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Answer» देश में परिवहन के साधनों में रेलों का महत्त्व निम्नलिखित तथ्यों से स्पष्ट होता है - सार्वजनिक क्षेत्र में रेलवे सबसे बड़ा प्रतिष्ठान है। इसमें १ 9,000 करोड़ से अधिक की पूँजी तथा 16 लाख कर्मचारी संलग्न हैं।
- रेलों से प्रतिवर्ष करोड़ों रुपये किराये व भाड़े के रूप में सरकार को प्राप्त होते हैं।
- रेलों ने कृषि उपजों के विकास में बहुत योगदान दिया। अतिरिक्त कृषि उत्पादों को रेलों द्वारा दूरवर्ती भागों तक भेजना सम्भव हुआ है। कृषि उत्पादन में वृद्धि उर्वरकों, उत्तम बीज, नवीन यन्त्रों तथा कीटनाशकों के अधिकाधिक उपयोग का फल है, जो रेलों द्वारा ही ढोये जाते हैं।
- कृषि एवं खनिजों पर आधारित उद्योगों के विकास में रेलों ने प्रमुख भूमिका निभायी है, क्योंकि भारी पदार्थों का परिवहन करने में रेल परिवहन ही सफल हो सकता है। इसके साथ ही उद्योगों का विकेन्द्रीकरण भी रेल परिवहन द्वारा ही सम्भव हुआ है।
- रेलें देश के सुदूर भागों के मध्य सम्पर्क स्थापित कराती हैं।
- अकाल व बाढ़ के दौरान क्षतिग्रस्त क्षेत्रों में सामान पहुँचाने का उत्तम साधन रेले हैं।
- कृषि उपजों को सुदूरवर्ती क्षेत्रों में पहुँचाने का कार्य रेलों द्वारा ही सम्पन्न होता है।
- औद्योगिक उत्पादों को उपभोक्ताओं तक पहुँचाने में रेलों का योगदान है।
- परिवहन के सभी साधनों में रेलें सबसे सस्ती हैं।
- रेलों के कारण गतिशीलता बढ़ी है, जिससे भारतवासियों में एकता व सौहार्द की भावना बढ़ी है।
- रेलों द्वारा पत्तनों व भीतरी नगरों के बीच आदान-प्रदान बढ़ा है, इससे आन्तरिक तथा विदेशी व्यापार को प्रोत्साहन मिला है।
- शीघ्र खराब होने वाली वस्तुओं का परिवहन सुविधाजनक हो गया है।
- रेलमार्गों के साथ ही अनेक बस्तियाँ विकसित हुई हैं, जिन्होंने बड़े नगरों का रूप ले लिया है।
- संघन आबाद मैदानी भागों में रेले परिवहन का उत्तम साधन हैं, इसीलिए वहाँ रेलों का घना जाल मिलता है।
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