है तो उसकी चाल में कमी आ जाती है । क्या चाल में आई कमी प्रकाश तरंगों द्वारा संचारित ऊर्जा की कमी को दर्शाती है ? |
| Answer» ( b ) नहीं , क्योंकि प्रकाश तरंगों द्वारा संचारित ऊर्जा तरंगों के आयाम पर निर्भर करती है , प्रकाश की चाल पर नहीं । | |
| 57. |
दो तरंगें जिनके दोलन आयाम 3 मिमी और 4 मिमी हैं , एक माध्यम में एक ही दिशा में चल रही हैं । उन बिंदुओं पर परिणामी आयाम ज्ञात कीजिए , जिन पर कलांतर है । (iii) `(pi)/(3)` |
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Answer» Correct Answer - (iii) 6.08 मिमी `A=sqrt(a_(1)^(2)+a_(2)^(2)+2a_(1)a_(2)cos phi)` (iii) `A=sqrt(3^(2)+4^(2)+2xx3xx4xx cos.(pi)/(3))` `=sqrt(9+16+24xx(1)/(2))=sqrt(37)` `="6.08 mm. Oredr"` |
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| 58. |
दो तरंगें जिनके दोलन आयाम 3 मिमी और 4 मिमी हैं , एक माध्यम में एक ही दिशा में चल रही हैं । उन बिंदुओं पर परिणामी आयाम ज्ञात कीजिए , जिन पर कलांतर है । (iv) `(pi)/(2)` |
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Answer» Correct Answer - (iv) 5 मिमी `A=sqrt(a_(1)^(2)+a_(2)^(2)+2a_(1)a_(2)cos phi)` (iv) `A=sqrt(3^(2)+4^(2)+2xx3xx4xxcos.(pi)/(2))` `=sqrt(25)=5mm` |
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| 59. |
यदि ध्रुवण कोण `alpha` तथा क्रान्तिक कोण `beta` हो तब-A. `tan alpha=sin beta`B. `cot alpha=sin beta,`C. `tan alpha=cos beta,`D. `cot alpha=cos beta.` |
| Answer» Correct Answer - (ii) | |
| 60. |
ध्रुवण कोण (p) तथा क्रान्तिक (c) में क्या सम्बन्ध होता है?A. `tan p=sec c,`B. `tan p=sinc,`C. `tan p=sec c,`D. `tan p=cos c.` |
| Answer» Correct Answer - (i) | |
| 61. |
केंद्रीय फ्रिंज से तीसरी चमकीली फ्रिंज बनाने के लिए वहाँ तक पहुँचाने वाली दो प्रकाश तरंगों में पथांतर तथा कलांतर कितना होना चाहिए ? `( lambda= 6000 Å)` |
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Answer» Correct Answer - `1.8xx10^(-6)` मीटर, `6pi` रेडियन पथांतर `Delta y=2n.(lambda)/(2)` `Deltay=2xx3xx(6xx10^(-7))/(2)` `=1.8xx10^(-6)m` `phi=(2pi)/(6xx10^(-7))xx1.8xx10^(-6)=6pi` रेडियन |
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| 62. |
केंद्रीय फ्रिंज से तीसरी काली फ्रिंज बनाने के लिए वहाँ तक पहुँचाने वाली दो प्रकाश तरंगों में पथांतर तथा कलांतर कितना होना चाहिए ? `( lambda = 6000Å )` |
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Answer» Correct Answer - `1.5xx10^(-6)` मीटर, `5pi` रेडियन पथांतर `=(2n-1)(lambda)/(2), n=3` `Deltay=((2xx3-1)xx6xx10^(-7))/(2)` `=5xx(6)/(2)xx10^(-7)` `=15xx10^(-7)m` `=1.5xx10^(-6)m` कलांतर `phi=(2pi)/(lambda)xx1.5xx10^(-6)` `=(2pi xx1.5xx10^(-6))/(6xx10^(-7))` `=(30)/(6)pi=5pi` रेडियन |
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| 63. |
