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Answer» भारत के खनन व्यवसाय के पिछड़ेपन के निम्नलिखित कारण हैं - भारत के अधिकांश खानों में खनन-कार्य के लिए आधुनिक यन्त्रों का प्रयोग नहीं किया जाता। हमारे देश की कुल 3,600 खानों में से केवल 880 खाने ही यन्त्रीकृत हैं, जो देश के 85% खनिजों का उत्पादन करती हैं, बाकी 2,720 खानों से केवल 15% उत्पादन होता है।
- भारत का 65% खनन व्यवसाय गैर-सरकारी हाथों में है, जिसके कारण खाने खोदने का कार्य व्यवस्थित ढंग से नहीं किया जाता। इससे खानों का पूर्ण उपयोग नहीं हो पाता। इसी दृष्टि से भारत सरकार ने अभ्रक व कोयले की खानों का राष्ट्रीयकरण किया है।
- देश में आन्तरिक जलमार्गों की कमी के कारण भारी खनिजों के परिवहन पर बहुत अधिक व्यय आता है।
- भारत में व्याप्त खनिज पदार्थों का अभी पूर्ण सर्वेक्षण नहीं हुआ है। हिमालय के दुर्गम क्षेत्रों में खनिजों। के विशाल भण्डार मौजूद हैं।
- देश में खनिजों के पूर्ण उपयोग करने के साधनों की कमी है।
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