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दो प्रोटॉनों के बीच लगने वाले प्रतिकर्षण बल की गणन...
1.
दो प्रोटॉनों के बीच लगने वाले प्रतिकर्षण बल की गणना कीजिए, जबकि उनके बीच की दुरी `4.0xx10^(-15)` मीटर है।
Answer» Correct Answer - 14.4 न्यूटन
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एक वैद्युत क्षेत्र विक्षेपित कर सकता है:A. एक्स-किरणों कोB. न्यूटॉनों कोC. एल्फा-कणो कोD. गामा-किरणों को
दो ऋणावेशित धूल के कणो के बीच की दूरी 1 मिमी है और वे एक-दूसरे को `4.0 xx 10^(-5)` न्यूटन के बल से प्रतिकर्षित करते है। यदि एक का आवेश दूसरे का चार गुना हो, तो उन्हें आवेशित करने वाले इलेक्ट्रॉनों की अलग-अलग संख्याएँ ज्ञात कीजिए। प्रत्येक इलेक्ट्रॉन पर `(5//3) xx 10^(-19)` कूलॉम आवेश है।
दो विद्युतरोधी छोटे गोले परस्पर रगड़े जाते है तथा परस्पर 1 सेमी की दूरी पर रखे जाते है। यदि ये परस्पर 0.1 न्यूटन के बल से आकर्षित करें, तो रगड़ने के दौरान एक गोले से दूसरे पर कितने इलेक्ट्रॉन स्थानांतरित हुए थे?
दिये गये चित्रों में दो स्थितियाँ दर्शायी गई है जिनमे दो अनंत लम्बाई के एकसमान रैखिक आवेश घनत्व `lamda` (धनात्मक) के सीधे तार परस्पर समांतर रखे गये है। चित्रानुसार q तथा `-q` मान के दो बिंदु आवेश तारो से समान दूरी पर उनके वैद्युत क्षेत्र में साम्यावस्था में रखे हुये है। ये आवेश केवल X -दिशा में चल सकते है। यदि आवेशों को उनकी साम्यावस्था से थोड़ा-सा विस्थापित कराया जाये, तो सही विकल्प है: A. दोनों आवेश सरल आवर्त गति करेंगे।B. दोनों आवेश उनके विस्थापन की दिशा में चलते रहेंगेC. `+q` आवेश सरल आवर्त गति करेगा जबकि `-q` आवेश अपने विस्थापन की दिशा में चलता रहेगा।D. `-q` आवेश सरल आवर्त गति करेगा जबकि `+q` आवेश अपने विस्थापन की दिशा में चलता रहेगा।
दो बिंदु-आवेश, जिनके मान क्रमश: 1.0 माइक्रोकॉलोम तथा `-0.25` माइक्रोकॉलोम है, वायु में एक-दूसरे से 0.40 मीटर की दूरी पर रखे है। बताइये की इन दोनों आवेशों को मिलाने वाली रेखा के किस बिंदु पर एक तीसरा आवेश रखा जाये कि उस पर कोई बल न लगे ?
`+2` माइक्रोक्लॉम तथा `+6` माइक्रोकॉलोम के दो बिंदु-आवेश परस्पर 12 न्यूटन के बल से प्रतिकर्षित करते है। यदि इन आवेशों में से प्रत्येक को `-4` माइक्रोक्लॉम का आवेश और दिया जाये तो अब बल कितना होगा?
दो समान प्रकार के स्थिर आवेश जिनके परिमाण Q है परस्पर 2d दूरी पर रखे गये है। इनके बीच मध्य बिंदु पर एक कण जिसका द्रव्यमान M तथा आवेश q है, विरामावस्था में रखा है। निकाय चित्रानुसार समरेख है। कण को अब दोनों आवेशों को मिलाने वाली रेखा के अनुदिश थोड़ा-सा `x (x lt lt d)` विस्थापित कर छोड़ दिया जाता है। यह अब मध्य स्थिति के पारित: दोलन करता है, जिसका दोलन काल है: A. `2 sqrt((pi^(3) M epsi_(0) d)/(Q q))`B. `2 sqrt((pi^(2) M epsi_(0) d^(3))/(Q q))`C. `2 sqrt((pi^(3) M epsi_(0) d^(3))/(Q q))`D. `2 sqrt((pi^(3) M epsi_(0))/(Q q d^(3)))`
समान परिमाण के छ: आवेश जिनके तीन धनात्मक है तथा तीन ऋणात्मक है, एक षट्भुज के P, Q, R, S, T, U कोनो पर इस प्रकार रखे गये है की केंद्र O पर क्षेत्र उस क्षेत्र का दो गुना है जो बिंदु R पर केवल एक धन-आवेश रखने पर उत्पन्न होता। तब P, Q, R, S, T व U पर रखे आवेशों का क्रमश: क्रम होगा। A. `+,+,+, -,-,-`B. `-,+,+,+,-,-`C. `-,+,+,-,+,-`D. `+,-,+,-,+,-`
एक `alpha-`कण `15 xx 10^(4)` न्यूटन/कॉलम के वैद्युत क्षेत्र में स्थित है। उस पर लगे वैद्युत बल की गणना कीजिए।
एक चालक पर `2.4 8 xx 10^(-18)` कॉलम धन -आवेश है। इस चालक पर कितने इलेक्ट्रॉनों की अधिकता या कमी है?
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