एक प्रकाश किरण का प्रकाशिक पथ काँच में `4.0` सेमी दुरी तय करने अथवा जल में `4.5` सेमी दुरी तय करने में समान रहता है|यदि जल का अपवर्तनांक `4//3` हो तो काँच का अपवर्तनांक ज्ञात कीजिये| |
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Answer» दोनों माध्यमों में प्रकाशित पथ समान है, अतः `mu_(1)d_(1)=mu_(2)=4//3` प्रश्नानुसार `mu_(1)=?,mu_(2)=4//3` `d_(1)=4.0` सेमी `d_(2)=4.5` सेमी मान रखने पर, `mu_(1)xx4.0=((4)/(3))xx4.5` `mu_(1)=4/3xx(4.5)/(4)=1.5` |
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| 64. |
एक काँच की पट्टिका की मोटाई 4 मिमी तथा अपवर्तनांक `3.0` है|प्रकाश किरण काँच की प्लेट को पार करने में कितना समय लेगी? |
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Answer» काँच की पट्टिका में प्रकाश की चाल `u=(c)/(mu)=(3xx10^(8))/(3)=10^(8)` मीटर/सेकण्ड पट्टिका की मोटाई `d=4` मिमी `=4xx10^(-3)` मीटर काँच की प्लेट को पार करने में लगा समय `t=d/u=(4xx10^(-3))/(10^(8))=4xx10^(-11)` सेकण्ड |
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| 65. |
काँच तथा हिरे का अपवर्तनांक 1.51 तथा 2.47 है। हिरे की अपेक्षा काँच में प्रकाश का वेग कितना अधिक होगा ? |
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Answer» माना हिरे का अपवर्तनांक `mu_(d)` तथा हिरे में प्रकाश का वेग `v_(d)` है। `therefore" "mu_(d)=(c)/(v_(d))` या `" "v_(d)=(c)/(mu_(d))` `=(3xx10^(8))/(2.47)` `=1.125xx10^(8)`मी/से. इसी प्रकार काँच के लिए, `v_(g)=(c)/(mu_(g))` `=(3xx10^(8))/(1.51)=1.987xx10^(8)` मी/से. `therefore" "v_(g)-v_(d)=(1.987-1.215)xx10^(8)` `=0.772xx10^(8)` मी/से. प्रकाश का वेग काँच में `0.772xx10^(8)` मी/से. हिरे की अपेक्षा अधिक होगा । |
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| 66. |
हमारे सापेक्ष किसी गैलेक्सी को किस गति से चलना चाहिए जिससे कि 589.0 nm की सोडियम लाइन 589.6 nm पर प्रेक्षित हो ? |
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Answer» `because c = upsilon lambda` `therefore" "(Delta upsilon)/(upsilon)=(-Delta lambda)/(lambda)` `because" "Delta lambda=589.6-589.0=+0.6nm` `therefore" "` डॉप्लर विस्थापन से, `v=(c.Delta lambda)/(lambda)` `=3xx10^(8)xx(0.6)/(589)` `=3.06xx10^(5)"मी/से"` = 306 किमी/से. अर्थात गैलेक्सी 306 किमी/से. की गति से हमसे दूर जा रही है। |
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| 67. |
(a) काँच का अपवर्तनांक 1.5 है । काँच में प्रकाश की चल क्या होगी? (निवार्त में प्रकाश की चाल `3.0 xx 10^(8) m s^(-1)` है ।) (b) क्या काँच में प्रकाश के चाल, प्रत्येक के रंग पर निर्भर करती है? यदि हाँ, तो लाल तथा बैगनी में से कौन-सा रंग काँच के प्रिज्म में धीमा चलता है? |
