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निबंध लेखन : समाचार पत्र

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क) प्रस्तावना :
समाचार पत्र आधुनिक जीवन का अंग बन गया है। एक दिन भी समाचार पत्र न आए तो जीवन नीरस लगने लग जाता है। एक समाचार पत्र विविध विषयों पर ढेर सारी रोचक, ज्ञानवर्धक तथा लाभदायक सामग्री उपलब्ध करवाता है।

ख) समाचार पत्रों का प्रकाशन :
समाचार पत्र भी अपने आप में आश्चर्य की चीज़ है। देश विदेश की सारी खबरें कागज़ के कुछ पत्रों में सिमटकर सुबह होते ही आपके घर पहुँच जाएँ, यह कोई कम हैरानी की बात नहीं है। भारत में छपने वाली एक अंग्रेजी अखबार में साठ से लेकर सौ पन्नों वाली पुस्तक के बराबर सामग्री होती है। इतनी सारी सामग्री का एक दिन में ठीक और साफ़-सुथरा प्रकाशन कोई सरल कार्य नहीं है। यदि समाचार पत्रों के प्रकाशन का कार्य नियमित और सचारु न हो तो समाचार पत्रों का एक दिन की छोटी-सी अवधि में प्रकाशन असंभव हो जाए। सामग्री तो तैयार होती नहीं। उसे बाहर से प्राप्त करके संपादित और संकलित किया जाता है।

ग) विविध प्रकार के समाचार :
आप यह जानना चाहते हैं कि देश-विदेश में क्या घटा है तो आप समाचारों के संबंधित समाचार पत्र का पहला पृष्ठ पढ़ लीजिये। आपको राजनीति, युद्ध, व्यापार तथा खेलों से संबंधित खबरें सविस्तार मिल जाएँगी। खूबसूरत बात यह है कि ये समाचार पूर्ण ईमानदारी से प्रस्तुत किये जाते हैं। इन समाचारों को बढ़ा-चढ़ाकर प्रस्तुत नहीं किया जाता। आप राजनीति तथा अन्य सामाजिक विषयों पर संपादक अथवा दूसरे प्रसिद्ध पत्रकारों के विचार जानना चाहते हैं तो इनमें लेखों से संबंधित समाचार पत्र का पृष्ठ पढ़िए। कई लोग सुबह उठते ही अपनी राशि देखना चाहते हैं। लोगों की इस ज़रूरत को ध्यान में रखते हुए समाचार पत्र में राशिफल छापते हैं। कुछ लोग इसे अंधविश्वास मानते हैं और इसमें विश्वास नहीं करते।

घ) समाचार पत्र और विज्ञापन :
समाचार पत्र लोगों की एक आवश्यकता बन गयी है। अब अधिकतर शादी-विवाह समाचार पत्र के माध्यम से हो रहे हैं। दोनों कहीं न कहीं विद्यामान तो हैं किन्तु उनका परस्पर संपर्क नहीं हो रहा। समाचार पत्र उनमें मेल कराने की महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। आप मकान बेचना चाहते हैं अथवा खरीदना या फिर किराये पर लेना चाहते हैं तो समाचार पत्र की सहायता लीजिए। यही, नहीं, समाचार पत्रों में शिक्षा, नौकरी और व्यापार से संबन्धित ढेर सारे विज्ञापन छपते हैं, जिन्हें देखकर बड़ी संख्या में लोग लाभान्वित होते हैं।

ङ) विशेष अतिरिक्त समाचार :
लगभग सभी समाचार पत्रों में रविवार वाले दिन अतिरिक्त सामग्री छपती है। इसे रविवारीय परिशिष्ट कहते हैं। इसमें कविता, कहानी, पहेली तथा अन्य रोचक सामग्री छपती है। इनमें बच्चों तथा स्त्रियों के लिए भी अलग से सामग्री होती है। गर्मियाँ शुरू हो गई हैं। आप तय नहीं कर पाये कि इस बार कौन-से पर्वत स्थल पर जाया जाए। आप को पता नहीं कि कौनसा स्थल अच्छा है और कहाँ-कहाँ पर्याटकों के लिए कौन – सी सुविधाएँ उपलब्ध हैं। इन सबकी जानकारी उन दिनों के समाचार पत्रों में अनिवार्य रूप से मिलेगी ही। आपको आध्यात्मिक सत्संग पर जाना है अथवा आपको फ़िल्म देखनी है अथवा कोई दूसरा मनोरंजन चाहिए, विस्तृतः जानकारी के लिए आप समाचार पत्र देखिए। समाचार पत्र दैनिक, मासिक, पाक्षिक तथा साप्ताहिक होते हैं। महानगरों में समाचार पत्र सायंकाल को भी निकलते हैं। इतनी ढेर सारी रोचक और उपयोगी सामग्री की कीमत पाँच से दस रुपये तक होती है। समाचार पत्र आधुनिक युग का वरदान है।



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