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पिलोकार्पिन औषधि परानुकम्पी तन्तुओं को उद्दीप्त करती है। इसका आहार नाल, नेत्रों की आइरिस तथा हृदय गति पर क्या प्रभाव होगा? |
| Answer» पिलोकार्पिन के शरीर में पहुँचने से परानुकम्पी तन्त्र के तन्त्रिका तन्त्र उद्दीप्त होंगे जिनसे हृदय गति धीमी हो जायेगी। आहारनाल की पेशियों के क्रमाकुंचन की गति बढ़ जायेगी और आइरिस का व्यास भी सिकुड़कर छोटा हो जायेगा। | |