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एक धारामापी की कुण्डली का प्रतिरोध `1.0Omega` है तथा इसमें 50 मिलीऐम्पियर धारा से पूर्ण स्केल का विक्षेप प्राप्त होता है। इसे 2.5 वोल्ट तक नापने वाले वोल्टमीटर में किस प्रकार बदला जा सकता है? जिन दो बिन्दुओं के बीच विभवान्तर नापना होता है, वोल्टमीटर को उनके समान्तर में क्यों जोड़ते है? |
| Answer» `49 Omega` का प्रतिरोध श्रेणीक्रम में जोड़कर, जिससे वोल्टमीटर में उतपन्न विक्षेप इसकी कुण्डली में बहने वाली धारा के, और इस कारण इसके सिरों के बीच विभवान्तर के भी अनुक्रमानुपाती होगा। | |