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अवमन्दन नियतांक b का विमीय सूत्र तथा मात्रक क्या ह...
1.
अवमन्दन नियतांक b का विमीय सूत्र तथा मात्रक क्या होगा ?
Answer» [ विमीय सूत्र [b ] = ` (["बल"])/(["वेग"])= ([MLT^(-2)])/([LT^(-1)])=[MT^(-1)],` ]
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एक वाद्य यंत्र कि स्वभाविक आवृत्ति 256 हर्ट्ज है । कम्पित अवस्था में इस पर 300 हर्ट्ज आवृत्ति का आवर्ती बल लगाया जाता है । कम्पनों के आयाम पर क्या प्रभाव पड़ेगा ?
किसी सरल आवर्त गति का आयाम a तथा T आवर्तकाल है । अधिकतम वेग होगा -A. `(4a)/T`B. `(2a)/T`C. `(2pia)/T`D. ` 2 pi sqrt(a/T)`
सरल आवर्त गति करते हुए कण का आयाम दोगुना कर देने पर निम्न भौतिक राशियों पर क्या प्रभाव पड़ेगा ? ltbvrgt (i) आवर्तकाल (ii ) अधिकतम वेग (iii ) अधिकतम त्वरण (iv ) कुल ऊर्जा ।
सरल आवर्त गति करते हुए कण का आवर्तकाल होता है -A. `T = 2pi sqrt(("विस्थापन")/(" त्वरण"))`B. `T = 2pi sqrt(("g")/("विस्थापन "))`C. ` T = 2pi sqrt((" वेग ")/("विस्थापन "))`D. `T = 4pi sqrt( g "विस्थापन" )`|
400 ग्राम द्रव्यमान का एक पिण्ड , एक हलकी स्प्रिंग से लटका है । 100 ग्राम द्रव्यमान का दूसरा पिण्ड इसमें रखने पर स्प्रिंग 5 सेमी और अधिक खिंच जाती है । स्प्रिंग से लटके संयुक्त द्रव्यमानो का आवर्तकालो ज्ञात कीजिये ।
कोई वास्तु 5 cm के आयाम तथा 0.2 सेकंड की आवृति से सरल आवृति गति करती है | वस्तु का त्वरण तथा वेग ज्ञात कीजिए जब वस्तु का विस्थापन (a) 5 cm (b) 3 cm (c) 0 cm हो |
एक क्षैतिज स्प्रिंग से बँधा 100 ग्राम का पिण्ड 5 सेमी के आयाम से सरल गति कर रहा है । जब पिण्ड अपनी मध्य स्थिति से गुजरता है , तब उसके ऊपर एक छोटा पिण्ड रख दिया जाता है अब दोनों पिण्ड 4 सेमी आयाम से गति करते है । छोटे पिण्ड का द्रव्यमान ज्ञात कीजिये ।
y अक्ष के अनुदिश सरल आवर्त गति करते हुए कण की विस्थापन समीकरण ` y = A sin (omegat + phi )`है । यदि t-0 पर कण की स्थिति `y = A/2` पर हो तो कण की प्राम्भिक कला `phi` का मान ज्ञात कीजिये यदि कण उस क्षण - ( ii )ऋणात्मक दिशा में गतिमान है ।
y अक्ष के अनुदिश सरल आवर्त गति करते हुए कण की विस्थापन समीकरण ` y = A sin (omegat + phi )`है । यदि t-0 पर कण की स्थिति `y = A/2` पर हो तो कण की प्राम्भिक कला `phi` का मान ज्ञात कीजिये यदि कण उस क्षण - (i) धनात्मक y दिशा में गतिमान है
सरल आवर्त गति करते किसी कण कि गति का वर्णन नीचे दिए गये विस्थापन फलन किया जाता है - , `x(t) = A cos (omegat+phi)` यदि कण कि आरंभिक (t=0 ) स्थिति सेमी तथा उसका आरम्भिवेग सेमी /सेकंड है , तो कण का आयाम तथा आरम्भिक कला कौन क्या है ? कण कि कोणीय आवृत्ति सेकंड है । यदि सरल आवर्त गति का वर्णन करने के लिए कोज्या ( cos) फलन के स्थान पर हम ज्या ( sin) फलन चुनेः `x=B sin(omegat+alpha)` तो उपरोक्त आरंभिक प्रतिबंधों में कण का आयाम तथा आरंभिक कला कौन क्या होगा ?
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