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1 मोल `N_(2)` तथा 3 मोल `PCI_(5)` को `227^(@)C` पर गर्म किये गए `100` लीटर के एक पात्र में रखा गया। साम्य दाब पर `2.05` वायुमण्डल पाया गया है। गैसों का व्यवहार आदर्श मानते हुए, `PCI_(5)` के वियोजन की मात्रा तथा निम्न अभिक्रिया `PCI_(5)(g)hArr PCI_(3)(g)+CI_(2)(g)` के लिए `K_(c)` की गणना कीजिए। |
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Answer» Correct Answer - `0.33,0.20atm` माना साम्य स्थापति होने तक `PCI_(5)` के x मोल वियोजित होते है । अतः `PCI_(5)(g) hArr PCI_(3)(g)+I_(2)(g)` `{:("प्रारम्भिक मोल",3,0,0),("साम्य पर मोल",3-x,x,x):}` चूँकि प्रारम्भ 1 मोल `N_(2)` भी ली गयी है। अतः साम्य पर मोलों कुल संख्या `=3-x+x+x+1=4+x` दिया है `P=2.05atm,V=100,T=227+273=500K` आदर्श गैस समीकरण के अनुसार। `PV=nRT` `:. 2.05xx=(4+x)xx0.0821xx500` या `4+x=(2.05xx100)/(0.0821xx500)=4.99` `:.x=4.99-4=0.99` अतः `PCI_(5)` के वियोजन की मात्रा `=("वियोजित हुए मोलों की संख्या")/("मोलों की कुल संख्या")` `=(0.99)/(3)=.=033` `:.` आंशिक दाब = मोल प्रभाज `xx` कुल दाब `:.P_(PCI_(3))=(3-x)/(4+x)=2.05=(3-0.99)/(4+0.99)xx0.05` `=0.826 atm` `P_(PCI_(3))=(x)/(4+x)xx2.05=(0.99)/(4+0.99)xx2.05` ltbr gt `=0.407atm` तथा `P_(PI_(2))=(x)/(4+x)xx2.05=(0.99)/(4+0.99)xx2.05` `=0.407 atm` समवयवस्था के नियमानुसार `K_(p)=(P_(CPI_(3))*P_(CI_(2)))/(P_(PCI_(5)))= (0.707xx0.407)/(0.826)=0.20 atm` |
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