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धूप के चश्मे के काँच वक्रीय (Curved) होते हैं, फिर भी इनकी क्षमता शून्य होती है, क्यों ? |
| Answer» धूप के चश्मे के काँच की बाहरी और आंतरिक सतहें परस्पर समान्तर होती हैं तथा उनकी वक्रता-त्रिज्या बराबर होती है। फलस्वरूप चश्मे के काँच की फोकस-दूरी अनन्त होती है। अत: क्षमता शून्य होती है। | |