‘ममता’ कहानी के कथानक की दो विशेषताएँ निम्नलिखित हैं–
ममता’ जयशंकर प्रसाद की प्रसिद्ध कहानी है। इस कहानी का कथानक इतिहास पर आधारित है। उसमें कहानीकार ने कल्पना के रंग भरे हैं।
कहानी का आरम्भ रोहतास दुर्ग में बैठी ममता के यौवनकाल से होता है। इसमें उसकी मृत्यु तक का पूरा समय समाया हुआ है। कथानक के विकास में ममता के जीवन की घटनाओं का ही योगदान है। इसका अन्त भी चरम बिन्दु अर्थात् ममता के जीवन के अन्त के साथ होता है।