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किसी कैसेग्रेन दूरबीन में चित्र में दर्शाए अनुसार दो दर्पणों का प्रयोग किया गया है । इस दूरबीन में दोनों दर्पण एक-दूसरे से 20 मिमी. दूर रखे गए हैं । यदि बड़े दर्पण की वक्रता त्रिज्या 220 मिमी. हो तथा छोटे दर्पण की वक्रता त्रिज्या 140 मिमी. हो तो अनंत पर रखे किसी बिंब का अंतिम प्रतिबिंब कहाँ बनेगा ? |
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Answer» `f_o=220/2=110` मिमी . [`because f=R/2`] यदि वस्तु अनंत पर है तब प्रतिबिंब 110 मिमी. पर बनेगा। यह प्रतिबिंब द्वितीयक दर्पणं के लिए आभासी वस्तु का कार्य करेगा। u=110-20=90 मिमी `therefore f_s=140/2=70` मिमी दर्पण के सूत्र से `1/v=1/f_s-1/u` `1/v=1/70-1/90=1/315` v=315 मिमी |
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