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एक प्रकश पुंज के मार्ग में दो क्रांसित पोलेराइड A व B रखे है|इनके बीच में एक अन्य पोलेराइड C ऐस प्रकार रखा जाता है कि इसकी ध्रुवण अक्ष पोलेराइड C की ध्रुवण अक्ष से `theta ` कोण बनाती है |(A ) यदि पोलेराइड A से निर्गत प्रकाश की तीव्रता `I _(0 )` हो तो पोलेराइड B से निर्गत प्रकाश की तीव्रता क्या होगी? (B) पोलेराइड A पर आपतित अध्रुवित प्रकाश की तीव्रता क्या है? |
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Answer» दिया है-पोलेराइड A से निर्गत प्रकाश की तीव्रता `I_(A)=I_(0)` (A ) A से निर्गत प्रकाश पोलेराइड C पर गिरता है पोलेराइड A तथा C की ध्रुवण अक्षो के बीच कोण `theta ` है|अतः पोलेराइड C से निर्गत प्रकाश की तीव्रता `I_(C)=I_(A)cos^(2)theta=I_(0)cos^(2)theta` यह प्रकाश पोलेराइड B पर गिरता है|पोलेराइड B तथा C की ध्रुवण अक्ष के बीच कोण `(90^(@)-theta)` है|अतः पोलेराइड B से निर्गत प्रकाश की तीव्रता `I_(B)=I_(C)cos^(2)(90^(@)-theta)` `=(I_(0)cos^(2)theta)sin^(2)theta" "[becausecos(90^(@)-theta)=sin theta]` `=(I_(0))/(4)sin^(2)2theta` (B) यदि पोलेराइड A पर अध्रुवित प्रकश की तीव्रता I हो तो इससे निर्गत प्रक्साह की तीव्रत `I_(0)=I//2` अतः `I=2I_(0)` |
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