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This section includes InterviewSolutions, each offering curated multiple-choice questions to sharpen your knowledge and support exam preparation. Choose a topic below to get started.
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वेबर/`"मीटर"^(2)` किस भौतिक राशि का मात्रक है ? |
| Answer» चुम्बकीय क्षेत्र की तीव्रता (B) का । | |
| 52. |
घरेलु विद्युत परिपथों में अतिभारण से बचाव के लिए क्या सावधानी बरतनी चाहिए? |
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Answer» (i) उच्च शक्ति वाले उपकरणों जैसे-गीजर, एअर कन्डीशन, प्रेस आदि को एक साथ नहीं चलाना चाहिए । (ii) एक सॉकेट से बहुत सादे विद्युत उपकरण नहीं चलाने चाहिए । |
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| 53. |
परिनालिका में विधुत धारा प्रवाह बन्द करने पर क्या होता है? |
| Answer» चुम्बकीय प्रभाव समाप्त हो जाता है । | |
| 54. |
चुम्बकों का प्रयोग कहाँ-कहाँ किया जाता है ? |
| Answer» रेडियों, स्टीरियो, स्पीकरों , अलमारियों एंव रेफ्रिजरेटरों के दरवाजों , वीडियो- ऑडियो कैसेटों , कम्प्यूटरों, खिलौनें आदि में । | |
| 55. |
MRI का विशेष महत्व क्यों है ? |
| Answer» शरीर के अन्दर उपस्थित चुम्बकीय क्षेत्र के आधार पर ही MRI (मैगनेटिक रेजोनैंस इमेजिंग अर्थात चुम्बकीय अनुनाद प्रतिबिम्बन ) द्वारा रोगियों के भीतर अंगों का प्रतिबिम्ब प्राप्त किया जाता है। जिससे रोगी के अंगों की विस्तार से जाँच हो सके। | |
| 56. |
किसी कुण्डली में विद्युत धारा प्रेरित करने के विभिन्न ढंग स्पष्ट कीजिए । |
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Answer» किसी कुण्डली में विद्युत धारा प्रेरित करने के ढंग है- (i) किसी चुम्बक को कुण्डली के अंदर या बाहर आपेक्षित गति करने पर (ii) किसी कुण्डली के नजदीक रखी दूसरी कुण्डली में प्रवाहित विद्युत धारा में परिवर्तन करने से |
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| 57. |
विद्युत मोटर में विभक्त वलय की क्या भूमिका है? |
| Answer» विद्युत मोटर में विभक्त वलय द्विक परिवर्तक का कार्य करता है । यह युक्ति परिपथ में विद्युत धारा के प्रवाह को उत्क्रमित करने में सहायता देती है इसे द्विक परिवर्तक कहते हैं । ये पीतल के दो अर्द्धवृत्ताकार वलयों अर्थात दो खण्डों में विभक्त एक वलय के रूप में होते हैं । ये दोनों भाग एक-दूसरे अलग-अलग रहते हैं तथा आर्मेचर की कुण्डली के सिरे इन दो अलग-अलग वलयों से जुड़े होते हैं । ये वलय आर्मेचर की धुरादण्ड (shaft) से जुड़े होते हैं तथा ये आर्मेचर के साथ घूमते हैं । | |