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उपर्युक्त परिच्छेद का एक -तिहाई (1/3) शब्दों में सार लिखिए तथा उसे उचित शीर्षक दीजिए |
| Answer» धन्य है वह ईंट, जो जमीन के सात हाथ नीचे जाकर गड़ गई और इमारत की पहली ईंट बनी। पहली इंट पर ही उसकी मजबूती और पुख्तापन निर्भर करता है। अब हमें नींव के गीत गाने चाहिए। सबसे पक्की ईंटों को कंगूरे की शोभा बनाने में नहीं, बल्कि इमारत की पायदारी उसकी नीव पर लगाना होता है, सुन्दर सृष्टि हमेशा ही बलिदान खोजती है। कुछ पक्की-लाल इंटों को नींव में लगाकर इमारत सुन्दर बनती है। उसी प्रकार समाज को सुन्दर वनाने के लिए कुछ तप-तपाये लोगों को मौन-मूक शहादत का लाल सेहरा पहनना है | |