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दो स्वरित्र जिनमे प्रत्येक की आवृति 340 हर्ट्ज है, एक स्थिर प्रेक्षक के सापेक्ष गतिमान हैं। एक स्वरित्र प्रेक्षक से दूर जा रहा है, जबकि दूसरा समान चाल से प्रेक्षक की ओर आ रहा है। प्रेक्षक को प्रति सेकण्ड 3 विस्पंद सुनायी देते हैं। स्वरित्र की चाल ज्ञात कीजिये (वायु में ध्वनि में चाल = 340 मी/सेकण्ड) |
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Answer» माना प्रत्येक स्वरित्र की चाल `v_(s)` तथा इनकी वास्तविक आवृति f है और ध्वनि का वेग v है। प्रेक्षक द्वारा दूर जाते हुए स्वरित्र की ध्वनि की सुनी गयी आभासी आवृति `f_(1) = f ((v)/(v+v_(s)))` ...(1) प्रेक्षक द्वारा पास आते हुए स्वरित्र की ध्वनि की सुनी गयी आभासी आवृति `f_(2) = f((v)/(v-v_(s)))` ...(2) प्रति सेकंड सुने गए विस्पंद `f_(2) - f_(1) = 3` (दिया है) `f((v)/(v-v_(s))) - f((v)/(v+v_(s))) = 3` `fv[(2v_(s))/(v^(2) - v_(s)^(2))] = 3` चूँकि `f_(1)` व `f_(2)` का अन्तर बहुत कम है, अतः `v_(s) lt lt v`, तो, `fv ((2v_(s))/(v^(2))) = 3` `(2fv_(s))/(v) = 3` `v_(s) = (3v)/(2f) = (3 xx 340)/(2 xx 340) = 1.5` मीटर/सेकण्ड |
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