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लौहचुंबकीय पदार्थ (लोहा) में कोई डोमेन `10 ^(-4 ) cm ` भुजा वाले घन के रूप में है। यदि लोहे का परमाण्विक द्रव्यमान ( atomic maas ) `55 g " mol"^(-1 )` और घनत्व `7.9 g cm ^(-3 )` हो, तो इस डोमेन में (a) लौह परमाणुओं की संख्या (b) चुंबकीय द्विध्रुव आघूर्ण का महत्तम संभव मान यदि आदर्श स्थिति में सभी द्विध्रुव एक ही दिशा में संरेखित (aligned ) मान लें तथा प्रत्येक परमाणु का द्विध्रुव आघूर्ण `9.27 xx 10 ^(-24 ) A m ^(2 )` हो। (c ) चुंबकन (magnetization ) ज्ञात करें। |
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Answer» Correct Answer - `(a)8.65xx10^(10)(b)8xx10^(-13)Am^(2)(c) 8xx10^(5)Am^(-1)` डोमेन का आयतन `V=(10^(-4)cm)^(3)=10^(-12)cm^(3).` `therefore` द्रव्यमान `=m_(0)=`घनत्व `xx` आयतन `=(7.9 g cm^(-3))=7.9xx10^(-12)g.` (a) डोमेन में परमाणुओं की संख्या `N=(N_(A)*m_(0))/(M)` `=((6.023xx10^(23)"mol"^(-1))(7.9xx10^(-12)g))/((55g" mol"^(-1)))` `=0.865xx10^(11).` (b) महत्तम संभव चुंबकीय आघूर्ण = परमाणुओं की संख्या `xx ` प्रत्येक परमाणु का द्विध्रुव आघूर्ण `=(0.865xx10^(11))(9.27xx10^(-24)Am^(2))` `=8.02xx10^(-13)Am^(2)` (c) चुंबकन `=("चुंबकीय आघूर्ण")/("आयतन")=(8.02xx10^(-13)Am^(2))/((10^(-12)xx10^(-6)m^(3)))=8.02xx10^(5)Am^(-1).` |
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