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Answer» Correct Answer - (a) `2.0 xx 10^(8) m s^(-1)` (b) हाँ, क्योंकि अपवर्तनांक और इसलिए माध्यम में प्रकाश के चालू तरंगदैघ्र्य पर निर्भर करती है [जब कोई विशिष्ट तरंगदैघ्र्य या प्रकाश का रंग न दिया गया हो तो हम दिए गए अपवर्तनांक का मान पीले प्रकाश के लिए ले सकते हैं ]। अब हम जानते हैं कि बैंगनी प्रकाश का विचलन काँच के प्रिंज्म में लाल प्रकाश से अधिक होता है । अर्थात `n_(v) gt n_(r)` इसलिए, शवेत प्रकाश का बैंगनी अवयव, लाल अवयव से धीमी गति से गमन करता है । |
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| 68. |
जल की सतह पर तेल की पतली परत बिछी हुई है। सूर्य के प्रकाश में इस तरह पर सुन्दर रंग दिखाई देने के कारण है-A. प्रकाश का वर्ण विक्षेपण,B. प्रकाश का ध्रुवण,C. प्रकाश का व्यतिकरण,D. प्रकाश का विवर्तन। |
| Answer» Correct Answer - (iii) | |
| 69. |
यंग के द्वौ-स्लिट समायोजन एक वकसे में रखा है तथा व्यतिकरण प्रतिरूप प्राप्त किया गया है|बक्से के अंदर निर्वात उत्पन्न कर देने पर-A. फ्रिन्जे गायब हो जायेंगीB. फ्रिन्ज चौड़ाई बढ़ जायेंगीC. फ्रिन्ज चौड़ाई घाट जायेंगीD. फ्रिन्ज चौड़ाई अपरिवर्तित रहेगी |
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Answer» Correct Answer - B निर्वात का अपवर्तनांक वायु से कुछ कुछ काम होता है |
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| 70. |
काँच का अपवर्तनांक 1.5 है । काँच में प्रकाश की चाल क्या होगी ? ( निर्वात में प्रकाश की चाल `3.0xx10_(8)ms^(-1)` है । ) |
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Answer» दिया है - `mu=1.5, c=3.0xx10^(8)ms^(-1)` काँच में प्रकाश की चाल `=(c)/(mu)` `=(3xx10^(8))/(1.5)=2xx10^(8)ms^(-1)`. |
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| 71. |
निम्नलिखित दशाओं में प्रत्येक तरंगाग्र की आकृति क्या है ? ( a ) किसी बिंदु स्रोत से अपसरित प्रकाश । |
| Answer» ( a ) गोलीय तरंगाग्र | |
| 72. |
निम्नलिखित दशाओं में प्रत्येक तरंगाग्र की आकृति क्या है? (a) किसी बिंदु स्रोता से अपसरित प्रकाश । (b) उत्तल लेंस से निर्गमित प्रकाश, जिसके फ़ोकस बिंदु पर कोई बिंदु स्रोता रखा है । किसी दूरस्थ तारे से आने वाले प्रकाश तरंगाग्र के पृथ्वी द्वारा अवरोधित (intercepted) भाग । |
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Answer» Correct Answer - (a) गोलीय (b) समतल (c) समतल (बड़े गोले की सतह का एक छोटा क्षेत्र लगभग समतलीय होता है) |
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| 73. |
निम्नलिखित दशाओं में प्रत्येक तरंगाग्र की आकृति क्या है ? ( b ) उत्तल लेंस से निर्गमित प्रकाश , जिसके फोकस बिंदु पर कोई बिंदु स्रोत रखा है । |
| Answer» Correct Answer - ( b ) समतल तरंगाग्र | |
| 74. |
निम्नलिखित दशाओं में प्रत्येक तरंगाग्र की आकृति क्या है ? ( c ) किसी दूरस्थ तारे से आने वाले प्रकाश तरंगाग्र का पृथ्वी द्वारा अवरोधित ( intercepted ) भाग । |
