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(घ) कविता के निम्नलिखित अंश का अर्थ स्पष्ट कीजिए- कितने भी गहरे रहें गर्त,हर जगह प्यार जा सकता है,कितना भी भ्रष्ट ज़माना हो,हर समय प्यार पा सकता है। |
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Answer» yesExplanation:just YES :))))))))))))))) |
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