1.

सलग्न चित्र में AB एक लम्बा तार है जो की मेज पर रखा है। तार CD, 10 सेमी लम्बा है तथा AB के ठीक ऊपर है। यह दो ऊर्ध्वाधर तारों पर ऊपर-नीचे खिसक सकता है। यदि दोनों तारों में 20 ऐम्पियर की धारा हो तो तार CD तार AB के कितना ऊपर ठहरेगा ? तार CD का द्रव्यमान `0.50` ग्राम है।

Answer» माना की तार CD की लम्बाई L मीटर है तथा यह तार AB से r मीटर ऊपर ठहरेगा । तार CD पर तार AB की धारा के कारण चुंबकीय बल,
`F_(m)=(mu_(0))/(2pi)(i_(1)i_(2)L)/(r)`
चूँकि तारों AB व CD में दायरें विपरीत दिशाओं में है , अतः CD पर चुंबकीय बल `F_(m)` ऊपर की ओर होगा । अब तार CD (द्रव्यमान m)पर नीचे की ओर गुरुत्व-बल
`F_(g)=m g`
सन्तुलित की स्थिति में `F_(m)=F_(g)`
`:. (mu_(0))/(2pi)(i_(1)i_(2)L)/(r)= mg`
अथवा `r=(mu_(0))/(2pi)(i_(1)i_(2)L)/(mg)`
प्रश्नानुसार `(mu_(0))/(2pi)=2xx10^(-7)"न्यूटन"//"ऐम्पियर"^(2)`
`i_(1)=i_(2)20` ऐम्पियर `=0.10` मीटर,
`m=0.50xx10^(-3)` किग्रा `g=9.85` न्यूटन/किग्रा `r=?`
`:.r=(2xx10^(-7)("न्यूटन")/("ऐ"^(2)))xx(20ऐxx0.10मी)/((0.50xx10^(-3)"किग्रा")xx9.8"न्यूटन"//"किग्रा")`
`=16.3xx10^(-4)`मीटर `=1.63` मिमी।


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