| Answer» ( c ) समतल तरंगाग्र । | |
| 75. |
समान आवृत्ति की दो तरंगे जिनकी तीव्रताये `I_(0)` तथा `9I_(0)` है, अध्यारोपित की जाती है|यदि किसी बिन्दु पर परिणामी तीव्रता `7I_(0)` उस बिन्दु तरंगो के बीच नीनतम कालान्तर ज्ञात कीजिये| |
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Answer» परिणामी तीव्रता `I=I_(1)+I_(2)+2sqrt(I_(1)I_(2))cosphi` प्रश्नानुसार, `I_(1)=I_(0),I_(2)=9I_(0),I=7I_(0)` मान रखने पर `7I_(0)=I_(0)+9I_(0)+2sqrt(I_(0)9I_(0))cosphi` अथवा `-3I_(0)=3(3I_(0))cos phi` अथवा `cos phi=-1/2` अथवा `phi=(2n+1)pipm(pi)/(3)` जहाँ `n=0,1,2` `=(pi-(pi)/(3)),(pi+(pi)/(3))*(3pi-(pi)/(3)),(3pi+(pi)/(3)),...` `phi_(min)=pi-(pi)/(3)=(2pi)/(3)` रेडियन अथवा `120^(@)` |
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| 76. |
सूक्ष्मदर्शी की विभेदन क्षमता प्रयुक्त प्रकाश की तरंगदैर्ध्य पर कैसे निर्भर करती है ? |
| Answer» सूक्ष्मदर्शी की विभेदन क्षमता प्रकाश के तरंगदैर्ध्य के व्युक्रमानुपाती होती है। | |
| 77. |
समान आयाम व समान तरंगदैधर्य की दो प्रकाश तरंगे अध्यारोपित की जाती है। परिणामी तरंग का आयाम अधिकतम होगा जब उनके बीच कालान्तर होगा-A. शून्य,B. `(pi)/(4)`C. `(pi)/(2),`D. `pi.` |
| Answer» Correct Answer - (i) | |
| 78. |
दूरदर्शी की विभेदन क्षमता निर्भर करती है-A. अभिदृश्य की फोकस दूरी पर,B. नेत्रिका की फोकस दूरी पर,C. दूरदर्शी की लम्बाई पर,D. अभिदृश्यक के द्वारक पर। |
| Answer» Correct Answer - (iv) | |
| 79. |
एक दूरदर्शी के अभिदृश्य का व्यास `0.1` मीटर है। प्रकाश की तरंगदैधर्य `6000Å` के लिए इसकी विभेदन सिमा है-A. `6xx10^(-5)` रेडियनB. `6xx10^(-4)`रेडियनC. `7.32xx10^(-3)`रेडियनD. `7.32xx10^(-6)`रेडियन |
| Answer» Correct Answer - (iv) | |
| 80. |
पोलेराइड प्रयुक्त होता है-A. ध्रुवक की तरहB. विश्लेषक की तरहC. ध्रुवक का विश्लेषक की तरहD. न ध्रुवक की तरह न विश्लेषक की तरह |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 81. |
सिद्ध कीजिये किसी पोलेराइड से निर्गत प्रकाश की तीव्रता, पोलेराइड पर आपतित प्रकाश की तीव्रता की आधी होती है| |
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Answer» यदि आपतित तथा निर्गत प्रकश की तीव्रता क्रमशः `I_(0)` व I हो तो मैलस के नियम से, `I,I_(0)cos^(2)theta` जहाँ `theta=` प्रकश के वैधुत वेक्टर तथा पोलेराइड की ध्रुवण दिशा के बीच कोण है| अध्रुवित प्रकाश में `theta`का मान 0 और `2pi` के बीच कुछ भी हो सकता है अतः औसत मान लेने पर `cos^(2)theta=(cos^(2)theta)_(av)=1/2thereforeI=(I_(0))/(2)` |
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| 82. |
ध्रुवण कौन `i _(p )` तथा माध्यम के अपवर्तनांक `mu ` के बीच सम्बन्ध है-A. `mu =sin i_(p)`B. `mu=cosi_(p)`C. `mu=tani_(p)`D. `mu=coti_(p)` |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 83. |
