1.

पित्रे परीक्षापरिणामसूचकं पत्रं मंजूषायां पदत्तैः उचितपदैः पूरयत (मम, परिणामः, पितृचरणाः, अहम्, रम्यः, प्रणामम्, प्रथमं स्थानम्, परीक्षाभवनात्, सुतः, मम चित्रम्) 1.------- कानपुरम् तिथिः ------- आदरणीयाः 2.-----! सादरं 3.-----। अत्र कुशलं वर्तते। अद्य 4.----- वार्षिकपरीक्षायाः 5.----- आगतः। अस्यां परीक्षायामहं 6.----- लब्धवान्। समाचारपत्रेषु 7.----- अपि प्रकाशितम्। 8.----- शीघ्रमेव गृहम् आगमिष्यामि। भवतां 9.----- 10.-----​

Answer» TION:सेवा में प्रधानाचार्या टैगोर इंटरनेशनल स्कूल वसंत विहार नई दिल्ली विषय : सहपाठी के प्रशंसनीय और साहसिक व्यवहार के संबंध में। महोदया, मैं आपके विद्यालय में दसवीं कक्षा का छात्र हूँ। आपको अत्यंत विनयपूर्वक अपने सहपाठी राहुल की प्रशंसनीय गाथा सुनाना चाहता हूँ। कल प्रात: की बात है; हमारे विद्यालय के बाहर कुछ शरारती तत्वों ने हमारे विद्यालय की कुछ छात्राओं के साथ छेड़खानी की। वे लड़कियाँ डरी-डरी-सी दुबकी चली आ रही थीं। तभी राहुल ने उन लड़कों को ललकारा। उन लड़कों ने राहुल को गालियाँ दी और धमकी भी दी। इस पर राहुल ने बिना घबराए उनमें से एक लड़के का गिरेबान पकड़ लिया। वे शरारती लड़के इकट्ठे होकर राहुल की ओर झपटे। तब तक स्कूल के और बच्चे भी इकट्ठे होने लगे थे। सबने मिलकर उन्हें दबोच लिया। उनकी खूब पिटाई की। गुंडे लड़कों ने गिड़गिड़ाते हुए लड़कियों से माफ़ी भी माँगी।


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