Saved Bookmarks
| 1. |
उपर्युक्त पदयश का भावधि लिखिए। |
|
Answer» ्त पद्यांश का भावार्थमेरा हृदय कृष्ण को समर्पित है और उनके रंग में रंगा हुआ है, डूबा हुआ है। होली खेलने के लिए मैं संतोषरूपी शील का उपयोग गुलाल की तरह किया है और मेरे श्री कृष्ण ही मेरी पिचकारी हैं। |
|