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निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर उसके नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर मात्र एक एक वाक्य में लिखिए : ' अब मुझे साफ-साफ मालुम हो रहा है कि मेरा पूर्व जीवन बहुत ही उत्तम और सुखपूर्ण था। जितना ही अधिक काम करना पड़ता था, उतना ही अधिक सुख मिलता था।' सारांश यह है कि हाथ पर हाथ धरकर बैठे रहना मनुष्य के देहधर्म के विरुद्ध है। Q. मित्र पूर्व जीवन को उत्तम और सुखपूर्ण क्यों मानते थे ? |
| Answer» मित्र पूर्व जीवन को उत्तम और सुखपूर्ण मानते थे, क्योंकि उन्हें जितना ही अधिक काम करना पड़ता था, उतना ही अधिक सुख मिलता था। | |