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निम्नलिखित विषयों में से किन्हीं दो विषयों पर टिप्पणियाँ लिखिए। प्रत्येक टिप्पणी लगभग 60 शब्दों में लिखिए अहिंसा का अर्थ |
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Answer» अहिंसा का अर्थ इस पाठ के द्वारा महात्मा गाँधी जी ने अहिंसा का असल अर्थ स्पष्ट करते हुए अहिंसा से समाज में किस प्रकार का कार्याकल्प हो सकता है, यह बताया है गाँधीजी के अनुसार, अहिंसा का अर्थ- किसी अन्याय के विरुद्ध आत्मिक प्रतिरोध है जो विशिष्ट सिद्धान्तों का विज्ञान है। अहिंसा में अद्भुत शक्ति होती है। इस अस्त्र से कोई भी व्यक्ति अन्याय करने वाले व्यक्ति को चारों कौनें चित्त कर सकता है और उसका पुनरुद्धार करने के लिए उसे विवश कर सकता है। अहिंसा एक आत्मिक शक्ति है, एक आत्मिक प्रतिरोध है। मानवता का सबसे बड़ा बल अहिंसा ही है। अहिंसक व्यक्ति अत्याचारी व्यक्ति को बिना नुकसान पहुँचाए गलत मार्ग से छुड़ा सकता है। यह रेडियम धातु की तरह सूक्ष्म और अदृश्य रूप से काम करता है। यह ईश्वर की दी हुई ऐसी शक्ति है जिसे कोई छीन नहीं सकता। इससे कठोर हृदय भी पिघल जाता है अहिंसा के तरीकों को आत्मसात करना आसान नहीं है। उसको पाने के लिए इसमें प्रबल आस्था होनी चाहिए। जैसी आस्था और विश्वास हम ईश्वर पर रखते हैं वैसे ही अहिंसा पर रखें, तो अहिंसा का मार्ग ग्राह्य हो सकता है। अहिंसा विज्ञान की तरह सफलता की ही राह में है और उसकी परख हिंसा के माहौल में ही होती है। अहिंसा का शक्तिशाली हथियार सिर्फ सबल चित्त और बड़े सूझ-बूझ वाले व्यक्ति ही चला सकते हैं। हिंसा का करारा जवाब केवल अहिंसा है जो हिंसा को नाकाम करने में हमेशा कामयाब रही है |
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