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संलग्न चित्र में प्रदर्शित तार में i ऐम्पियर धारा है। अर्द्ध-व्रत के केंद्र O पर चुंबकीय क्षेत्र क्या होगा (i) प्रत्येक ल लम्बाई के सीधे भाग के कारण, (ii) त्रिज्या a के अर्द्ध-वृत्त के कारण तथा (iii) पुरे तारे के कारण ? |
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Answer» (i) बायो-सेवर्ट नियम से, धारावाही अवयव `Delta l` से `a` दुरी पर स्थित पर चुंबकीय क्षेत्र `Delta B=(mu_(0))/(4 pi)(I Delta l sin theta)/(a^(2))` जहाँ `theta`अवयव `Delta` तथा अवयव को उस बिंदु से मिलाने वाली रेखा के बीच कोण है। यहाँ तार के प्रत्येक सीधे भाग के लिए `theta=0` (अथवा`180^(@))` | अतः प्रत्येक l लम्बाई के सीधे भाग के लिए `B _(1)=B_(2)=0` (ii) तार के अर्द्ध-वृत्त के कारण केंद्र पर चुंबकीय क्षेत्र `B_(2)=(1)/(2)((mu_(0)i)/(2a))=(mu_(0)i)/(4a)` नीचे की ओर दिष्टि । (iii) पुरे तार के कारण चुंबकीय क्षेत्र `B=B_(1)+B_(2)+B_(3)=(mu_(0)i)/(4a)`नीचे की ओर दिष्टि| |
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