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अन्योन्य प्रेरकत्व के SI तथा MKSA मात्रकों के नाम...
1.
अन्योन्य प्रेरकत्व के SI तथा MKSA मात्रकों के नाम लिखिए ।
Answer» Correct Answer - हेनरी , वोल्ट-सेकण्ड/ऐम्पियर ।
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चित्र के अनुसार धातु के तार का एक समकोण त्रिभुज PQR `2.0 "मी"//"से"` की एकसमान चाल से अपने तल में गति करता है । तल के लंबवत `2.0 "वेबर"//"मी"^(2)` का एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र लगा है । प्रेरित विधुत वाहक बल का मान ज्ञात कीजिए । (i) लूप PQR में, (ii) खण्ड PQ में, (iii) खण्ड QR में।
विधुत चुम्बकीय प्रेरण से क्या तात्पर्य है ?
20 गौस की चुम्बकीय क्षेत्र की तीव्रता वाले चुम्बकीय क्षेत्र में `10 xx 20 "सेमी"^(2)` क्षेत्रफल का एक आयताकार लूप रखा है । यदि लूप का तल क्षेत्र से `60^(@)` पर झुका हो, तो लूप से सम्बद्ध चुम्बकीय फ्लस्क का मान ज्ञात कीजिये ।
50 सेमी लम्बा एक क्षैतिज तार `6 "मीटर"//"सेकण्ड"` कि चाल से `1.1 "वेबर"//"मीटर"^(2)` के एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र के लंबवत गिर रहा है । चुम्बकीय क्षेत्र कि दिशा पूर्व से पश्चिम कि ओर है । तार में प्रेरित विभवान्तर का परिकलन कीजिए । तार का कौन - सा सिरा (उत्तरी अथवा दक्षिणी) धनात्मक होगा ?
चुम्बकीय क्षेत्र के मात्रकों न्यूटन/(ऐम्पियर-मीटर) तथा वेबर/मीटर से सम्बन्धित , दोनों परिभाषायें लिखिए ।
l लम्बाई के एक ऋजुरेखीय तार को एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र के लंबवत रखकर उसे `vecv` वेग से एक ऐसी दिशा में चलाया जाता है जो तार की लम्बाई के लंबवत होती है तथा चुम्बकीय क्षेत्र की दिशा के साथ `theta` कोण बनाती है । तार के दोनों सिरों के बीच उत्पन्न प्रेरित विधुत वाहक बल के सूत्र का निगमन कीजिए ।
l दूरी पर स्थित PQ तथा MN हो समान्तर चालक एक प्रतिरोध R के साथ जुड़े है । इन्हें एक एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र B में, जो तारों के तल के लम्ब्वत है, रखा जाता है । एक तार XY को PQ व MN पर रखा जाता है तथा इसे v चाल से उन पर फिसलने दिया जाता है । PQ ,MN तथा XY के प्रतिरोधों को नगण्य मानते हुए, तार XY को फिसलने में प्रति सेकण्ड कितना कार्य करना पड़ेगा, गणना कीजिए ।
100 टेस्ला (T) के चुम्बकीय क्षेत्र के लम्ब्वत एक तल में एक तार 10 सेमी त्रिज्या वाले वृताकार लूप के रूप में रखा है । तल में एक तार 10 सेमी त्रिज्या वाले वृताकार लूप के रूप में रखा है। यदि इस तार को `0.1 "Second"` (s) में खींचकर, उसी तल में वर्गाकार रूप दे दिया जाए, तो लूप में उत्पन्न औसत विधुत वाहक बल ज्ञात कीजिये।
एक 50 सेमी लम्बा तार `0.8 "न्यूटन"//"(ऐम्पियर-मीटर)"` के एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र में अपनी लम्बाई तथा चुंबकीय दोनों के लंबवत `2 "मीटर"//"सेकण्ड"` के वेग से गतिमान है । तार में उत्पन्न होने वाले प्रेरित विभवान्तर कि गणना कीजिए । यदि तार क्षेत्र के समान्तर चल रहा है , तो प्रेरित विभवान्तर का मान क्या होगा ?
एक बहुत छोटा `5xx 10^(-4)` वर्ग मीटर क्षेत्रफल, 2 प्रतिरोध तथा उपेक्षणीय प्ररतक्व वाला वृत्तीय लोप आरंभ में एक बहुत बड़े 0.1 मीटर त्रिज्या वाले वृत्तीय, स्थिर लोप के समतलीय एवं संकेन्द्री हे । 1 ऐम्पियर की स्थिर धरा बड़े लोप में प्रवाहित की जाती हे तथा छोटे लोप को किसी व्यास के परित: `omega` रेडियन प्रति सेकण्ड के कोणीय वेग से घुमाया जाता हे । छोटे लोप में (i) बद्ध फ्लस्क, (ii) प्रेरित विधुत वाहक बल तथा (iii) प्रेरित धारा की, समय-फलन के पद में गणना कीजिये । `(mu_(0) = 4pi xx 10^(-7) "वोल्ट-सेकण्ड"//"ऐम्पियर-मीटर")`
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