Saved Bookmarks
| 1. |
संलग्न चित्र में प्रदर्शित तारों के लूप PQRSP में जो `R_(1)` व `R_(2)` त्रिज्याओं के दो अर्द्ध-वृताकार तारों को जोड़कर बना है, धारा i बहती है। केंद्र C पर चुंबकीय क्षेत्र की तीव्रता तथा दिशा ज्ञात कीजिए । |
|
Answer» तारों के प्रत्येक सीधे भाग PQ पर RS के कारण केंद्र C पर चुंबकीय क्षेत्र शून्य होगा | त्रिज्या `R_(1)` के अर्द्ध-वृतीय भाग के कारण केंद्र C पर चुंबकीय क्षेत्र `B_(1)=(1)/(2)((mu_(0)i)/(2R_(1)))=(mu_(0)i)/(4 R_(1)`, कागज के तल के लंबवत नीचे किए ओर । त्रिज्या `R_(2)` के अर्द्ध-वृतीय भाग के कारण C पर चुंबकीय क्षेत्र `B_(2)=(1)/(2)((mu_(0)i)/(2R_(2)))=(mu_(0)i)/(4R_(2)`कागज भाग के तल के लंबवत ऊपर की ओर । केंद्र C पर परिणामी चुंबकीय क्षेत्र `B=B_(1)-B_(2)=(mu_(0)i)/(4)((1)/(R_(1))-(1)/(R_(2)))` कागज के तल के लंबवत नीचे की ओर । |
|