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संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए-‘भूकम्प की भविष्यवाणी |
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Answer» भूकम्प की भविष्यवाणी करने में अग्रलिखित बिन्दुओं का विशेष महत्त्व है ⦁ किसी क्षेत्र में हो रही भूगर्भीय मतियों का उस क्षेत्र में हो रहे भू-आकृति परिवर्तनों से अनुमान लगाया जा सकता है। ऐसे क्षेत्र जहाँ भूमि ऊपर-नीचे होती रहती है, अत्यधिक भूस्खलन होते हैं, नदियों का असामान्य मार्ग परिवर्तन होता है, प्रायः भूकम्प की दृष्टि से संवेदनशील होते हैं। ⦁ किसी क्षेत्र में सक्रिय अंशों, जिन दरारों से भूखण्ड टूटकर विस्थापित भी हुए हों, की उपस्थिति को भूकम्प का संकेत माना जा सकता है। इस प्रकार के भ्रंशों की गतियों को समय के अनुसार तथा अन्य उपकरणों से नाप जा सकता है। ⦁ भूकम्प संवेदनशील क्षेत्रों में भूक़म्पमापी यन्त्र (Seismograph) लगाकर विभिन्न भूगर्भीय गतियों को रिकॉर्ड किया जाता है। इस अध्ययन से बड़े भूकम्प आने की पूर्व चेतावनी मिल जाती है। |
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