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समतापी परिवर्तन में एक आदर्श गैस की आन्तरिक ऊर्जा...
1.
समतापी परिवर्तन में एक आदर्श गैस की आन्तरिक ऊर्जा अधिक है अथवा नहीं? रुद्धोष्म परिवर्तन में?
Answer» Correct Answer - नहीं हाँ क्योंकि ताप बदल जाता है।
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वायुमण्डल की वायु ऊपर उठने पर ठण्डी क्यों हो जाती है?
समतापी परिवर्तन में एक आदर्श गैस की आन्तरिक ऊर्जा अधिक है अथवा नहीं? रुद्धोष्म परिवर्तन में?
रुद्धोष्म वक्र का ढलान समतापी वक्र के ढलान से अधिक होने का कारण लिखिए ।
किसी गोलीय कोष (शेल) की त्रिज्या R है और इसका ताप T है। इसके भीतर कृष्णिका विकीरणों को फोटॉनों की एक ऐसी आदर्श गैस माना जा सकता है जिसकी प्रति एकांक आयतन आन्तरिक ऊर्जा, `u =(U)/(V) prop T^(4)` तथा दाब `P=(1)/(3)((U)/(V))` है। यदि इस कोष में रुद्धोष्म प्रसार हो तो, T तथा R के बीच सम्बन्ध होगा :A. `T prop e^(-R)`B. `T prop e^(-3R)`C. `T prop(1)/(R)`D. `T prop (1)/(R^(3))`
वायु से भरे गुब्बारे के अचानक फटने पर वायु निकलकर शीतल हो जाती है। यह घटना समतापी एवं रुद्धोष्म परिवर्तन में से किस परिवर्तन को दर्शाती है?
कि दो समतापी वक्र एक-दूसरे को काट सकते है?
कारण सहित बताइए की क्या बिना ऊष्मा दिए किसी गैस का ताप बढ़ाना सम्भव है?
समतापी एवं रुद्धोष्म प्रक्रमों हेतु किसी गैस की विशिष्ट ऊष्मा के मान लिखिए ।
किन परिस्थितियों में गैस की विशिष्ट ऊष्मा का मान शून्य होता है ?
2 मोल गैस के रुद्धोष्म प्रसार के दौरान आन्तरिक ऊर्जा में परिवर्तन - 100 जूल पाया गया। प्रक्रम के दौरान कृत कार्य होगा :A. शून्यB. `100` जूलC. `200` जूलD. `100` जूल
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