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कोयले की जलती अंगीठी में कोयले के बीच गड्ढ़े अथवा गुहिका (cavity )कोयले के पृष्ट की तुलना में अधिक चमकीले दिखाई पड़ते है,यद्यपि उनका ताप कोयले के पृष्टो के ताप से ऊँचा नहीं होता, क्यों? |
| Answer» तप्त कोयले के बीच के गड्ढ़े कृष्णिका की भाँति व्यवहार करते है। अतः इन गड्ढ़ो से विकिरण की दर `(=sigma eT^(4))`में उत्सर्जन-क्षमता e का मान 1 होता है।कोयले की बाहरी पृष्टो के लिए e का मान 1 से कम होता है,जिससे उनकी उत्सर्जन-दर कम होती है। अतः गड्ढ़े समान ताप पर होते हुए भी अधिक चमकीले दिखाई पड़ते है। | |