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अनुशासन की आवश्यकता पर निबन्ध लिखें।

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अनुशासन का अर्थ है – शासन का अनुसरण करना अर्थात् शासन के नियम और नियंत्रण के अधीन रहना। अनुशासित जीवन ही सच्चा जीवन माना जाता है। जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में अनुशासन का होना नितांत जरूरी है।

यदि हम अनुशासन का पालन नहीं करेंगे, नियमों को तोड़ेंगे, तो फिर गड़बड़ी हो जायेगी और चारों तरफ अव्यवस्था फैल जायेगी। अतः व्यवस्था को बनाये रखने के लिए अनुशासन का होना जरूरी है।

अनुशासन किसी एक क्षेत्र के लिए सीमित नहीं है। अनुशासन नीचे से ऊपर तक, छोटे से बड़े तक, अमीर से गरीब तक, प्रजा से शासक तक अर्थात् प्रत्येक क्षेत्र में यत्र-तत्र-सर्वत्र अनुशासन की आवश्यकता है। यदि विद्यार्थी को विद्यालय में, खेल के मैदान में, छात्रावास में, घर-परिवार में, सार्वजनिक स्थानों में पालन करने का अभ्यास हो जाए तो वह जीवन भर अनुशासित रहेगा। अतः जरूरी है कि अध्यापक विद्यार्थियों को अनुशासन सिखाएँ।

कहते हैं, बाल्यावस्था में जो अच्छी बातें सीख ली जाती हैं, उनका अच्छा असर भी जीवन-पर्यंत होता है। अतः अच्छे नागरिक बनने के लिए भी अनुशासन की आवश्यकता है और अच्छे शासक के लिए भी अनुशासन की आवश्यकता है।



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