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धनात्मक Z- दिशा में 3000G का एक एकसमान चुंबकीय क्षेत्र लगाया गया है । एक आयताकार लूप जिसकी भुजाएँ10 सेमी एवं 5 सेमी ओर जिसमें 12A धारा प्रवाहित हो रही है इस क्षेत्र में रखा है । चित्र में दिखायी गई लूप की विभिन्न स्थितियों में इस पर लगने वाला बलयुग्म आघूर्ण क्या है ? हर स्थिति में बल क्या है ? स्थायी संतुलन वाली स्थिति कौन - सी है ? |
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Answer» दिया है - `B = 3000 G` ` B = 3000 xx 10^(-4) T = 0*3 T` ` A = 10 xx 5 = 50 cm^(2) = 50 xx 10^(-4) m^(2) , I = 12 A` चुंबकीय आघूर्ण `m = I A` ` = 12 xx 50 xx 10^(-4) = 0 * 06 A m^(2)` (a) `vectau = vecm xx vecB` ` = 0 * 06 hati xx 0 * 3 hatk` ` = 1 * 8 xx 10^(-2) (- hat(j)) N - m` अतः बल आघूर्ण ऋणात्मक Y - अक्ष के अनुदिश होगा । (b) `vectau = vecm xx vecB = 0 * 06 hati xx 0 * 3 hatk` ` = 1 * 8 xx 10^(-2) ( - hat( j))` अर्थात बल आघूर्ण दिशा ऋणात्मक Y - अक्ष के अनुदिश होगी । (c ) यहाँ ` vecm = - 0 * 06 hati , vecB = 0*3 hatk T` ` vectau = vecm xx vec B` ` = -0* 0 6 hatj xx 0 * hatk` ` = - 1 * 8 xx 10^(-2) hat i` Nm अतः बल आघूर्ण ऋणात्मक X - अक्ष के अनुदिश होगा । (d) (c ) के समान लेकिन बल आघूर्ण की दिशा ऋणात्मक X - अक्ष के `60^(@)` वामावर्त अथवा धानात्मक X- अक्ष से `240^(@)` होगी । (e) ` vecm = 0* 06 hatk, vecB = 3*3 hatk` ` vectau = vecm xx vecB` ` = 0*06 hatk xx 0*3 hatk` = 0 (f) `vecm = 0 * 06 veck, vecB = 0*3 hatk` ` :. vec tau = vecm xx vec B` ` = 0*06 hatk xx 0*3 hat k` = 0 |
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