तीव्रता I का अध्रुवित प्रकाश एक पतले पोलेराइड पर आपतित होता है|निर्गत प्रकाश की तीव्रता होगी-A. IB. I/2C. I/4D. `I//sqrt2` |
| Answer» Correct Answer - B | |
| 84. |
समतल ध्रुवित प्रकाश उत्पन्न करने वाली सरल व सस्ती युक्ति को ………….. कहते हैं । |
| Answer» Correct Answer - पोलेरॉइड | |
| 85. |
तीव्रता I का समतल-ध्रुवित प्रकाश एक पोलेराइड पर आपतित होता है|आपतित प्रकाश के वैधुत क्षेत्र के कम्पन की दिशा तथा पोलेराइड की ध्रुवीय अक्ष के बीच कौन `theta ` है|निर्गत प्रकश की तीव्रता है-A. `(I)/(2)`B. `I cos theta`C. `I cos ^(2)theta`D. `I sin ^(2) theta` |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 86. |
ध्रुवित प्रकाश उत्पन्न करने के लिये हम प्रयोग करते है-A. फ़्लिंट कांच का प्रिज्मB. NaCl का क्रिस्टलC. निकाल प्रिज्मD. बाई प्रिज्म |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 87. |
व्यतिकरण की परिघटना को प्रदर्शित करने के लिए दो स्त्रोतों की आवश्यकता होती है जो निम्न विकिरणों का उत्सर्जन करते हैं-A. 3.लघभग समान आवृति केB. 1.उसी आवृत्ति केC. 2.विभिन्न तरंगदैर्ध्य केD. 4.उसी आवृत्ति के किन्तु नियत कला संबद्ध हो। |
| Answer» Correct Answer - D | |
| 88. |
किन्ही दो कला- संबद्ध तरंगों में कला हैं-A. `phi(x)=` स्थिरB. `phi(t)=` स्थिरC. `phi(x)=phi(t)=` स्थिरD. `phi(x)ne phi(t)=` स्थिर |
| Answer» Correct Answer - D | |
| 89. |
व्यतिकरण प्रतिरूप में ऊर्जा -A. अधिकतम पर उत्पादित होती हैB. न्यूनतम पर नष्ट हो जाती हैC. संरक्षित रहती है परन्तु पुनर्वितरण हो जाता हैD. उपर्युक्त सभी । |
| Answer» Correct Answer - C | |
| 90. |
निम्न स्थितियों का यंग के द्विझिरी प्रयोग के व्यतिकरण पर क्या प्रभाव पड़ेगा ? झिरियों के समतल से पर्दे को दूर करने पर |
| Answer» फ्रिंजों की कोणीय दूरी अचर रहती है । `((lambda)/(d))`| फ्रिंजों की वास्तविक दूरी दोनों झिरियों के समतल से पर्दे की दूरी के समानुपात में बढ़ता है । | |
| 91. |
किसी पदार्थ का क्रांतिक कोण `45^(@)` है । उसका ध्रुवण - कोण क्या होगा ? |
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Answer» Correct Answer - `tan^(-1)(sqrt(2))=54.7^(@)` `mu=(1)/(sini_(c))=tani_(p)` `tani_(p)=(1)/(sin 45^(@))=sqrt2` या `" "i_(p)=tan^(-1)sqrt2=54.7^(@)` |
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| 92. |
प्लास्टिक का अपवर्तनांक 1.25 है । उसका ध्रुवण - कोण ज्ञात कीजिए । ध्रुवण - कोण पर आपतित प्रकाश के लिए अपवर्तन कोण भी ज्ञात कीजिए । |
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Answer» Correct Answer - `tan^(-1)(1.25)=51.5^(@); 38.6^(@)` `1.25=tani_(p)` `rArr" "i_(p)=tan^(-1)(1.25)` |
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| 93. |
