Saved Bookmarks
| 1. |
हॉबर प्रक्रम में हाइड्रोजन को NiO उत्प्रेरक की उपस्थिति में मेथेन के साथ भाप की अभिक्रिया द्वारा प्राप्त किया जाता है। प्रक्रम को भाप पुनः संभावन कहते हैं। अमोनिया प्राप्त करने के लिए हॉबर प्रक्रम में CO को हटाना क्यों आवश्यक है? |
|
Answer» हॉबर प्रक्रम में प्रयुक्त हाइड्रोजन को निम्नलिखित अभिक्रिया द्वारा बनाया जाता है- `CH_4+H_2Ounderset(Delta)overset(niO)to CO+3H_2` इस अभिक्रिया में CO भी सहउत्पाद के रूप में प्राप्त होती है। इस CO को अभिक्रिया माध्यम से हटाना आवश्यक है, क्योंकि यह हॉबर प्रक्रम में प्रयुक्त Fe (उत्प्रेरक) से क्रिया करके `[Fe(CO)_5]` बनाता है जो कमरे के ताप पर द्रव होता है, अतः यह अमोनिया के बनने में बाधा उत्पन्न करता है। तथा उच्च ताप पर `CO, H_2` से भी क्रिया करती है। इसलिए CO उत्प्रेरक विष है, तथा उत्प्रेरक की सक्रियता को कम कर देती है। |
|