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धीरे बोलाः राजन पर में तो कलावन्त हूँ नहीं, शिष्य, साधक हूँ जीवन के अनकहे सत्य का साक्षी वजकीर्ति ! प्राचीन किरीटी-तरू अभिमंत्रित वीणा ध्यान मात्र इनका तो गदगद कर देने वाला है । |
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Answer» don't knowExplanation:because I am nala |
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