यंग के द्वि - स्लिट प्रयोग में यदि सोडियम लैम्प (`lambda=5893Å` ) का प्रयोग करें तो दृष्टि क्षेत्र में 62 फ्रिन्जें दिखाई पड़ती हैं । यदि हम हरे प्रकाश (`lambda=5461Å` ) का प्रयोग करें तो उसी दृष्टि क्षेत्र में कितनी फ़्रिजें दिखाई देंगी ? |
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Answer» Correct Answer - 67 `n_(1)lambda_(1)=n_(2)lambda_(2)` `62xx5893=n_(2)xx5461` या `" "n_(2)=(62xx5893)/(5491)=67` |
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| 94. |
व्यतिकरण की घटना में …………..संरक्षित होती है । |
| Answer» Correct Answer - ऊर्जा | |
| 95. |
एकवर्णी स्रोत को दूसरे कम तरंगदैर्घ्य वाले एकवर्णी स्रोत से प्रतिस्थापित करने पर |
| Answer» फ्रिंजों के मध्य की दूरी ( कोणीय दूरी ) घटती है । जैसा की शर्त ( d ) में प्रदर्शित है । | |
| 96. |
पेड़ की पत्तियों से निकलता सूर्य का प्रकाश जमीं पर गोले बनाता है|इसका कारण है-A. 1.सूर्य गोल हैB. 2.प्रकाश तरंग अनुप्रस्थ हैC. 3.पत्तियों के बिच रिक्त स्थान गोल हैD. 4.विवर्तन |
| Answer» Correct Answer - D | |
| 97. |
व्यतिकरण के लिए दोनों तरंगों की आवृत्तियाँ …………...होनी चाहिए । |
| Answer» Correct Answer - समान | |
| 98. |
निम्न में कौन-सा कारण प्रकाश की व्यतिकरण तथा विवर्तन बताता है ?A. अनुप्रस्थ प्रकृतिB. तरंग प्रकृतिC. सरल रेखा में संचरणD. क्वाण्टम प्रकृति |
| Answer» Correct Answer - B | |
| 99. |
यंग के प्रयोग में दीप्त तथा अदीप्त फ्रिन्ज की तीव्रता का अनुपात 9 है|व्यतिकरी तरंगो को (i ) आयामों (ii ) तीव्रताओं का अनुपात ज्ञात कीजिये| |
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Answer» माना व्यतिकरी तरंगो की तीव्रताये `I_(1)` व `I_(2)` तथा आयाम `A_(1)` व `A_(2)`है| `therefore` प्रश्नानुसार `(I_(max))/(I_(min))=9` (i ) हम जानते है `(I_(max))/(I_(min))=((A_(1)+A_(2))^(2))/((A_(1)-A_(2))^(2))=9` `(A_(1)+A_(2))/(A_(1)-A_(2))=3` `A_(1)+A_(2)=3A_(1)-3A_(2)` `2A_(1)=4A_(2)" "therefore(A_(1))/(A_(2))=4/2=2` (ii) `(I_(1))/(I_(2))((A_(1))/(A_(2)))^(2)=4:1` |
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| 100. |
`S_(1)` व `S_(2)` दो पतले छिद्र है, जनके बीच का मध्य-बिन्दू C है|जब इन छिद्रो पर `6000Å` का एकवर्णी प्रकाश लाम्वत आपतित होता है तो पर्दें के बिन्दू P पर द्वितीयक अदीप्त फ्रिन्ज बनती है|यदि `OP=0.0036D` `S_(1)`व `S_(2)` के बीच दुरी ज्ञात कीजिए| |
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Answer» यंग के प्रगोग में n वी अदीप्त फ्रिन्ज की केंद्रीय फ्रिन्ज से दुरी प्रश्नानुसार `y=(n-(1)/(2))(Dlamda)/(d)` `y=OP=0.0036D, n=2,` `lamda=6000Å=6000xx10^(-10)` मीटर मान रखने पर `0.0036D=((2-(1)/(2))Dxx6000xx10^(-10))/(d)` `therefored=(3)/(2)xx(6000xx10^(-10))/(0.0036)=0.25xx10^(-3)` मीटर अथवा `0.25` मिमी |
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