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नाइट्रिक ऑक्साइड निम्न प्रकार से `O_(2)` से क्रिया कर नाइट्रोजन डाइऑक्साइड का निर्माण करता है- `2NO(g) + O_(2)(g) to 2NO_(2)(g)` यदि अभिक्रिया की क्रियाविधि निम्न हो तो इसका वेग नियम क्या होगा? `NO + O_(2) overset(k_(1))underset(k_(-1))ltimplies NO_(3)` (fast), `K=k_(1)/k_(-1)` `NO_(3) + NO overset(k_(2)) to NO_(2) + NO_(2)` (slow) |
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Answer» प्रस्तुत क्रियाविधि में दो सोपान है जिसमे एक मंद तथा दूसरा तीव्र है। चूँकि मंद सोपान अभिक्रिया की दर को निर्धारित करता है अतएव इसे ही दर निर्धारण सोपान (rate determining step ) होना चाहिए। `NO_(3) + NO overset(k_(2)) to NO_(2) + NO_(2)` अतएव अभिक्रिया के प्रायुगत (predicted) वेग नियम की निम्न प्रकार व्यक्त किया जा सकता है- `NO_(3)` एक माध्यिका स्पीशीज है, जो प्रथम उत्क्रमणीय तथा तीव्र सोपान में निर्मित होती है। `NO+ O_(2) ltimplies NO_(3)`...............(i) द्रव्यानुपाती क्रिया के नियमानुसार, `K=k_(1)/k_(-1)=[NO_(3)]/([NO][O_(2)])` या `[NO_(3)]=K[NO][O_(2)]` `[NO_(3)]` को समी। (i ) में प्रतिस्थापित करने पर, , Rate =`k_(2)K[NO][O_(2)])[NO]` या Rate =`k_(2)K[NO]^(2)[O_(2)]` या Rate `=k[NO]^(2)[O_(2)]` ........(ii) ( जहाँ, `k=k_(2).K`) समी (ii ) ही दी गई अभिक्रिया का वेग नियम है। |
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