⦁ जीव की नश्वरता का समान रूप से वर्णन है।⦁ प्रभु के नाम स्मरण तथा गुरु की महत्ता का वर्णन सभी कवियों ने किया है।⦁ कवियों के नामोल्लेख की प्रवृत्ति रही है।
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