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500 K ताप पर एक `20L` पात्र में `N_(2)` के `H_(2)` मोल `1.92` के `1.57` मोल एवं `NH_(3)` के `8.13` मोल का मिश्रण लिया जाता है। अभिक्रिया `N_(2)(g)+3H_(2)(g)hArr 2NH_(3)(g)` के लिए `K_(c)` का मान `1.7xx10^(2)` है। क्या अभिक्रिया मिश्रण साम्य में है। यदि नहीं तो नेट अभिक्रया की दिशा क्या होगी ? |
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Answer» `N_(2)(g)+3H_(2)(g)hArr 2NH_(3)(g)` `Q_(c)=([NH_(3)(g)]^(2))/([N_(2)(g)](H_(2)(g)]^(3))` `=([8.13//20]^(2))/([(1.57)/(20)]xx[(1.92)/(20)]^(3)) ( :. V=20L)` `=2.38xx10^(3)` दिया है, `K_(c)=1.7xx10^(2)` स्पष्ट है की `Q_(c)gtK_(c)` अतः अभिक्रिया साम्यवस्था में नहीं है क्योकि `Q_(c)neK_(c)` यह पश्चगामी दिशा में सम्पन्न होगी । |
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